Dussehra Kyu Manaya Jata Hai: क्यों मनाते हैं दशहरा, जानें विजयदशमी का शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

Dussehra Kyu Manaya Jata Hai: अश्विन मास शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 15 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। विजयादशमी का यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार है।

Pallavi Srivastava
Written By Pallavi SrivastavaNewstrack Network
Published on: 9 Oct 2021 5:43 AM GMT
Dussehra Kyu Manaya Jata Hai: क्यों मनाते हैं दशहरा, जानें विजयदशमी का शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि
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Dussehra Kyu Manaya Jata Hai: 7 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरू हो गया है। नौ दिनों तक मां आदिशक्ति के नौंवों स्वरूपों का विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही नवमी के दिन हवन पूजन(Kab Hai Navami) करके कन्या को पूजा की जाती है। और कन्या खिलाने के साथ ही नवमी को नवरात्रि का समापन हो जाता है।

इस बार सिर्फ आठ दिन का ही नौवरात्र है। वहीं बता दें कि नवरात्रि का समापन 14 अक्टूबर 2021(Navratri Samapan Tithi) को हो रहा है। इसके अगले दिन अश्विन मास शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 15 अक्टूबर को दशहरा(dussehra Kab Hai) मनाया जाएगा। विजयादशमी का यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार है। नवरात्रि के शुरू होते ही रामलीला भी प्रारंभ हो जाजी है और दशहरे के दिन रावण का अंत हो जाता है।

रावण दहन pic(social media)

क्यों मनाया जाता है दशहरा(Kyu manate Hai Dussehra)

दशहरा हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है। भगवान श्री राम ने इसी दिन रावण का वध किया था और देवी दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के बाद महिषासुर पर विजय प्राप्त की थी। इस त्यौहार को असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिये इस दशमी को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है।

विजयादशमी के दिन जगह-जगह मेलों के आयोजन के साथ रामलीला का आयोजन(Ramleela Ka Ayojan) भी होता है। दशहरे के दिन रावण का विशाल पुतला बनाकर उसे जलाया जाता है। दशहरा अथवा विजयदशमी भगवान राम की विजय के रूप में मनाया जाए अथवा दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति-पूजा का त्यौहार है। इस दिन रावण दहन के अलावा शस्त्र पूजन(Shastra Pojan Kab Hai) का भी विधान है। तो आइए जानते हैं दशहरा शुभ मुहूर्त। क्या है

दशहरा मनाने का शुभ मुहूर्त (Dussehra Manaane Ka Shubh Muhoort)

दशमी तिथि आरंभ- 14 अक्टूबर 2021 शाम 6 बजकर 52 मिनट से

दशमी तिथि समाप्त- 15 अक्टूबर 2021 शाम 6 बजकर 02 मिनट पर

पूजा करने का समय- 15 अक्टूबर दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजकर 48 मिनट तक

दशहरे में की जाती है शस्त्रों की पूजा pic(social media)

दशहरा पूजन विधि(Dussehara Poojan Vidhi)

दशहरे के दिन घर की महिलाएं आपने आंगन में गोबर और पीले फूल से पूजा करती हैं। वहीं घर के बाकी सदस्य भी नहा धोकर शस्त्रों की पूजा करते हैं। इसी दिन मां दुर्गा का विसर्जन भी बड़े घूमधाम से किया जाता है।

Pallavi Srivastava

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