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कोरोना में 14 करोड़ लोगों की गई नौकरी, आसमान पर महंगाई, कैसे चलेगा घर?

देश में कोविड-19 के दौरान 14 करोड़ लोगों की नौकरी चली गई, ये लोग अपने परिवार का पालन पोषण कैसे करें?

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Newstrack NetworkPublished By Rahul Singh Rajpoot
Published on: 1 Jun 2021 1:27 PM GMT (Updated on: 2 Jun 2021 9:19 AM GMT)
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद एक करोड़ 89 लाख लोगों की नौकरी चली गई
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प्रतीकात्मक फोटो 

कोरोना वायरस ने भारत में जमकर तबाही मचाई है। कोरोना महामारी की चपेट में जहां करोड़ों लोग आए तो वहीं लाखों लोगों की जान चली गई। अब लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एक सर्वे के मुताबिक देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद एक करोड़ 89 लाख लोगों की नौकरी चली गई। वहीं पिछले साल कोविड-19 की वजह से 12 करोड़ 20 लाख लोग की नौकरियां गई थी। कोविड की पहली लहर और दूसरी लहर को मिलाकर करीब 14 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से ना केवल लोगों का रोजगार छिन गया बल्कि केंद्र सरकार भी महामारी के वक्त महंगाई पर काबू पाने में नाकामयाब रही, पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी करके आम आदमी की जेब ढीली करने में लगी है। देश में लगातार खाद्य पदार्थों, खाद्य तेल, पेट्रोल-डीजल, गैस की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि आमजन की कमर तोड़ रही है।

बेरोजगारी के आंकड़े

कोरोना काल में 14 करोड़ लोगों का छिना बेरोजगार

कोरोना की दूसरी लहर 1.89 करोड़ लोगों की गई नौकरी

देश में 97 प्रतिशत परिवारों की आय में आई कमी

पिछले साल 12.20 करोड़ नौकरियां गई थी

पिछले 12 महीनों में बेरोजगारी दर?

तारीख भारत शहरी ग्रामीण

Feb-21 6.9 6.99 6.86

Jan-21 6.53 8.08 5.83

Dec-20 9.06 8.84 9.15

Nov-20 6.5 7.07 6.24

Oct-20 7.02 7.18 6.95

Sep-20 6.68 8.45 5.88

Aug-20 8.35 9.83 7.65

Jul-20 7.4 9.37 6.51

Jun-20 10.18 11.68 9.49

May-20 21.73 23.14 21.11

Apr-20 23.52 24.95 22.89

Mar-20 8.75 9.41 8.44



बेतहाशा महंगाई से परेशान जनता

कोरोना महामारी के बीच आम लोगों को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है। पहले पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों ने लोगों के पसीने छुड़वाए। अब पेट भरने के लिए आने वाला राशन भी महंगा हो रहा है। पेट्रोल और डीजल के बढ़े दाम के बीच सरसों के तेल भी आग लग गई है। बढ़ी कीमत ने लोगों की जेब पर बोझ बढ़ा दिया है। राजमा, चने से लेकर लगभग हर दाल की कीमत में 10 से 25 रूपये तक की बढ़ोतरी हुई है। दाल की अचानक बढ़ी कीमतों की वजह से महिलाओं की रसोई का बजट भी डगमगा सा गया है। जो सरसों का तेल कभी 90 रुपये लीटर था वही आज के समय में 160 रुपये से लेकर 200 पार बिक रहा है।

तेल और दालों के दाम

सरसों तेल 160 से 210 रुपया

मूंगफली तेल 175.55 रुपये

मसूर 90 से 100 रुपये

चना दाल 70 से 80 रुपये

काले चने 70 से 75 रुपये

सफेद चला 90 से 110 रुपये

साबुत मसूर 80 से 100 रुपये

राजमा 120 से 140 रुपये

अरहर दाल 100 से 110 रुपये

साबुत माह दाल 90 से 110 रुपये

सोयाबीन 120 से शुरू

रिफाइंड (क्वालिटी अनुसार) 90 से 350 रुपये प्रति लीटर



मई में 16 बार बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम

वहीं मंगलवार एक जून को पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई। जून महीने के पहले ही दिन पेट्रोल 26 पैसे प्रति लीटर और डीजल 23 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है। दिल्ली के बाजार में मंगलवार)पेट्रोल 94.49 रुपये प्रति लीटर और डीजल 85.38 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। बीते 15 दिनों में ये पहला मौका है, जब लगातार दूसरे दिन पेट्रोल-डीजल यानी दोनों ही ईंधन की कीमत में इजाफा हुआ है। बता दें कि इन दो दिनों में पेट्रोल 56 पैसे महंगा हो चुका है।



महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम

शहर पेट्रोल डीजल

दिल्ली 94.49 85.38

मुंबई 100.72 92.69

कोलकाता 94.50 88.23

चेन्नई 95.99 90.12

भोपाल 102.61 93.89

पटना 96.64 90.66

लखनऊ 91.83 85.77

बेंगलुरु 97.64

कोरोना काल में अमेठी जिला निवासी रमाकांत यादव की भी नौकरी चली गई। रामकातं के कंधों पर दो बेटे, पत्नी, बूढ़े मां-बाप की जिम्मेदारी है। बेटों की पढ़ाई और घर का खर्च कैसे चले इसको लेकर वह काफी तनाव में रहते हैं। न्यूज ट्रैक से बात करते हुए रमाकांत ने अपना दुख बयां करते हुए बताया कि गुरुग्राम की एक कंपनी में वह काम करते थे। कोरोना की दूसरी लहर में उनकी नौकरी चली गई। वह अपने गांव वापस आ गए हैं, उन्हें रोजगार की तलाश है।

रमाकांत यादव, अमेठी निवासी

Rahul Singh Rajpoot

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