TRENDING TAGS :
Defence News: अब इन 101 हथियारों को विदेश से नहीं खरीदेगा भारत, सूची तैयार
Defence News: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा भरत्तीय सैन्य ताकत के लिए करीब 101 तरह के हथियारों को विदेश से ना खरीदने की बात कही है। दरअसल भारत हथियार उत्पादन आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है।
Defence News: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) द्वारा भरत्तीय सैन्य ताकत के लिए करीब 101 तरह के हथियारों को विदेश से ना खरीदने की बात कही है। दरअसल भारत हथियार उत्पादन आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है। रक्षा मंत्री के मुताबिक भारत के इस कदम से देश में ही हथियार और मिसाइल जैसे अन्य उत्पादन को नए आयाम हासिल होंगे। इसके अतिरिक्त रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने विदेशों से खरीदे जाने वाले हथियारों को लेकर तकनीकी का भी हवाला देते हुए कहा कि आजकल के अधिकतर हथियार तकनीकी से लैश होते हैं जिन्हें आसानी से हैक भी किया जा सकता है, इसलिए भारत ने हथियार निर्माण की ओर आत्मनिर्भरता का बाद कदम उठाया है।
पिछले 5 वर्षों के दौरान देश के हथियारों के आयात में रूस का हिस्सा 46 प्रतिशत
पिछले पांच वर्षों के दौरान देश के हथियारों के आयात में रूस का हिस्सा 46 प्रतिशत का था। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) द्वारा पिछले महीने प्रकाशित एक रिपोर्ट की मानें तो 2012-16 और 2017-21 के बीच भारत को रूसी हथियारों का निर्यात 47 प्रतिशत के करीब रहा। इसी रिपोर्ट के मुताबिक यदि वर्तमान में भारतीय सैन्य क्षमता को देखा जाए तो करीब दो-तिहाई भारतीय सैन्य हथियार रूसी मूल के हैं।
निम्न प्रकार के कुल 101 हथियारों को अब विदेशों से नहीं खरीदा जाएगा- रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने केंद्र सरकार की ओर से जारी सूची के मुताबिक हल्के टैंक, आर्टिलरी गन, नवसेना के यूटिलिटी हेलिकॉप्टर, एंटी शिप और एंटी रेडिएशन मिसाइलों, सहित करीब 101 प्रकार के हथियार शामिल हैं, जिनकी खरीद अब विदेशों से नहीं कि जाएगी।
तकनीकी का दिया हवाला
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने कहा कि अमेरिका द्वारा चीनी टेक कंपनी हुआवेई पर प्रतिबंध लगाने के हवाले का ज़िक्र करते हुए कहा कि वर्तमान में अधिकतर उत्तम हथियार सॉफ्टवेयर द्वारा संचालित होते हैं, जिन्हें आसानी से हैक भी किया जा सकता है और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। इसलिए भी विदेशों से इन हथियारों को अब नहीं खरीदा जाएगा।
देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।