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Corona Vaccination: वैक्सीन तो लगवानी ही पड़ेगी, सरकारों ने शुरू की सख्ती
पाकिस्तान समेत तमाम देशों ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। जिनको वैक्सीन नहीं लगी है उनके लिए कई तरह के प्रतिबंधों का ऐलान किया गया है।
Corona Vaccination: एक ओर दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है, वहीं बहुत से लोग अब भी वैक्सीन लगवाने को तैयार नहीं हैं। वैक्सीन से कतराने वालों की तादाद बहुत बड़ी है और ऐसे लोग हर देश में हैं। जब समझाने, जागरूक करने, प्रलोभन देने जैसे उपाए काम नहीं आये तो अब ऐसे लोगों से निपटने के लिए चीन, फिलिपीन्स, फ़्रांस, इटली, आयरलैंड, उक्रेन और पाकिस्तान समेत तमाम देशों ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। जिनको वैक्सीन नहीं लगी है उनके लिए कई तरह के प्रतिबंधों का ऐलान किया गया है। इन प्रतिबंधों में अधिकाँश ट्रेवल संबंधी हैं लेकिन कुछ देशों ने तो बिना वैक्सीन वालों पर किसी भी सार्वजनिक स्थल में जाने की रोक लगा दी है। दरअसल ये कवायद कोरोना की अगली लहर को रोकने के लिए है। सभी देश चाहते हैं कि कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग जाए ताकि संक्रमण फैलने के अंदेशे को न्यूनतम किया जा सके।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, सरकारें चाहती हैं कि देश में हर्ड इम्यूनिटी का एक स्तर हासिल कर लिया जाए, जो 80 से 90 प्रतिशत आबादी के वैक्सीनेशन से ही संभव है। लेकिन दिक्कत ये है कि सभी लोग वैक्सीन पर विश्वास नहीं करते और बहुत से ऐसे हैं जो सख्त उपायों के खिलाफ हैं।
फ़्रांस का कड़ा कदम
वैक्सीन न लगवाने वालों के खिलाफ सख्ती करने वालों में अब फ़्रांस शामिल हो गया है। फ्रांस की सरकार ने घोषणा की है कि वैक्सीन ना लगवाने वाले लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर जाने की अनुमति भी नहीं होगी। जल्दी ही फ्रांस में एक 'हेल्थ पास' जारी किए जाएगा जिसके बिना ट्रेनों, घरेलू उड़ानों, लंबी दूरी की बसों और रेस्तरां व कैफे में जाने की अनुमति नहीं होगी। यह पास स्मार्ट फोन या कागज पर एक क्यूआर कोड है जो दिखाता है कि कोविड वैक्सीन लगवाई जा चुकी है और कोविड संक्रमण की मौजूदा स्थिति क्या है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में तो पहले से ही क्यूआर कोड अनिवार्य कर दिया गया है 9 अगस्त से इसका इस्तेमाल बाकी जगहों पर भी जरूरी कर दिया जाएगा। नए उपायों के तहत स्वास्थ्यकर्मियों और बीमार व कमजोर लोगों के साथ काम करने वालों के लिए भी कोरोना का टीका लगवाना अनिवार्य किया जाएगा। जो कर्मचारी इस आदेश को नहीं मानेंगे उन्हें बिना तन्ख्वाह के निलंबित किया जाएगा। फ्रांसीसी अधिकारी कोरोना की चौथी लहर के खतरे को देखते हुए वैक्सीनेशन की रफ्तार और सीमा बढ़ाना चाहते हैं, इसलिए ये सख्त उपाय किए जा रहे हैं।
इटली में लागू हुआ ग्रीन पास नियम
इटली ने कोरोना की बहुत तबाही झेली है और अब ये देश बचाव के हरसंभव उपाय अपना रहा है। लेकिन इसके बावजूद डेल्टा वेरियंट के नए केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने की कवायद की जा रही लेकिन बहुत लोग अब भी वैक्सीन से कतरा रहे हैं। ऐसे में अब में इटली में ग्रीन पास व्यवस्था लागू की गई है जिसके तहत रेस्तरां, स्टेडियम, म्यूजियम, थिएटर, सिनेमा, प्रदर्शनियों, स्विमिंग पूल और जिम में प्रवेश सिर्फ ग्रीन पास धारकों को ही दिया जाएगा। अगले महीने से बस और ट्रेन यात्रा के लिए भी ग्रीन पास अनिवार्य किये जाने की योजना है। ग्रीन पास उनलोगों को मिलेगा जिनको वैक्सीन की कम से कम एक डोज़ लग चुकी है या उनके पास 48 घंटे के भीतर की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट है। यानी अगर किसी को रेस्तरां में जा कर खाना है तो वह या तो वैक्सीन लगवाए या रेस्तरां में जाने से पहले कोरोना टेस्ट कराये।
