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Cyclone Yaas: आज ओडिशा तट से टकराएगा यास, राज्यों में भीषण बारिश शुरू
Cyclone Yaas: बेहद गंभीर रूप ले चुका यास आज पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराएगा। इसका असर 8 राज्यों पर पड़ेगा।
Cyclone Yaas: बंगाल की खाड़ी से उठे समुद्री तूफान यास ने मंगलवार को बेहद गंभीर चक्रवात का रूप ले लिया है। आज यह तूफान पश्चिम बंगाल और उत्तर ओडिशा के तटीय इलाकों में दस्तक देगा। बताया जा रहा है कि यास की एंट्री ओडिशा से होगी, जिसका असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ समेत कुल आठ राज्यों में देखा जा सकेगा।
बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान यास के बुधवार दोपहर ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा बंदरगाह के करीब टकराने की उम्मीद है। इसकी जानकारी मौसम विभाग ने दी है। वहीं, चक्रवात के पहुंचने से पहले ही पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाको में तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश हो रही है। यही नहीं बंगाल में तो बिजली गिरने की घटना में दो लोगों की मौत भी हो गई है।
11 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया
इसके अलावा चक्रवात यास के खतरे को देखते हुए बंगाल और ओडिशा में एनडीआरएफ व स्थानीय एजेंसियों ने 11 लाख लोगों को निचले तटीय इलाकों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। बेहद गंभीर चक्रवात का रूप ले चुके यास का खतरा दोनों राज्यों पर मंडरा रहा है, जिसके चलते एनडीआरएफ और राज्य आपदा प्रबंधन बलों ने दोनों ही राज्यों में मंगलवार शाम तक निचले तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के 14 जिलों से नौ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बकौल सीएम बनर्जी यास तूफान से निपटने के लिए 74 हजार कर्मचारियों और दो लाख कर्मचारियों ने मोर्चा संभाल रखा है। जबकि ओडिशा के राज्य सरकार के मुताबिक, राज्य में सात जिलों से करीब दो लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। इन्हें 1200 राहत शिविरों में रखा गया है।
तूफान के आने से पहले बालासोर में बिगड़ा मौसम
चक्रवात तूफान यास एक सीवियर साइक्लोन है। आज सुबह यह ओडिशा से दस्तक देगा। यह बालासोर-धामरा के पास पहुंचने वाला है। इस दौरान इसकी रफ्तार 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे होने की उम्मीद है। चक्रवात के आने से पहले ही बालासोर में मौसम खराब हो चुका है। वहीं, इस बीच मौसम विभाग ने बताया है कि इस समुद्री तूफान की वजह से तटीय इलाकों में दो से साढ़ चार मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
यास के खतरे को देखते हुए कोलकाता में हवाई अड्डा प्रशासन ने कोलकाता एयरपोर्ट से 26 मई को सुबह 8:30 बजे से उड़ने वाली उड़ानों को शाम 7:45 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है। वहीं, ओडिशा में चार जिलों में मौसम विभाग की ओर से रेड अलर्ट जारी किया गया है।
बंगाल में दो लोगों की मौत
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि तूफान यास के चलते राज्य में दो घटनाएं हुई हैं। हालिशहर में 40 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जबकि चिनसराह में हुई दूसरी घटना में कुछ घरों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा पांडुआ में करंट लगने से 2 लोगों की मौत हो गई है।
वहीं, मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि यास का असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ समेत कुल आठ राज्यों में देखा जा सकेगा। ओडिशा और बंगाल में भारी बारिश होने के साथ साथ बिहार के दक्षिण जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा राज्य में अगले 5 से 6 दिन हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
इन राज्यों में हो सकती है बारिश
चक्रवात यास की वजह से देश के कई राज्यों में बारिश होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल, ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश, असम, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश में बारिश हो सकती है और तेज हवाएं चल सकती हैं। ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षत्रों के मछुआरों को समुद्र में जाने से मना कर दिया गया है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि तूफान के कारण समुद्र में 2 से 4 मीटर तक ऊंची लहरें उठने की संभावाना है।
27 मई को पड़ सकता है कमजोर
मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती तूफान 24 मई से 27 मई तक रह सकता है। इस दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। 26 मई की सुबह यास तूफान की वजह से 115 से 140 किमी की रफ्तार हवा चल सकती है और यह 27 मई की सुबह तक कमजोर पड़ सकता है।