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NO AC In Taxi: भूल जाइए कूल राइड, टैक्सियों में एसी बन्द
NO AC In Taxi: कैब ड्राइवरों (cab drivers) ने अब ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और कम कमीशन के बीच अब 'नो एसी' (NO AC) नीति शुरू की है।
New Delhi: पश्चिम बंगाल, नई दिल्ली, नोएडा, तेलंगाना, बेंगलुरु के कैब ड्राइवरों (cab drivers) ने अब ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी (Rising prices of petrol and diesel) और कम कमीशन के बीच अब 'नो एसी' नीति (NO AC Policy) शुरू की है। यानी भीषणगर्मी में टैक्सियों में अब एसी नहीं चल रहा और इसके लिए एक्स्ट्रा पैसे चार्ज किये जाने की भी शिकायतें हैं।
सबसे पहले 'नो एसी' अभियान कोलकाता (Kolkata) में शुरू किया गया था। इसके बाद दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद के ड्राइवरों ने भी इसका अनुसरण किया है। बताया जा रहा है कि कैब ड्राइवर या तो कोरोना प्रोटोकॉल (corona protocol) का हवाला देकर या यह कहकर एसी चालू करने से बच रहे हैं कि एसी केवल प्राइम और सेडान बुकिंग में शामिल है।
'नो एसी' अभियान
तेलंगाना 'गिग एंड प्लेटफॉर्म वर्कर्स यूनियन' ने भी इन्हीं कारणों से मार्च के अंत में हैदराबाद में 'नो एसी' अभियान शुरू किया था। हालांकि, यह बताया गया था कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी और प्रति सवारी कम कमीशन का हवाला देते हुए ड्राइवर यात्रियों को कूल राइड प्रदान नहीं करने के कारण बताएंगे।
देश के विभिन्न हिस्सों से कैब ड्राइवर एसोसिएशन (cab drivers association) रियायतों और सब्सिडी के लिए अपनी-अपनी राज्य सरकारों से मांग कर रहे हैं। ज्यादातर कैब सीएनजी पर चलती हैं जिसके दाम पिछले एक साल में 40 फीसदी बढ़ चुके हैं। ड्राइवरों की शिकायत है कि ईंधन के दाम बढ़ने के बावजूद टैक्सी किराया नहीं बढ़ाया गया है।
किसी न किसी बहाने से एसी नहीं चलाते कैब ड्राइवर
ट्विटर पर कई यूजर्स इस बारे में अपने अनुभव शेयर कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि कैब ड्राइवर किसी न किसी बहाने से एसी नहीं चलाते हैं और शिकायत करने पर कोई कार्रवाई या आंशिक वापसी नहीं की जाती है। जब हम कैब बुक करते हैं तो इसका मतलब होता है कि जरूरत पड़ने पर उसमें एसी होगा। अगर ऐसा नहीं है तो मैं ऑटो लेना पसंद करूंगा।
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