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ऐसे नहीं सफल हुए बिल गेट्स, हार्डवर्क-टैलेंट के अलावा जानिए किसने दिया उनका साथ
Bill Gates Success Story: एक समय दुनिया के सबसे धनी आदमी रहे बिल गेट्स करोड़ों लोगों का रोल मॉडल बन चुके हैं। जिंदगी में सक्सेस पाने के लिए उनकी मिसाल दी जाती है।
Bill Gates Success Story: एक समय दुनिया के सबसे धनी आदमी रहे बिल गेट्स करोड़ों लोगों का रोल मॉडल बन चुके हैं। जिंदगी में सक्सेस पाने के लिए उनकी मिसाल दी जाती है। गेट्स 28 अक्टूबर 1955 को अमेरिका के वाशिंगटन राज्य के सिएटल शहर में पैदा हुए थे। उन्हें बचपन से ही Computer Programming में काफी दिलचस्पी थी। उन्होंने महज 13 साल के उम्र में ही Computer Programming में रुचि दिखाई जिसके चलते वह Technology के द्वारा नये-नये बिजनेस योजनाएं और आक्रामक बिजनेस रणनीति बनाने लगे।
गेट्स ने कुछ टाइम बाद अपने सहयोगी पॉल एलन के साथ मिलकर दुनिया का सबसे बड़ा सॉफ्टवेर बिज़नस माइक्रोसाफ्ट शुरू किया। माइक्रोसाफ्ट बिजनेस के बदौलत आज वो दुनिया के सबसे रईस व्यक्तियों की सूची में शुमार हैं। Bill Gates को यहां तक का सफर तय करने के लिए Talent और Hard Work के अलावा कुछ ऐसे विशेषाधिकार भी थे, जिसकी बदौलत वे शायद आज जहां है वहां नहीं पहुंच सकते थे। तो आईए एक नजर उनपर डालते हैं।
1. अगर बिल गेट्स महिला होते तो शायद आज वे इतनी ऊंचाईयां नहीं छू पाते। दरअसल 1960 के दशक में अमेरिका में पुरूष और महिला के बीच इतनी असमानता थी कि जिसकी कल्पना आज नहीं की सकती। उस दौरान लिंग आधारित भेदभाव का आलम ये था कि एक बैंक एक औरत को क्रेडिट कार्ड देने से मना कर सकता था। इसके अलावा यूएस के कई राज्यों की अदालतों में उस दौरान महिलाएं जज नहीं बन सकती थीं। कार्य स्थल पर भी लड़कियों के साथ भेदभाव किया जाता था। उस दौरान विश्वविद्यालयों में भी लड़कियों का पहुंचना काफी मुश्किल था।
2. अगर बिल गेट्स का स्कीन कलर व्हाइट के बदले ब्लैक होता है तो उनके लिए ये सफर संभव नहीं हो पाता। अमेरिका में 1964 में सिविल राइट्स के पास होने से पहले वहां रह रहे ब्लैक लोगों की लाइफ काफी बदतर थी। उन्हें समाज में व्हाइट लोगों के मुकाबले बेहद कम अधिकार मिले हुए थे। ब्लैक लोगों को न रेस्तरां, न सिनेमाघर, न चर्च और न स्कूल में प्रवेश करने की अनुमति थी। बसों में भी उन्हें कॉर्नर में बैठाय़ा जाता था। 1960 के दशक में अमेरिका में ब्लैक राइट्स के नाम पर काफी दंगे हुए थे। इसी दौरान मार्टिन लूथर किंग की भी हत्या कर दी गई थी, जो काले लोगों के अधिकार के लिए सबसे मुखर आवाज बन चुके थे।
3. बिल गेट्स का जन्म अगर किसी विकसीत देश के किसी विकसीत शहर में न हुआ होता, तो उनका इस मुकाम पर इतनी कम उम्र में पहुंचना मुश्किल था। अगर गेट्स इस दौरान इंडिया में पैदा हुए होते तो वो कंप्यूटर देख भी नहीं पाते। क्योंकि इंडिया में उस दौरान कंप्यूटर आया भी नहीं थी। भारत में 1985 के बाद ही बड़े पैमाने पर कंप्यूटर यूज में आय़ा था। बिल गेट्स अमेरिका के जिस सिएटल शहर में रह रहे थे, वहां कंप्यूटर 1960 में ही पहुंच गई थी यानि उसके जन्म से 5 साल बाद ही। ये वही शहर है जहां बेसिक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का अविष्कार हुआ था। इस प्रकार ये शहर शुरू से ही काफी एडवांस्ड था, जो शायद उस दौरान दुनिया का कोई भी शहर नहीं था।
4. बिल गेट्स सिएटल शहर के जिस लेक साइड स्कूल में पढ़ रहे थे, वो काफी हाईप्रोफाइल था। वहां पर हर कोई अपने बच्चे को नहीं पढ़ा सकता था। गेट्स को यहां पर अच्छी शिक्षा के अलावा कंप्यूटर पर एक्सेस भी मिल रहा था, जो उस समय के हिसाब से बहुत बड़ी बात थी। उस दौरान गिने चुने लोग ही इस तक अपनी पहुंच बना पाते थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक उस दौरान अमेरिका की आबादी 20 करोड़ थी, लेकिन कंप्यूटर केवल 22 हजार। बिल गेट्स ऐसे ही सौभाग्य वाले बच्चों में शामिल थे, जिन्हें बचपन में ही कंप्यूटर पर एक्सेस मिल गया।
5. बिल गेट्स और उनके बिजनेस सहयोगी पॉल एलन एक समृद्धि और रसूख रखने वाले परिवार से आते थे। इसने उन्हें यहां तक पहुंचने में काफी मदद पहुंचाई। दरअसल पॉल एलन के पिता वाशिंगटन विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी के डायरेक्टर हुआ करते थे, इसकी वजह से वो पॉल को कंप्यूटर की शानदार किताबों तक एक्सेस दिला पाते थे। वहीं बिल गेट्स के अभिवावक भी विश्वविद्यालय की गवर्निंग बॉडी में शामिल थे। जिसके कारण उन्हें विश्वविद्यालय के कंप्यूटर सेक्शन का एक्सेस मिल पाया। जिसका फायदा दोनों को काफी हुआ।
गेट्स ने पहली बार कंप्यूटर गेम यहीं देखी थी। इसके अलावा बिल गेट्स के पिता एक वकील थे। जिसके कारण उन्हें अपनी कंपनी चलाने के दौरान कई सारे कानूनी पचरों से आसानी से बाहर निकलने में मदद मिली। बिल गेट्स और उनके सहयोगी पॉल एलन समृद्धि परिवार से आने के कारण ही कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ने की जहमत उठा पाए।