TRENDING TAGS :
Tauktae से मची तबाही: समुद्र में 273 लोगों से भरी नाव डूबी, जारी रेस्क्यू ऑपरेशन
चक्रवाती तूफान ताउते(Cyclone Tauktae) ने महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक तबाही मचाने में लगा हुआ है।
नई दिल्ली: अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान ताउते(Cyclone Tauktae) ने महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक तबाही मचाने में लगा हुआ है। यहां अलग-अलग क्षेत्रों में तूफान की वजह से तेज हवा और बारिश ने अपना कहर बरपाया हुआ है।
ताउते तूफान के बीच मुंबई के समुद्र में भारत के 4 जहाज फंस गए हैं। बताया जा रहा है कि इन जहाजों पर 710 लोग फंसे हैं और इनमें से अभी तक 215 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। ऐसे में मुंबई से 175 किमी दूर हीरा फील्ड्स में बार्ज P-305 पर रेस्क्यू अभियान जारी है। और इस पर सबसे ज्यादा 273 लोग सवार थे, इनमें से 177 को रेस्क्यू किया गया है।
इसके साथ ही बार्ज P-305 के रेस्क्यू में आईएनएस कोलकाता और आईएनएस कोच्चि लगे हुए हैं। वहीं अगले कुछ घंटों में सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिए जाने की संभावना है। बार्ज गाल कंस्ट्रक्टर के बारे में बताया जा रहा कि 137 सवार थे। इनमें से 38 को रेस्क्यू किया गया था। ये दो जहाजों तक मदद पहुंच रही है।
जारी है सर्च ऑपरेशन
ऐसे में भारतीय नेवी के अनुसार, इंडियन नेवल P8I सर्विलांस एयरक्राफ्ट की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस दौरान नेवी के हेलिकॉप्टर भी इस काम में जुटे हुए हैं। यहां मंगलवार को इस ऑपरेशन की गति को बढ़ाया जाएगा और सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।
इसके साथ ही नेवी ने बताया कि एक बड़ी नौका (Barge 305) जिसमें 273 लोग सवार थे, वह डूब गई जिसमें से 146 को बचा लिया गया है। इसके अलावा भी एक नाव थी जो कोलाबा से कुछ दूरी पर फंस गई थी, जिसमें 137 लोग सवार थे। जिन्हें बचाने के लिए नेवी की तरफ से सपोर्ट भेजा गया था।
वहीं नेवी का आईएनएस तलवार एक तेल निकालने वाली जगह पर नज़र बनाए हुए है, जहां करीब 101 लोग मौजूद हैं। फिर इन सभी को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर ले जाने की कोशिश की जा रही है।
जानकारी देते हुए बता दें, कि चक्रवात तूफान ताउते से मुकाबले के लिए भारतीय नेवी ने अपनी कई टीमों को तैनात किया हुआ है। लगभग 11 डाइविंग टीम को तैयार रखा हुआ है, जिन्हें राज्य सरकारों की सिफारिश पर आगे भेजा जाएगा।
अब अगर तूफान की वजह से अगर कोई बड़ा नुकसान होता है, तो उसके लिए रिपेयर एंड रेस्क्यू टीम का गठन किया गया है। पश्चिमी सी-बोर्ड की कई बड़ी शिप भी अलर्ट पर हैं, जो कि रेस्क्यू और रिलीफ के काम में लगेंगी।