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बेकाबू कोरोना, अस्पतालों में बेड्स हुए कम, कई राज्य में लॉकडाउन का डर
देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहा हैं और इसी के साथ अस्पतालों में बेड की मारामारी।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहा हैं और इसी के साथ अस्पतालों में बेड की मारामारी। दिल्ली, मुंबई, लखनऊ समेत कई राज्यों में अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड की कमी होने लगी है। कई राज्यों में तो बगड़ती स्थिति की वजह से लॉकडाउन लगाने की नौबत तक आ चुकी है।
गौरतलब है कि भारत में हर दिन डेढ़ लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटे के दौरान भारत में कोविड-19 के एक लाख 61 हजार 736 नए केस दर्ज किए गए हैं। जबकि इस दौरान 879 लोगों ने दम तोड़ा है। हालांकि थोड़ी राहत की बात ये है कि बीते दिन 97,168 लोगों ने इस बीमारी को मात दिया है। चलिए जानते हैं राज्यों में क्या हैं हालात-
महाराष्ट्र में लॉकडाउन की स्थिति
देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ही है। यहां पर आए दिन कोरोना के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं। बीते दिन भी यहां 51 हजार से ज्याद नए मामले दर्ज किए गए थे। ऐसे में एक बार फिर से राज्य के संपूर्ण लॉकडाउन होने की संभावना जताई जा रही है। अ
भी हाल ही में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी कोविड टास्क फोर्स के साथ बैठक की थी, जिसमें राज्य में दो से तीन हफ्ते तक का संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की बात सामने आई थी। महाराष्ट्र में अभी नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है।
लखनऊ में भी लग सकता है लॉकडाउन
उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां पर कोरोना के चलते स्थिति भयावह होती जा रही है। यूपी में महामारी से सबसे ज्यादा राजधानी लखनऊ प्रभावित हुई है। जिसके चलते राजधानी में भी संपूर्ण लॉकडाउन का खतरा मंडराने लगा है। बता दें कि लखनऊ में बीते कुछ दिनों से कोविड-19 के मामलों में तेजी दर्ज की गई है। रोजाना दर्ज होने वाले मामलों का आंकड़ा चार हजार पार चला गया है।
वहीं लखनऊ में बढ़ते कोरोना के मामलों की वजह से कई अस्पतालों में बेड्स की भी कमी होने लगी है। कई जगह टेस्टिंग को लेकर भी परेशानी है। इस बीच राज्य की योगी सरकार में मंत्री बृजेश पाठक की एक चिट्ठी आई है, जिसमें उन्होंने यह संदेह जताया है कि अगर हालात ऐसे ही बना रहे तो राजधानी लखनऊ में संपूर्ण लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है। बता दें कि यूपी के करीब 13 जिलों में पहले ही नाइट कर्फ्यू लागू है।
दिल्ली में कोरोना से हाल बेहाल
इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी स्थिति खराब होती जा रही है। यहां पर भी कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से अस्पतालों में बेड्स की कमी हो गई है। यहीं वजह है कि दिल्ली के 14 प्राइवेट अस्पतालों को कोविड स्पेशल बनाया गया है और हॉस्पिटल्स के साथ बैंकट हॉल जोड़े जा रहे हैं। कोरोना की खराब होती स्थिति के चलते राजधानी में लॉकडाउन का डर सताने लगाने था, हालांकि राज्य सरकार ने इस पर अपनी स्थिति साफ कर दी है।
राज्य की अरविंद केजरीवाल सरकार ने कहा है कि अभी दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। हालांकि अगर हालात बिल्कुल बेकाबू हो जाए और अस्पतालों में जगह ना बचे, तो लॉकडाउन का निर्णय लिया जा सकता है। अभी दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। बता दें कि दिल्ली में एक्टिव केस की संख्या 38 हज़ार को पार कर चुकी है। बीते दिन यहां पर 11 हजार से ज्याद केस सामने आए थे।
गुजरात में भी बेड्स की समस्या
गुजरात में भी कोरोना के चलते हालात बेहाल होते जा रहे हैं। अहमदाबाद शहर के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल का हाल बेहाल है, यहां 1200 बेड्स भरे पड़े हैं। इस वजह से कोरोना के मरीजों को बाहर एम्बुलेंस में रोका गया है। बाहर ही मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
रिकवरी रेट हुई कम
कोरोना के बढ़ते मामले और अस्पतालों में कम होते बेड्स के बीच अब देश में रिकवरी रेट भी कम हो गया है। भारत में पहले जो रिकवरी रेट 98 फीसदी तक पहुंच गया था, वह अब घटकर रिकवरी रेट 98 फीसदी तक आ गया है।