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PM मोदी ने वेंटीलेटर्स के इस्तेमाल नहीं होने पर जताई चिंता, कहा- तुरंत हो ऑडिट

पीएम ने कहा कि आवश्यक हो तो स्वास्थ्य कर्मियों को वेंटिलेटर के ठीक से संचालन के लिए रिफ्रेशर ट्रेनिंग दी जानी चाहिए।

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Newstrack Network NetworkPublished By Dharmendra Singh
Published on: 15 May 2021 5:38 PM GMT
Narendra Modi
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एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो: सोशल मीडिया

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। पीएम मोदी का मानना है कि स्‍थानीय स्‍तर पर कंटेनमेंट की रणनीतियों से कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकता है। पीएम मोदी ने बैठक में अधिकारियों को इस दिशा में काम करने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी को देश में कोविड से संबंधित मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी।

पीएम मोदी को जानकारी दी गई कि देश में जांच की संख्या तेजी से बढ़ी है, मार्च की शुरुआत में हर हफ्ते कोविड-19 के लिए लगभग 50 लाख जांच की जा रही थी जो अब बढ़कर प्रति हफ्ते लगभग 1.3 करोड़ हो गयी है। उन्होंने प्रधानमंत्री को जांच में धीरे-धीरे घट रही पॉजिटिविटी रेट और बीमारी से उबरने की बढ़ती दर की भी जानकारी दी। यह चर्चा की गयी कि हर दिन सामने आ रहे चार लाख से अधिक मामले स्वास्थ्य कर्मियों, राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप अब कम हो रहे हैं।
पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि विशेष रूप से उन राज्यों के लिए स्थानीयकृत नियंत्रण रणनीति समय की जरूरत है जहां जिलों में जांच पॉजिटिविटी रेट (टीपीआर) अधिक है। उन्होंने निर्देश दिया कि आरटी-पीसीआर और रैपिड टेस्ट दोनों के उपयोग के साथ, विशेष रूप से उच्च जांच पॉजिटिविटी रेट वाले क्षेत्रों में जांच को और बढ़ाया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्यों को अपने प्रयासों का सही नतीजा न मिलने पर दिखने वाली बड़ी संख्या का दवाब न लेते हुए पारदर्शी तरीके से अपनी संख्या की जानकारी देने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य संसाधनों को बढ़ाने के निर्देश

पीएम मोदी ने घर-घर जाकर जांच और निगरानी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य संसाधनों को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी आवश्यक साधनों के साथ आशा और आंगनवाड़ी कर्मचारियों को सशक्त बनाने के बारे में भी बात की। प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन और इलाज के लिए दिशानिर्देश चित्रों के साथ-साथ आसान भाषा में उपलब्ध कराने को कहा।
उन्होंने निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक वितरण योजना तैयार की जाए, जिसमें ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स का प्रावधान शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे उपकरणों के संचालन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए और ऐसे चिकित्सा उपकरणों के सुचारू संचालन के लिए बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए।

भविष्य में वैक्सीन की उपलब्धता के रोडमैप पर भी चर्चा

प्रधानमंत्री ने कुछ राज्यों में वेंटिलेटर के स्टोरजे में पड़े होने की कुछ रिपोर्टों को गंभीरता से लिया और निर्देश दिया कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए वेंटिलेटर के उपयोग और संचालन का तुरंत ऑडिट किया जाना चाहिए। पीएम ने कहा कि आवश्यक हो तो स्वास्थ्य कर्मियों को वेंटिलेटर के ठीक से संचालन के लिए रिफ्रेशर ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई का वैज्ञानिक और विषय के विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन किया है और यह जारी रहेगा।
अधिकारियों ने पीएम मोदी को वैक्सीनेशन प्रक्रिया और 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को राज्यवार तरीके से दिए गए टीके के बारे में बताया। भविष्य में वैक्सीन की उपलब्धता के रोडमैप पर भी चर्चा हुई। पीएम मोदी ने अधिकारियों को वैक्सीनेशन की गति तेज करने के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम करने को कहा।


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