Cyclone Yaas: आ रहा भयानक चक्रवाती तूफान यास, इन राज्यों में होगी भारी बारिश, अलर्ट जारी

Cyclone Yaas: मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि आने वाले 24 घंटे में चक्रवात यास (Cyclone Yaas) बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा।

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Newstrack NetworkPublished By Dharmendra Singh
Published on: 25 May 2021 1:44 PM GMT (Updated on: 25 May 2021 2:08 PM GMT)
Cyclone Yaas
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तूफान के दौरान समुद्र में उठतीं ऊंची लहरें (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)

Cyclone Yaas: ताउते तूफान के बाद अब देश के कई राज्यों में एक और तूफान खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि आने वाले 24 घंटे में चक्रवात यास (Cyclone Yaas) बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। बुधवार को यह तूफान बंगाल और ओडिशा के तट से टकराएगा। चक्रवात के टकराने के बाद भारी तबाही से मचने की आशंका है। इससे बचाव के लिए लाखों लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि 26 मई की दोपहर को चक्रवाती तूफान यास ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराएगा।

चक्रवाती तूफान 'यास' (Cyclone Storm Yaas) अभी ओडिशा के पारादीप से 280 किमी और बंगाल के दीघा से 370 किमी दूर बंगाल की खाड़ी में है। हम आपको इस भयानक तूफान के बारे में सबकुछ बताते हैं। मौसम विभाग ने बताया कि यह तूफान पहली बार 23 मई को नजर आया और यह उष्णकटिबिंधीय विक्षोभ की वजह से इसने चक्रवात का रूप लिया है।

क्या है उष्णकटिबिंधीय डिस्टर्बेंस? (Tropical Disturbance)

उष्णकटिबिंधीय डिस्टर्बेंस के समय जो भी चक्रवात (Cyclone) बनते हैं। उनका केंद्र आमतौर पर गर्म रहता है और यह वायुमंडलीय पर्यावरण पर निर्भर करता है। ऐसा होने के 6 मुख्य कारण हैं। पहला कम से कम 26.5 डिग्री सेल्सियस तक गर्म समुद्र और दूसरा वायुमंडलय का अंसतुलन जबकि तीसरा ट्रोपोस्फेयर के नीचे वाले हिस्से में उच्च स्तरीय आद्रता। चौथा कम दबाव वाला क्षेत्र और पांचवां निचले स्तर पर वर्टिकल विंड। इनके एक साथ होने की वजह उष्णकटिबिंधीय डिस्टर्बेंस का निर्माण होता है। इसके कारण ही यह चक्रवात आने वाला है।



समुद्र में उठ रही लहरें (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)

चक्रवाती तूफान 'यास' का कब तक रहेगा प्रभाव

मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती तूफान 24 मई से 27 मई तक रह सकता है। अभी तूफान बंगाल की खाड़ी में है। इसके कारण पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश समते कई तटीय प्रदेशों में बादलों ने डेरा डाला हुआ गै। समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। यह 25 मई की देर रात विकराल रूप लेना शुरू करेगा। 26 मई की सुबह यास तूफान की वजह से 115 से 140 किमी की रफ्तार हवा चल सकती है और यह 27 मई की सुबह तक कमजोर पड़ सकता है।

मैप के जरिए बताया गया है कि किन राज्यों में कब कैसा रहेगा मौसम (फोटो: ट्विटर)


इन राज्यों में होगी बारिश

चक्रवात यास की वजह से देश के कई राज्यों में बारिश होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल, ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश, असम, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश में बारिश हो सकती है और तेज हवाएं चल सकती हैं। ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षत्रों के मछुआरों को समुद्र में जाने से मना कर दिया गया है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि तूफान के कारण समुद्र में 2 से 4 मीटर तक ऊंची लहरें उठने की संभावाना है।
मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती तूफान यास की वजहे से बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश और उत्‍तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों पर असर होगा, लेकिन पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर सबसे अधिक प्रभाव दिकआई देगा। ओडिशा में चक्रवात की वजह राजधानी भुवनेश्वर सहित कई इलाकों में बारिश हो रही है। केरल के भी कई क्षत्रों में भी बारिश हो रही है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में तूफान का असर दिखाई देगा। यूपी में 26 से 28 मई के बीच तेज हवा के साथ बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग का कहना है कि आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में यास का प्रभाव रहेगा। झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है।

तूफान के कारण समुद्रीय तट पर उठती लहरें (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)

5 सालों में कब-कब आए तूफान

साल 2016 में चार चक्रवात आए, हालांकि सिर्फ एक चक्रवाती तूफान की वजह से तटीय क्षत्रों में भारी बारिश हुई। इसके कारण 6 लोगों ने अपनी जान गंवाई। साल 2017 में तीन चक्रवात आए, हालांकि इनसे कोई नुकसान नहीं हुआ। साल 2018 में सात चक्रवात बने, लेकिन तीन के कारण बारिश हुई और नुकसान हुआ। इन तूफानों की वजह से 131 लोगों की मौत हुई। साल 2019 में आठ चक्रवाती तूफान बने, लेकिन दोनों भारी नुकसान किया जिसमें करीब 105 लोगों की मौत हो गई। साल 2020 में 5 साइक्लोन पैदा हुए। इनमें चार ने तूफान की वजह से लगभग 113 लोगों की मौत हो गई। अभी हाल ही में आए ताउते ने तूफान ने भी भारी तबाही मचाई जिसमें लगभग 100 लोगों की मौत हो गई।


Dharmendra Singh

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