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Corona AY-2 Mutation: अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत में मिला एवाई.2 म्यूटेशन, डेल्टा प्लस जैसा है इसका रूप
Corona AY-2 Mutation: भारत में एक नया खतरा सामने आया है। अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत में डेल्टा प्लस जैसा एवाई.2 म्यूटेशन मिला है।
Corona AY-2 Mutation: भारत में एक नया खतरा सामने आया है। अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत में डेल्टा प्लस (Delta Plus) जैसा एवाई.2 म्यूटेशन (AY.2 Mutation) मिला है। हैरत की बात तो ये है कि इस मामले पर भारत सरकार पिछले 20 दिनों से चुप बैठी है, लेकिन वैज्ञानिकों ने आधिकारिक तौर पर इस मामले पुष्टि की है और सरकार को जानकारी दी है कि डेल्टा प्लस जैसे एवाई.2 म्यूटेशन के मामले अब भारत में भी पाए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि एवाई.2 म्यूटेशन डेल्टा वैरिएंट में हुआ है। इस म्यूटेशन का सबसे ज्यादा प्रभाव अमेरिका पर पड़ा है। यहां एवाई.2 म्यूटेशन के मामले सबसे ज्यादा पाए गए है। वहीं वैज्ञानिकों ने यह जानकारी दी है कि अब भारत में भी एवाई.2 म्यूटेशन के मामले सामने आ रहे है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने एवाई.2 म्यूटेशन के बारे में जानकारी देते हुए बताया है, "भारत में अब तक एवाई.2 म्यूटेशन के पांच मरीजों का पता चला है। ये पांचों मरीज महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक में पाए गए थे। आपको बता दें कि पिछले साल अक्टूबर महीने में महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का दूसरा म्यूटेशन मिला था। कुछ महीने के बाद ही फिर से म्यूटेशन हुआ, जिसके बाद डेल्टा वैरिएंट और कापा वैरिएंट का मामला सामने आया। डेल्टा में भी दो म्यूटेशन मिले, जिसमें एक डेल्टा प्लस और दूसरा एवाई.2 म्यूटेशन है।
भारत में मिले डेल्टा प्लस और एवाई.2 म्यूटेशन को लेकर पूणे की एनआईवी की डॉक्टर महिला ने बताया है, "भारत में डेल्टा प्लस और एवाई.2 म्यूटेशन के दो मामले सामने आए है। ये दोनों म्यूटेशन खतरनाक हो सकते है, हालांकि यह कितना घातक हो सकता है इसके बारे में कुछ ज्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन इतना कहा जा सकता है कि देश में अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो इसमें म्यूटेशन की अहम भूमिका हो सकती है"।
आपको बता दें कि डेल्टा प्लस और एवाई.2 म्यूटेशन के अलावा एक तीसरा म्यूटेशन मिला है। यह म्यूटेशन 23 जून को सामने आया था, हालांकि ये म्यूटेशन भारत में नहीं है। यह म्यूटेशन अमेरिका और यूके के कुछ राज्यों में पाए गए है, जिसे एवाई.3 म्यूटेशन के रूप में जाना जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, एवाई.2 वैरिएंट के 250 से अधिक सैंपल प्राप्त हुए है। बताया जा रहा है कि इन सैंपलों में से सबसे ज्यादा सैंपल अमेरिका के हैं। ये सैंपल जीआईएसआईडी प्लेटफॉर्म (GISID Platform) पर मिले हैं। आपको बता दें कि जीआईएसआईडी प्लेटफॉर्म को सभी देशों को मिलाकर वैश्विक स्तर पर तैयार किया गया है। इस प्लेफॉर्म पर भारत से चार सैंपल दिए गए है। इस सैंपल में एवाई.2 वैरिएंट प्राप्त हुए हैं। ये वैरिएंट 2 मई से 21 मई के बीच पाए गए थे। ये वैरिएंट महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक में पाए गए थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी का कहना है, "बिहार और उत्तर प्रदेश में एक भी डेल्टा प्लस के मामले नहीं पाए गए, लेकिन जानकारी मिली है कि पिछले हफ्ते यहां कुछ मरीजों में इस वैरिएंट की मौजूदगी का पता चला है। हालांकि इसके अब तक 80 से ज्यादा केस पाए जा चुके है। डेल्टा प्लस से 14 राज्य प्रभावित हो चुके है"।