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Corona Vaccine: कोवैक्सिन को WHO की मंजूरी जल्द, अगस्त में आ सकता है फैसला
Corona Vaccine: कोवैक्सिन बनाने वाली कम्पनी भारत बायोटेक ने आपात मंजूरी के लिये जरूरी सभी दस्तावेज डब्ल्यूएचओ को सौंप दिये हैं।
Corona Vaccine: भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन (Covaxin) को डब्लूएचओ (WHO) की मंजूरी मिलने के आसार बढ़ गए हैं। कोवैक्सिन बनाने वाली कम्पनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने आपात मंजूरी (Emergency Approval) के लिए जरूरी सभी दस्तावेज डब्ल्यूएचओ को सौंप दिये हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने कहा है कि डब्ल्यूएचओ चार से छह सप्ताह के भीतर आपातकालीन उपयोग सूची में कोवैक्सिन को शामिल करने पर निर्णय ले सकता है। यानी अगस्त में फैसला आ सकता है।
भारत बायोटेक (Bharat Biotech) इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (Chairman And Managing Director Of Bharat Biotech) कृष्ण एल्ला (Krishna Ella) ने एक ट्वीट में कहा है कि - कोवैक्सीन के आपातकालीन उपयोग सूचीबद्धता के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज विश्व स्वास्थ्य संगठन के पास नौ जुलाई तक जमा कर दिए गए हैं। समीक्षा प्रक्रिया शुरू हो गयी है और हमें डब्लूएचओ से जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
डब्लूएचओ (WHO) के दिशानिर्देश के अनुसार आपात मंजूरी के लिए लाइसेंस देने की एक नियत प्रक्रिया है। इसके जरिये नये या बिना लाइसेंस वाले उत्पादों का उपयोग सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति में किया जा सकता है।
बायोटेक और इंडियन कॉउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च द्वारा विकसित कोवैक्सिन को जनवरी में भारतीय ड्रग कंट्रोलर ने अनुमोदित कर दिया था और तब से वैक्सीनेशन में इसका उपयोग किया जा रहा है। भारत बायोटेक ने तभी डब्लूएचओ के पास आपातकालीन उपयोग की मंजूरी की अर्जी लगाई थी। अभी तक मंजूरी इस लिए नहीं मिली थी क्योंकि भारत बायोटेक ने तीसरे चरण के ट्रायल के दस्तावेज और डेटा ही नहीं दिया था। अब जा कर इसने डब्लूएचओ को डेटा दिया है।
तीसरे चरण का ट्रायल
भारत बायोटेक ने हाल में कोवैक्सिन के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल का डेटा जारी किया था जिसमें बताया गया था कि ये वैक्सीन 77.8 फीसदी असरदार साबित हुई है। प्री-प्रिंट डेटा का हवाला देते हुए भारत बायोटेक ने कहा था कि कोविड-19 के खिलाफ स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन के लिए फाइनल ट्रायल पूरा कर लिया गया है। विश्लेषण से पता चला है कि कोवैक्सिन कोरोना के गंभीर मरीजों और कोरोना के डेल्टा वेरिएंट पर भी असरदार है।
भारत बायोटेक ने कहा है कि कोवैक्सिन डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 65.2 प्रतिशत सुरक्षा देता है। बायोटेक ने कहा है कि कोवैक्सिन कोरोना के गंभीर मरीजों के खिलाफ 93.4 फीसदी प्रभावी है। भारत बायोटेक ने 130 कोरोना के पुष्ट मामलों पर ये ट्रायल किया है।
बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों पर कोवैक्सिन 63.6 फीसदी असरदार है। ट्रायल के लिए भारत के 25 अस्पतालों को चुना गया था। ट्रायल के लिए डबल-ब्लाइंड, रैंडमाइज्ड, मल्टी-सेंटर क्लिनिकल तैयार किए गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रायल में 18 से 98 वर्ष के आयु वर्ग के मरीजों को शामिल किया गया था।
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