पाकिस्तान की बंदिशें
पाकिस्तान भी कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट की नई लहर से जूझ रहा है। ऐसे में अब बिना वैक्सीन वालों को किसी भी सरकारी दफ्तर, स्कूल, रेस्तरां और शौपिंग मॉल में घुसने की अनुमति नहीं दी जायेगी। वैक्सीनेशन के बगैर हवाई यात्रा पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। सभी टीचरों और 18 वर्ष के ऊपर के छात्रों को अगस्त के अंत तक वैक्सीन लगवा लेने की ताकीद की गयी है। पाकिस्तान की 22 करोड़ की आबादी में अभी तक सिर्फ 59 लाख लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज़ तथा 2 करोड़ 78 लाख लोगों को एक डोज़ लग पाई है। पाकिस्तान को चीन से वैक्सीनें मिल रही हैं और कोवैक्स के तहत भी मदद मिल रही है लेकिन लोगों में वैक्सीन न लगवाने की जिद बनी हुई है।
तुर्की भी लगायेगा प्रतिबन्ध
तुर्की में संक्रमण की रफ़्तार मई में धीमी पड़ने के बाद अब फिर बढ़ने लगी है लेकिन बहुत लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। ऐसी स्थिति में सरकार बिना वैक्सीन वालों पर प्रतिबन्ध लगाने जा रही है। सरकार की प्लानिंग है कि अगस्त-सितम्बर में लोगों को समझाने और जागरूक करने का अभियान चलाया जाएगा और इससे बात नहीं बनी तो बिना वैक्सीन वालों का सिनेमा घरों और शॉपिंग मॉल में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
चीन ने अस्पतालों में प्रवेश पर लगाई रोक
कोरोना से निपटने में चीन ने बेहद सख्त कदम उठाये हैं और बहुत बड़ी आबादी को वैक्सीन लगा भी दी है लेकिन अब भी कुछ लोग वैक्सीन लगवाने से बच रहे हैं। ऐसे में कम से कम आठ प्रान्तों की सरकारों ने बिना वैक्सीन वालों पर पाबंदियां लगा दी हैं। ऐसे लोग अब अस्पताल, नर्सिंग होम, स्कूल, शॉपिंग मॉल आदि में प्रवेश नहीं कर पाएंगे और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का भी इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। आदेश दिया गया है कि बिना वैक्सीन वालों को दुकानों, सुपर मार्किट, शॉपिंग मॉल आदि में कम भी नहीं करने दिया गया जाएगा।
फिलिपीन्स में धमकियाँ
फिलिपीन्स में बिना वैक्सीन वालों को प्रेसिडेंट दुतर्ते लगातार धमकाते जा रहे हैं। हाल में उन्होंने टीवी पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग वैक्सीन नहीं चाहते उनको घर से बाहर नहीं निकलने देना चाहिए। अगर कोई बाहर निकलेगा तो पुलिस उसे पकड़ कर घर में बंद कर देगी। इसके पहले दुतर्ते ये तक कह चुके हैं कि जिनको वैक्सीन नहीं लगवानी है वे भारत या अमेरिका चले जाएँ। उन्होंने बिना वैक्सीन वालों को जेल में बंद करने की भी धमकी दी है।
भारत की स्थिति
भारत में बिना वैक्सीन वालों पर फिलहाल कोई पाबंदियां नहीं लगी हैं। मिजोरम राज्य ने जरूर पाबन्दी लगाई थी लेकिन इस आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी गयी और कोर्ट ने इस आदेश को असंवैधानिक करार दिया है। हुआ ये कि 29 जून को मिजोरम सरकार ने आदेश जारी किया जिसमें सिर्फ वैक्सीन लगवा चुके वाले लोगों को दुकानों या अन्य प्रतिष्ठानों में काम करने, पब्लिक ट्रांसपोर्ट को ऑपरेट करने आदि की इजाजत दी गयी थी। हाई कोर्ट ने कहा कि ये आदेश मनमाना और संविधान का उल्लंघन है।