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चिपैंजी के मल से बनी वैक्सीन, हो रही कोरोना से बचाव में इस्तेमाल

चिम्पैंजी के मल से लिए गए जिस एडिनोवायरस का उपयोग किया गया है वो रेप्लीकेट नहीं करता। यह सामान्य जुकाम के वायरस का कमजोर रूप है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 6 April 2021 12:53 PM IST
कोरोना वैक्सीन चिंपैंजी मल
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सोशल मीडिया से फोटो

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में कोरोना की वजह से त्राहिमाम मचा हुआ है। ऐसे वक्त में कोरोना वैक्सीन का भी इजाद हो चुका है और दुनिया भर के करोड़ों लोगों को कोरोना का वैक्सीन भी लग गया है। कुछ लोगों को लग रहा है तो कुछ लोग पंक्ति में खड़े है।

जिस कोविड-19 वैक्सीन ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के एक संस्करण का इस्तेमाल भारत में भी किया जा रहा है। उसे चिम्‍पैंजी के मल से अलग किए गए एडेनोवायरस से बनाया गया है। इसका आनुवांशिक रूप बदल दिया गया है, ताकि मनुष्य के शरीर में इसका विकसित होना असंभव हो जाए। इस समय जिसे कोविड-19 वैक्सीन एस्ट्राजेनेका के रूप में जाना जाता है, इसे पहले एजेडडी1222 कहा जाता था।

मल के इस्तेमाल की ये वजह

एजेडडी1222 का आविष्कार ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और उसकी स्पिन-आउट कंपनी वैकिटेक ने मिलकर किया था। इसे बनाने में एक सामान्य कोल्ड वायरस एडेनोवायरस के कमजोर किए गए संस्करण के आधार पर प्रतिकृति-कमी रिप्लीकेशन-डिफिसिएंट वाले चिम्‍पैंजी वायरल वेक्टर का उपयोग किया गया है जो चिम्‍पैंजी में संक्रमण का कारण बनता है और इसमें एसएआरएस-कोवी-2-वायरस स्पाइक प्रोटीन का आनुवंशिक तत्व होता है।

टीकाकरण के बाद मानव शरीर में सरफेस स्पाइक प्रोटीन का उत्पादन होता है, जो बाद में अगर शरीर संक्रमित होता है, तब यह एसएआरएस-सीओवी-2 वायरस पर हमला कर प्रतिरक्षा प्रणाली का काम करता है। यानी इसके बाद जब भी कोरोनावायरस का हमला शरीर पर होगा तो शरीर का इम्यून सिस्टम इससे संघर्ष करके इसे कमजोर या निष्क्रिय कर देता है।



प्रोटीन का जेनेटिक मेटेरियल

इस वैक्सीन में चिम्पैंजी के मल से लिए गए जिस एडिनोवायरस का उपयोग किया गया है वो रेप्लीकेट नहीं करता। यह सामान्य जुकाम के वायरस का कमजोर रूप है। इनकी वजह से चिम्पैंजी को सर्दी-जुकाम होता है, लेकिन खास बात ये है कि इसमें SARS-CoV-2 वायरस की बाहरी कंटीली परत यानी स्पाइक प्रोटीन का जेनेटिक मेटेरियल होता है।

इस दिन से शुरू हुआ वैक्सीनेशन

दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई), ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के एक संस्करण का निर्माण कर रहा है, जिसका नाम 'कोविशील्ड' है। भारत नए सिरे से संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के प्रयासों को आगे बढ़ा रहा है।




फिर बढ़ने लगे मामले

देश ने पिछले 24 घंटों में 1,03,558 नए कोरोनोवायरस मामले दर्ज किए, जो पिछले साल महामारी की शुरुआत के बाद से एक दिन में मामले आने का अब तक का सबसे अधिक आंकड़ा है। इसके साथ मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1,65,101 हो गई।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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