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Brazil सरकार पर एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की खरीद पर रिश्वत लेने का आरोप
ब्राजील की मीडिया रिपार्ट्स के अनुसार ब्राजील सरकार की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन खरीद में गड़बड़ी हो सकती है।
Brazil: ब्राजील सरकार पर कोवैक्सीन के बाद एस्ट्राजेनेका खरीद को लेकर बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। । ब्राजील की मीडिया रिपार्ट्स के अनुसार ब्राजील (Brazil) सरकार की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन खरीद में गड़बड़ी हो सकती है। ब्राजील के अखबार डी एस पाउलो के मुताबित बोल्सनारो सरकार ने कोरोना की एस्ट्रोजेनेका वैक्सीन के प्रति एक डोज पर रिश्वत मांगी है।
ब्राजील के अखबार डीएस पाउलो के अनुसार ब्राजील सरकार ने कोरोना (corona) एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की हर डोज पर एक अमेरिकी डॉलर की रिश्वत मांगी है। वहीं एस्ट्रोजेनेका इन दावों को खंडन किया। एस्ट्रोजेनेका कंपनी ने कहा कि हम ब्राजील में किसी भी बिचौलियों के साथ काम नहीं कर रहें हैं। हमारे सारे समझौते फियोक्रूज़ (ओस्वाल्डो क्रूज़ फांउडेशन) और संघीय सरकार के बीच होते हैं।
हर डोज पर रिश्वत लेने का आरोप
ब्राजील की रिपोर्ट्स के मुताबित, दावती मेडिकल सप्लाई ने एस्ट्रोजेनेका वैक्सीन की 400 मिलियन डोज के लिए पोर्टफोलियो की मांग की थी, इसमें हर डोज की कीमत 3.5 अमेरिकी डॉलर थी, जिसके बाद फिर एक डोज की कीमत 15.5 अमेरिकी डॉलर हो गई। मीडिया रिपार्ट के मुताबित 400 मिलियन डोज में एक डॉलर की रिश्वत मांगने का दावा किया जा रहा है।
भारत ने कोवैक्सीन के कॉन्ट्रैक्ट को संस्पेंड किया
आपको बता दें कि ब्राजील सरकार ने भारतीय कंपनी बोयोटेक कोवैक्सीन के साथ किए गए सौदे को सस्पेंड कर दिया था। ब्राजील के इस करार को लेकर भी काफी प्रश्न उठ रहे थें। जिसके बाद 32 करोड़ डॉलर के इस कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया गया। आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने दबाव में महंगी वैक्सीन का सौदा किया था।
फाइजर वैक्सीन के विकल्प के बाद भी कोवैक्सीन से सौदा
इस सौदे को लेकर ब्राजील में जब से गड़बड़ी की खबरें आई थी, तब से ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो हर किसी के निशाने पर थे। ब्राजील का संसदीय पैनल भी कोरोना प्रबंधन को लेकर जांच कर रहा है। जिसके बाद ये मामला सामने आया है। ब्राजील के पास विकल्प था की वह फाइजर वैक्सीन खरीद सकता था , लेकिन उसके बाद भी ब्राजील ने भारत बायोटेक की महंगी वैक्सीन ली।