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नए नए तरह से परेशान कर रहा कोरोना वायरस, लक्षणों की लंबी हो रही सूची
बीमारी फैलने के साथ इसके संक्रमण के नए नए लक्षण भी सामने आ रहे हैं। किस संक्रमित व्यक्ति में कौन से लक्षण दिखाई देंगे, कुछ कहा नहीं जा सकता।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (coronavirus) महामारी का अंत नजदीक दिखाई नहीं दे रहा है। महामारी फैलाने वाला वायरस नए नए रूप में फ़ैल रहा है । लोगों की जिंदगियां खतरे में डालता चला जा रहा है। बीमारी फैलने के साथ इसके संक्रमण के नए नए लक्षण भी सामने आ रहे हैं। किस संक्रमित व्यक्ति में कौन से लक्षण दिखाई देंगे, कुछ कहा नहीं जा सकता। महामारी की शुरुआत में कोरोना संक्रमण के लक्षणों (symptoms of corona infection) में खांसी, खराश, बुखार, और सांस फूलना शामिल था । लेकिन बीते सवा साल में ये सूची लम्बी होती चली गयी है। अब एक्सपर्ट्स ने कोरोना संक्रमण के लक्षणों की लिस्ट में नई चीजें जोड़ दी हैं। नए लक्षणों में कम सुनाई देना, मुंह सूखना और तेज सिरदर्द होना शामिल है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि कोरोना का कोई नया स्वरूप लोगों को संक्रमित कर रहा है। एक्सपर्ट्स के अनुसार पहले की लहर में जो लक्षण दिखाई देते थे वो भी मौजूद हैं और नए लक्षण उनमें जुड़ते जा रहे हैं।
महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ राहुल पंडित के अनुसार, वर्तमान समय में कोरोना से संक्रमित हो रहे लोगों में नए लक्षण दिखाई दे रहे हैं। इन लक्षणों में बहरापन, कानों में सीटी की आवाज, कंजंक्टिवाइटिस, अत्यधिक कमजोरी, मुंह सूखना, लार बहुत कम बनना, लम्बे समय तक तेज सिरदर्द बने रहना और स्किन पर चकत्ते पड़ना शामिल है। ये लक्षण पहले नहीं देखे गए थे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना संक्रमितों में अलग अलग तरह के और अलग अलग तीव्रता वाले लक्षण दिखाई दे रहे हैं। डेल्टा वेरियंट से संक्रमित हुए लोगों में पेट से सम्बंधित शिकायतें, जैसे कि डायरिया, उलटी और जी मिचलाना देखी जा रही थीं। लेकिन अब संक्रमितों में अलग तरह के लक्षण आ रहे हैं।
डाक्टरों के अनुसार, जिस तरह कोरोना वायरस सूंघने की शक्ति कम कर दे रहा था उसी तरह अब सुनने की शक्ति को प्रभावित कर रहा है। इससे पता चलता है कि वायरस स्नायु तंत्र के उस हिस्से में पहुँच गया है जहाँ से सुनने, सूंघने और देखने की प्रक्रिया होती है। नाक, कान और आँखों के प्रभावित होने के पीछे यही कारण बताया जा सकता है। फिलहाल कोरोना संक्रमण के चलते बहरापन होने के मामले भारत में बहुत ज्यादा नहीं पाए गए हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, जिन मरीजों में सुनने की शक्ति प्रभावित हो रही है उनका इलाज स्टेरॉयड थेरेपी से किया जा रहा है। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि मरीजों में बहरेपन की दिक्कत वायरल इन्फेक्शन की वजह से भी हो सकती है।
क्या करना चाहिए
अगर किसी व्यक्ति में अचानक कोई असामन्य लक्षण दिखाई देते हैं तो तत्काल डाक्टर से संपर्क करना चाहिए। बुखार, खांसी, खराश, गले में दर्द, सूंघने के शक्ति ख़त्म हो जाना, उँगलियों का रंग बदल जाना, स्किन पर चकत्ते पड़ना, सुनाई देना बंद हो जाना, जी मिचलाना, खांसी, कंजंक्टिवाइटिस, जोड़ों में दर्द, डायरिया – ये सब लक्षण किसी सामान्य बीमारी के भी सकते हैं और कोरोना संक्रमण के भी हो सकते हैं। ऐसे में अपना इलाज खुद ही करने की बजाये डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। बहुत से लोग अपना इलाज खुद शुरू करके समय गंवा देते हैं जिससे संक्रमण की तीव्रता और तेज हो जाती है। वैसे तो इन दिनों कई तरह की मौसमी बीमारियों का भी प्रकोप है।
नए लक्षणों की वजह
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोई भी बीमारी हर व्यक्ति अलग अलग तरह से प्रभावित करती है। कोरोना के साथ भी यही स्थिति है। जैसे जैसे महामारी का फैलाव हुआ है वैसे वैसे नई जानकारियाँ मिली हैं। अब भी इस वायरस के बारे में बहुत कुछ पता नहीं है। किस व्यक्ति में कोई वायरस क्या लक्षण उत्पन्न करेगा ये निश्चित तौर पर नहीं बताया जा सकता। इतना जरूर कहा जा सकता है कि वायरस के म्यूटेट होने के साथ चूँकि उसके स्वरूप में बदलाव होता है सो उस नए वेरियंट या स्ट्रेन से होने वाली बीमारी का स्वरूप भी बदल जाता है। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों को भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है ताकि संक्रमण की पहचान शुरूआती दौर में ही कर ली जाए।