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दिल्ली में मारामारी: अस्पतालों में नहीं बचे बेड, अब संक्रमित मरीज कहां जाएंगें

पूरे देश में पिछले दिन कोरोना के 1.68 लाख मामले दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र और राजधानी दिल्ली में कोरोना का फैलता

Vidushi Mishra
Published By Vidushi Mishra
Published on: 12 April 2021 9:48 AM GMT
cases of corona Maharashtra Delhi catastrophe shortage of beds in hospitals
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कोरोना मरीज (फोटो-सोशल मीडिया)

नई दिल्ली। पूरे देश में पिछले दिन कोरोना के 1.68 लाख मामले दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र और राजधानी दिल्ली में कोरोना का फैलता संक्रमण अब तबाही का रूप लेता जा रहा है। मामले बढ़ने की वजह से अस्पतालों में बेड्स की कमी हो गई है। ऐसे में दिल्ली में करीब 17 ऐसे बड़े अस्पताल हैं, जहां पर एक भी कोरोना स्पेशल बेड नहीं है। जिससे राजधानी में सबसे बड़ा संकट खड़ा हो गया है। मरीजों को घंटों इधर-उधर भटक रहे हैं लेकिन बेड नहीं मिल पा रहा है।

दरअसल ये राजधानी दिल्ली में एक दिन में कोरोना मामलों की संख्या 10 हज़ार पार कर जाने की वजह से है। इसमें राजधानी के बड़े प्राइवेट अस्पतालों में बेड्स की मारा-मारी हो रही है। जिससे एक दर्जन से ज़्यादा प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना बेड्स की उपलब्धता शून्य हो गई है।

ऐसे में दिल्ली सरकार की 'कोरोना एप' के अनुसार, 12 अप्रैल दोपहर 1 बजे तक 17 बड़े प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना बेड्स की संख्या शून्य हो गई है। मतलब कि इन अस्पतालों में सामान्य कोरोना मरीज़ के लिए एक भी कोरोना बेड उपलब्ध नहीं है।

ये हैं दिल्ली के वो अस्पताल

1. ओखला के होली फैमली अस्पताल में सभी 164 बेड फुल

2. शालीमार बाग के मैक्स अस्पताल में अस्पताल में सभी 158 बेड फुल

3. पंजाबी बाग के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में सभी 150 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

4. रोहिणी के जयपुर गोल्डन अस्पताल में अस्पताल में सभी 124 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

5. द्वारका के वेंकटेश्वर अस्पताल में सभी 98 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

6. रोहिणी के सरोज अस्पताल में सभी 84 बेड फुल

7. राजेंद्र नगर के BL कपूर अस्पताल में सभी 81 बेड फुल

8. लाजपत नगर के VIMHANS अस्पताल में सभी 66 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

9. द्वारका के आयुष्मान अस्पताल में सभी 65 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

10. कीर्ति नगर के कालरा अस्पताल में सभी 65 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

11. कृष्णा नगर के गोयल अस्पताल में सभी 60 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

12. निर्माण विहार के मलिक रेडिक्स अस्पताल में सभी 46 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

13. ईस्ट ऑफ कैलाश के नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट अस्पताल में सभी 46 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

14. पंचकुइयां रोड के हार्ट एंड लंग अस्पताल में सभी 43 बेड पर भर्ती हैं मरीज़

15. द्वारका के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में सभी 32 बेड्स पर भर्ती हैं मरीज़

16. तिलक नगर के रिवाइव अस्पताल में सभी 28 बेड फुल

17. द्वारका के भगत चन्द्र अस्पताल में सभी 23 बेड फुल

ऊपर दी गई ये सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों की लिस्ट है, यहां पर बेड्स की कमी है। पर केंद्र और दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को मिला लें, तो लगभग 50 अस्पताल ऐसे हैं जहां पर बेड्स को लेकर संकट का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कोरोना संकट पर बैठक की। इसमें अरविंद केजरीवाल ने सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना बेड्स बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कई अस्पतालों को फिर से पूरी तरह कोविड स्पेशल बनाया जाएगा। लोगों से अरविंद केजरीवाल ने अपील की है कि लोग कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करें, बेवजह अस्पतालों की ओर ना भागें, अगर योग्य हो तो वैक्सीन लगवाएं।

Vidushi Mishra

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