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Corona Vaccine: कोरोना मरीजों पर केवल 50 फीसदी असरदार है कोवैक्सिन, स्टडी में खुलासा
Corona Vaccine: एक स्टडी में सामने आया है कि भारत बायोटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन 'कोवैक्सिन' की दोनों डोज कोरोना के सिम्टोमैटिक मरीजों में 50 फीसदी प्रभावी है।
Corona Vaccine: कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Mahamari) से जंग में सबसे बड़ा हथियार वैक्सीन (Corona Vaccine) को माना जा रहा है। भारत में भी महामारी को हराने के लिए और लोगों को कोविड-19 संक्रमण (Covid-19) से सुरक्षा कवच देने के लिए तेजी से टीकाकरण अभियान (Covid-19 Vaccination Abhiyan) जारी है। देश में फिलहाल वैक्सीनेशन (Vaccination) के लिए सबसे ज्यादा जिन टीकों का इस्तेमाल हो रहा है, उनमें कोविशील्ड और कोवैक्सिन शामिल है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सब्जेक्ट एडवाइजरी कमेटी की ओर से कोवैक्सिन (Covaxin) के इमरजेंसी इस्तेमाल (Emergency Use) की मंजूरी दे दी गई है।
इस बीच एक स्टडी में सामने आया है कि भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोरोना वायरस वैक्सीन 'कोवैक्सिन' (Covaxin) की दोनों डोज कोरोना के सिम्टोमैटिक (Symptomatic) यानी लक्षण वाले मरीजों में 50 फीसदी प्रभावी है। यह दावा लैंसेट इन्फेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित भारतीय वैक्सीन के रियल वर्ल्ड एसेसमेंट में किया गया है। जबकि इससे पहले लैंसेट में छपी पीयर-रिव्यू में कोवैक्सिन को कोरोना के खिलाफ प्रभावी बताया गया था और कहा गया था कि लक्षण वाले मरीजों में यह वैक्सीन करीब 77.8 फीसदी तक प्रभावी है। साथ ही इसके कोई गंभीर प्रभाव भी नहीं है।
2714 स्वास्थ्य कर्मियों पर की गई नई स्टडी
नई स्टडी दिल्ली के एम्स (AIIMS) में की गई है, जिसमें कोरोना से संक्रमित करीब 2714 स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया। यह सभी कोरोना के सिम्टोमैटिक यानी लक्षण वाले मरीज थे। इनकी स्टडी के लिए आरटी-पीसीआर जांच (RT-PCR Test) भी की गई। यह स्टडी 15 अप्रैल से 15 मई के बीच की गई, जब भारत में कोरोना के खतरनाक वेरिएंट डेल्टा का कहर था। कोविड-19 के 80 प्रतिशत मामलों में डेल्टा वेरिएंट (Covid-19 Delta Variant) ही मिला था।
कोवैक्सिन क्या है (Covaxin Kya Hai)?
आपको बता दें कि 'कोवैक्सिन' (Covaxin) एक स्वदेसी कोरोना वैक्सीन है। इसे भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (National Institute of Virology यानी NIV) के सहयोग से तैयार किया है। इस साल जनवरी में ही भारत सरकार ने कोवैक्सिन के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी थी। जबकि काफी इंतजार के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी है। कोवैक्सिन की दो खुराक 18 साल से ऊपर के लोगों को दी जाती है।
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