TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

बार्ज पी-305 हादसा: कैप्टन की लापरवाही से हुईं इतनी ज्यादा मौतें, हत्या का केस दर्ज

Barge P-305: बार्ज पी-305 के कैप्टन की लापरवाही सामने आने के बाद पुलिस ने मामले में कैप्टन के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shreya
Published on: 21 May 2021 2:34 PM IST (Updated on: 21 May 2021 3:33 PM IST)
बार्ज पी-305 हादसा: कैप्टन की लापरवाही से हुईं इतनी ज्यादा मौतें, हत्या का केस दर्ज
X

बार्ज पी-305 से रेस्क्यू करती नेवी (फोटो साभार- ट्विटर)

Cyclone Tauktae: चक्रवाती तूफान तौकते की वजह से चार दिन पहले अरब सागर में डूबे बार्ज पी-305 पर सवार 49 लोगों के शव अभी तक बरामद किए जा चुके हैं। अभी भी 26 लोग लापता हैं जिनकी तलाश की जा रही है। जानकारों का कहना है कि बार्ज पर सवार 261 लोगों में से 186 को बचा लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि अब लापता लोगों के जीवित बचे होने की संभावना काफी कम हो गई है।

इस बीच बार्ज पी-305 पर सवार लोगों की मौत के मामले में जहाज के कैप्टन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस मामले में खुलासा हुआ है कि कैप्टन ने चक्रवात की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया और संकट गहराने पर जहाज पर सवार सभी लोगों को खतरे में डालकर भाग निकला। कैप्टन की लापरवाही के कारण ही चक्रवाती तूफान ने कई लोगों की जान ले ली। मुंबई पुलिस (Mumbai) ने अब इस मामले में कैप्टन और अन्य लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है

तूफान की चेतावनी की पूरी तरह अनदेखी

भारतीय नौसेना के रेस्क्यू अभियान में बचाए गए चीफ इंजीनियर रहमान शेख का कहना है कि यदि कैप्टन ने तूफान के बारे में दी गई चेतावनी को गंभीरता से लिया होता तो जहाज पर सवार सभी लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती थी। घुटने में चोट के कारण अपोलो अस्पताल में भर्ती रहमान का कहना है कि एक सप्ताह पहले ही चक्रवात आने की चेतावनी मिल गई थी। इस चेतावनी के बाद समुद्र में आसपास मौजूद कई जहाज लौट भी गए थे।

उन्होंने कहा कि जब मैंने इस बाबत कैप्टन से हार्बर की ओर लौटने को कहा तो कैप्टन ने लापरवाही भरे अंदाज में जवाब दिया कि 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा तेज हवाएं नहीं चलेंगी। उन्होंने तूफान के एक-दो घंटे में ही मुंबई को पार कर लेने की भी दलील दी।

चक्रवात तूफान के चलते समुद्र में फंसा बार्ज पी-305 (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

पल भर में ही सामने दिखने लगी मौत

रहमान शेख ने कहा कि कैप्टन की लापरवाही काफी भारी पड़ी है क्योंकि सबकुछ कैप्टन के अनुमान के बिल्कुल विपरीत हुआ। चक्रवाती तूफान के दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने लगीं और तूफानी हवाओं के कारण बार्ज के पांच एंकर टूट गए।

जहाज पर मौजूद लाइट राफ्ट भी पंचर थे और इससे भी किसी को कोई मदद नहीं मिली। हालात इतने भयावह हो गए कि बार्ज पर सवार सभी लोगों को पल भर में ही मौत का मंजर देखने लगा। उन्होंने बार्ज के पर सवार लोगों की मौत के लिए पूरी तरह तक कैप्टन और कंपनी को जिम्मेदार ठहराया।

हादसे के बाद भाग निकला कैप्टन

सलमान शेख के भाई आलम शेख ने कहा कि तेज हवाओं की वजह से जहाज किसी अनजान प्लेटफार्म से टकराया और उसमें छेद हो गया। इस बीच कैप्टन भाग निकला। उन्होंने कैप्टन और कंपनी में दोनों पर तूफान की अनदेखी करने का आरोप लगाया। लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ भरे इस रवैये ने कैप्टन से लेकर कंपनी तक को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

कैप्टन व अन्य पर हत्या का केस

इस बीच पुलिस ने चीफ इंजीनियर रहमान शेख की शिकायत पर पी-305 के कप्तान राकेश बल्लभ समेत अन्य लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने कई अन्य धाराओं में भी यह कार्रवाई की है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मौसम विभाग की चेतावनी की अनदेखी की गई और कैप्टन बल्लभ ने जहाज के कर्मियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया।

बॉर्ज पी-305 से रेस्क्यू कराकर लाए गए लोग (फोटो साभार- ट्विटर)

नौसेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

उधर नौसेना अभी भी लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई है। नौसेना और तटरक्षक के कई पोतों को तलाशी अभियान में लगाया गया है। भारतीय नौसेना के अलावा ओएनजीसी ने भी बचाव अभियान में अपने 20 जहाजों को लगाया है।

हालांकि जानकारों का कहना है कि अब लापता लोगों के बचे होने की संभावना काफी क्षीण हो गई है क्योंकि समय काफी ज्यादा बीत चुका है। फिर भी अभी अभियान नहीं रोका गया है और भारतीय नौसेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। भारतीय नौसेना के सूत्रों का कहना है कि हम अभी भी जिंदा लोगों को बचाने और शवों को बरामद करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।



\
Shreya

Shreya

Next Story