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Cyclone Tauktae के चलते उत्तर भारत में हुई जमकर बारिश, जल्द मॉनसून दे सकता है दस्तक
चक्रवाती तूफान के कमजोर होने के बाद दिल्ली, यूपी समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में जमकर बारिश हो रही है।
Cyclone Tauktae: अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान तौकते ने देश के कई राज्यों में भारी नुकसान किया है। आर्थिक नुकसान के अलावा कई लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी है। इस समुद्री तूफान का सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र (Maharashtra) और गुजरात (Gujarat) में देखने को मिला। इन राज्यों में अपना कहर बरपाने के बाद चक्रवाती तूफान अब कमजोर पड़ गया है। लेकिन अब इसका असर उत्तर भारत (Northern India) के कई राज्यों में देखने को मिल रहा है।
चक्रवाती तूफान के कमजोर होने के बाद दिल्ली और उत्तर भारत के कई राज्यों में इस तूफान का असर दिखने लगा है। इसके चलते बुधवार से ही दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में लगातार बारिश (Rainfall) हो रही है। उत्तर प्रदेश में गुरुवार को भी भारी बारिश जारी है। बारिश के साथ तेज हवाओं से ठंड का एहसास किया जा रहा है। जिसके बाद अब माना जा रहा है कि चक्रवाती तूफान के चलते मॉनसून (Monsoon) की एंट्री भारत में जल्दी हो सकती है।
उत्तर भारत के राज्यों में मौसम ने ली करवट
जाहिर है कि पश्चिमी राज्यों में असर दिखाने के बाद चक्रवाती तूफान तौकते अब उत्तर भारत पहुंचते ही कमजोर पड़ चुका है, ऐसे में उत्तर भारत के राज्यों में मौसम ने करवट ली है और यहां पर बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है। हालात ये रहे कि बुधवार सुबह शुरू हुई बारिश गुरुवार तक जारी रही। कई राज्यों में अभी भी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। लगातार हो रही भारी बारिश के चलते राज्यों में अधिकतम तापमान में कमी दर्ज की जा रही है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तो बीते दिन अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री दर्ज किया गया है, जो कि 1951 के बाद मई महीने में दिन में दर्ज किया गया सबसे कम अधिकतम तापमान है।
वहीं, भारतीय मौसम विभाग का भी कहना है कि तौकते तूफान के चलते ही दिल्ली, एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में मौसम का मिजाज बदला है। राजस्थान, यूपी, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड शुरू हुई बारिश की वजह पश्चिमी विक्षोभ और समुद्री तूफान तौकते का मेल खाना ही है।
मॉनसून पर नहीं पड़ेगा चक्रवात का कोई असर
इसके अलावा मौसम विभाग ने यह अनुमान जताया था कि तौकते के चलते इस साल मॉनसून पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इस साल भी केरल में एक जून तक मॉनसून की दस्तक हो सकती है। हालांकि ऐसा कहा जा रहा है कि 30 या 31 मई को भी मॉनसून के आने की संभावना है। विभाग के मुताबिक, अगर 31 मई तक मॉनसून केरल में आता है तो फिर महाराष्ट्र के कोकण क्षेत्र में 8 से 10 जून तक मॉनसून की दस्तक हो सकती है।
पीएम मोदी ने गुजरात के लिए की राहत पैकेज की घोषणा
आपको बता दें कि तौकते तूफान से गुजरात में भारी तबाही हुई है। ऐसे में तूफान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को गुजरात (Gujarat) और दीव में चक्रवात से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया। इसके साथ ही गुजरात के लिए एक बड़े राहत पैकेज का ऐलान किया।
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुजरात में चक्रवात तूफान तौकते से हुए नुकसान के लिए एक हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज (Relief Package) का ऐलान किया है। इस दौरान उन्होंने का कि केंद्र सरकार इंटर मिनिस्ट्रियल ग्रुप भेजेगी जो पूरे प्रदेश में तौकते से हुए नुकसान का जायडजा लेगा। पीएम ने कहा कि केंद्र द्वारा चक्रवात से हुए नुकसान के पुनर्निमाण के लिए मदद की जाएगी।
मृतकों के परिजनों को मिलेगा 2-2 लाख रुपये
यही नहीं पीएम मोदी ने सभी राज्यों में चक्रवात तूफान में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायल हुए लोगों कोक 50 हजार रुपये का मुआवजा राशि देने की घोषणा की है। पीएम मोदी ने कहा कि चक्रवात से प्रभावित सभी राज्यों के साथ केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही है। चक्रवात से प्रभावित सभी राज्यों को केंद्र की ओर से तुरंत राहत दी जाएगी। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि चक्रवात तूफान तौकते से प्रभावित हुए सभी राज्य अपने नुकसान का आंकलन जो केंद्र को देंगे उन्हें केंद्रीय सहायता राशि दी जाएगी।
आपको बता दें कि अभी जहां तौकते के कहर से देश उभर भी नहीं पाया है कि भारत में दूसरे सुपर साइक्लोन की दस्तक होने वाली है। बताया गया है कि बंगाल की खाड़ी में सुपर साइक्लोन यश के आने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो इस तूफान की वजह से बंगाल की खाड़ी की ओर आने वाले मॉनसून के बादल जल्द ही दस्तक दे सकते हैं। ऐसे में 21 मई के आस-पास यहां पर बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है।