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Constitution Day 2021: पीएम का परिवारवाद बढ़ाने वाली पार्टियों पर तंज, 'फॉर द फैमिली, बाय द फैमिली...'
संविधान दिवस (Constitution day of India) के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय संविधान की महत्ता पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, कि हमारा संविधान सिर्फ अनेक धाराओं का संग्रह मात्र नहीं है।
Constitution Day 2021: संविधान दिवस (Constitution day of India) के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भारतीय संविधान की महत्ता पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, कि हमारा संविधान सिर्फ अनेक धाराओं का संग्रह मात्र नहीं है। बल्कि, यह सहस्त्रों वर्ष की महान परंपरा और अखंडता की आधुनिक अभिव्यक्ति है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, हमारा देश आज एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान के लिए समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है। इस दौरान उन्होंने पारिवारिक पार्टियों पर तंज कसा। कहा, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए ऐसी पार्टियां चिंता का विषय है। पीएम बोले, योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं तो इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती, लेकिन एक पार्टी पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में है।
'संविधान को कहां चोट पहुंच रही'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'हमारा संविधान सहस्त्रों वर्षों की महान परंपरा, अखंड धारा की अभिव्यक्ति है। इसलिए हमारे लिए संविधान के प्रति समर्पण जरूरी है। खासकर तब, जब हम इस संवैधानिक व्यवस्था से जन प्रतिनिधि के रूप में ग्राम पंचायत से लेकर संसद तक अपना दायित्व निभाते हैं। उन्होंने कहा, हमें संविधान के भाव से खुद को सजग रखना होगा। संविधान को कहां चोट पहुंच रही है उसे भी नजरअंदाज नहीं कर सकते।'
इशारों-इशारों में कांग्रेस पर तंज
पीएम ने संबोधन में कहा, 'आज संविधान की भावना को चोट पहुंची है। इसकी एक-एक धारा को चोट पहुंची है। जब राजनीतिक धर्म लोकतांत्रिक चरित्र खो चुके हों। तो सवाल है कि जो दल लोकतांत्रिक चरित्र खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं? राजनीतिक दल, पार्टी- फॉर द फैमिली, पार्टी- बाय द फैमिली... आगे कहने की जरूरत नहीं लगती।' उनके इतना कहते ही केंद्रीय कक्ष में एक मंद मुस्कान दौर गई।
पीएम ने किया 26/11 के शहीदों को नमन
प्रधानमंत्री ने आज 26/11 के शहीदों को भी नमन किया। उन्होंने कहा, 'आज ऐसा दुखद दिन है, जब देश के दुश्मनों ने मुंबई में एक बड़ी आतंकवादी घटना को अंजाम दिया। देश के संविधान में सूचित देश के सामान्य मानवीय की रक्षा की जिम्मेदारी उठाते हुए हमारे अनेक वीर जवानों ने आतंकियों से लड़ते-लड़ते अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। आज उन बलिदानियों को भी आदर पूर्वक नमन करता हूं।'
यह कार्यक्रम किसी राजनीतिक दल का नहीं
इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, कि 'यह कार्यक्रम किसी राजनीतिक दल का नहीं था। और न ही किसी प्रधानमंत्री का। यह कार्यक्रम स्पीकर पद की गरिमा थी।' दरअसल, यहां पीएम का तंज उन विपक्षी पार्टियों की ओर था जिन्होंने आज इस समारोह का बहिष्कार किया है।
इस दौरान, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी संविधान समारोह दिवस के मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया।