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केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का 82वां स्थापना दिवस आज , जानें इतिहास

CRPF 82nd raising day: आज केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का 82वां स्थापना दिवस है । क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के नाम से 1939 को नीमच में प्रथम बटालियन की स्थापना की गई थी ।

Riya Gupta
Written By Riya GuptaPublished By Monika
Published on: 27 July 2021 12:13 PM IST
82nd Raising Day of CRPF
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केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का 82 वां स्थापना दिवस (सांकेतिक फोटो : सोशल मीडिया )

CRPF 82nd raising day: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) स्थापना दिवस हर साल 27 जुलाई को मनाया जाता है । आज केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का 82वां स्थापना दिवस है । क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के नाम से 1939 को नीमच में प्रथम बटालियन (1st Battalion at Neemuch) की स्थापना की गई थी । इस बल की दूसरी बटालियन आजादी के बाद तुरंत बनी थी । वहीं तीसरी बटालियन 1956 में बनी थी । यह बल आतंकवाद ( terrorism), नक्सलवाद ( naxalism) सहित अन्य भयावह हालातों का सामना करता है । आज की तारीख की बात करें, तो इसकी कुल संख्या 217 बटालियन की हो गई है । यह बल राज्य सरकारों की आवश्यकता अनुसार कार्य करता है । बल का प्रमुख कार्य कानून व्यवस्था को बनाये रखना, सुरक्षा सुनिश्चित करना, असामाजिक तत्वों से निपटना ।

आजादी के तुरंत बाद कच्छ (Kutch) , राजस्थान (Rajasthan) और सिंध (Sindh) सीमाओं में सीआरपीएफ (CRPF) की टुकड़ियों को भेजा गया। पाकिस्तानी घुसपैठियों की ओर से शुरू किए गए हमलों के बाद सीआरपीएफ के जवानों को जम्मू-कश्मीर की पाकिस्तान सिमा पर तैनात किया गया।

लद्दाख (Ladakh) पर पहली बार 21 अक्टूबर 1959 को चीनी हमले को सीआरपीएफ के जवानों ने नाकाम किया। पुलिस बल के एक छोटे से गश्ती दल पर चीन ने हमला कर दिया। 10 जवानों ने देश के लिए बलिदान दिया। उनकी शहादत की याद में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।

आतंवादियों से लड़ने पहुचे श्रीलंका

सीआरपीएफ की 13 कंपनियों को आतंकवादियों से निपटने के लिए भारतीय शांति सेना के साथ श्रीलंका भेजा गया। संयुक्त राष्ट्रीय शांति सेना के एक अंग के रूप में सीआरपीएफ के जवानों को नामिबिया, सोमालिया और मालद्वीप के लिए भेजा गया।

सीआरपीएफ की मांग

सीआरपीएफ की ताकत न केवल कानून और व्यवस्था को बनाये रखने बल्कि संचार तंत्र व्यवधान मुक्त रखने के लिए शामिल किया गया है। 80 के दशक से पहले पंजाब में आतंवाद छाया हुआ था। तब राज्य सरकार ने सीआरपीएफ की मांग की थी।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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