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बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से लिया संन्यास, ट्विटर पर कही ये बात
भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से सन्यांस लेने का ऐलान कर दिया है...
भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से सन्यांस लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इस बात की पुष्टि की है। बाबुल सुप्रियो बंगाल की आसनसोल सीट से भाजपा के सांसद हैं।
बाबुल सुप्रियो ने किया ट्वीट
बाबुल सुप्रियो ने आज ट्वीट कर लिखा कि, अलविदा। मैं किसी अन्य पार्टी में नहीं जा रहा हूं - टीएमसी, कांग्रेस, सीपीआईएम, कहीं नहीं। मैं पुष्टि कर रहा हूं कि किसी ने मुझे फोन नहीं किया है। मैं कहीं नहीं जा रहा हूँ। मैं एक टीम का खिलाड़ी हूँ! हमेशा एक टीम का समर्थन किया है #मोहनबागान- केवल एक पार्टी के साथ रहा हूं- बीजेपी पश्चिम बंगाल। बस!!
बाबुल सुप्रियो राजनीति से दूरी बनाकर चल रहे थे
मंत्रिपद से हटाए जाने के बाद से ही बाबुल सुप्रियो राजनीति से दूरी बनाकर चल रहे हैं। मंत्रिमंडल से हटाए जाने पर उनका दर्द छलका था। उन्होंने बंगाल से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने किए गए लोगों को बधाई देते हुए लिखा है-'बंगाल से मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रहे नए साथियों को मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं। मैं अपने लिए जरूर दुखी हूं पर उन लोगों के बहुत खुश हूं।' बाबुल के करीबियों का कहना है कि वे फिलहाल कुछ समय तक राजनीति से दूर रहना चाहते हैं।
बाबुल सुप्रियो के पिछले कार्य काल
- इन्होने मार्च 2014 में बाबा रामदेव से मिलने के बाद अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की।
- उसी वर्ष इन्होने लोकसभा चुनाव के दावेदार के रूप में रुख किया।
- ये आसनसोल निर्वाचन क्षेत्र (पश्चिम बंगाल का एक छोटा शहर) से भाजपा के टिकट पर और टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) के 'डोला सेन' को हराने के बाद सांसद बने।
- साल 2014 में, उन्हें मोदी कैबिनेट में शहरी विकास और आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालयों में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया था।
- बाबुल को सत्यब्रत मुखर्जी और तपन सिकदर के बाद पूर्वी राज्य से तीसरे भाजपा मंत्री बनाया गया
- साल 2016 में, बाबुल भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम के राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किये गए।
कौन है बाबुल सुप्रियो
बाबुल सुप्रियो का जन्म पश्चिम बंगाल के एक छोटे से शहर में हुआ था। बाबुल सुप्रियो जिनका पूरा नाम "बाबुल सुप्रियो बराल" है। डॉन बोस्को लिलाह में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की डिग्री अर्जित की। एक संगीत परिवार के साथ, उन्होंने मनोरंजन उद्योग में प्रवेश करने का फैसला किया, लेकिन पूर्णकालिक कैरियर के रूप में गायन करने से पहले, उन्होंने मानक चार्टर्ड बैंक में कुछ दिन काम किया।बॉलीवुड में सफल दशकों के बाद, उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार के रूप में 2014 में राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों में अपना पहला चुनाव जीता, जो असंसोल से था, जिसमें उन्होंने डोला सेन को हराया। उन्हें शहरी विकास मंत्रालय, आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया था। बाद में उनको भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय दिया गया।
11 भाषाओं में गीत गाने के लिए फेमस
बाबुल 90 के दशक के गायक के रूप की छवि के लिए अधिक पहचाने जाते हैं, जिन्होंने अपना योगदान हिंदी सिनेमा में दिया। इन्होने हिंदी सिनेमा के अलावा बंगाली गाने भी गाये हैं। इसके अलावा ये अन्य 11 भाषाओं में गीत गाने के लिए भी जाने जाते हैं।
एयर होस्टेस रचना शर्मा से की दूसरी शादी
बाबुल सुप्रियो ने एयर होस्टेस रचना शर्मा से दिल्ली में शादी की थी। बता दें कि यह बाबुल की दूसरी शादी थी। पहली पत्नी से उनका तलाक हो चुका था। बाबुल की पहली शादी रिया के साथ 1995 में हुई थी। हालांकि, 2006 में उनका तलाक हो गया था। रिया और सुप्रियो की मुलाकात शाहरुख खान के एक प्रोग्राम में टोरंटो में हुई थी। दोनों की एक बेटी है, उसका नाम शर्मीली है। बता दें कि कुछ दिन पहले एक बांग्ला अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने अपनी शादी और लव स्टोरी के बारे में बताया था।