नम हुई आंखें : बेटी ने पिता के ताबूत को आखिरी बार चूमकर दर्द किया बंया, अभी थोड़ी देर में शहीदों की अंतिम विदाई

दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर ये समय सच में बहुत ही कठिन था। जब सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दड़ सहित हैलीकॉप्टर पर सवार अन्य 12 सेना के जवानों के पार्थिव शरीर पहुंचे थे।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 10 Dec 2021 4:38 AM GMT (Updated on: 10 Dec 2021 4:40 AM GMT)
नम हुई आंखें :  बेटी ने पिता के ताबूत को आखिरी बार चूमकर दर्द किया बंया, अभी थोड़ी देर में शहीदों की अंतिम विदाई
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New Delhi : भारतीय सेना के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दड़ सहित हैलीकॉप्टर पर सवार अन्य 12 सेना के जवानों के पार्थिव शरीर जब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पहुंचे, तो सभी की आंखे नम हो गई। आंखों से बहते आंसूओं से बिपिन रावत की दोनों बेटियां अपने पिता के पार्थिव अवशेषों को निहारती ही जा रही थी। ऐसे में आज शहीदों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर ये समय सच में बहुत ही कठिन था। जब हर इंसान का दिल रो रहा था। इस दर्दनाक हादसे में शहीद ब्रिगेडियर एलएस लिद्दड़ की बेटी आश्रा जो कि 12 वीं की स्टूडेंट है, उसने अपने पिता के ताबूत देखा और बहते आंसूओं से झुककर ताबूत को चूमा और खूब रोयी।


शहीदों को श्रद्धांजलि

बता दें, बीती शाम को 7.45 बजे जनरल बिपिन रावत समेत हैलीकॉप्टर पर सवार अन्य सभी शहीदों के पार्थिव अवशेष पालम एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद करीब 9 बजे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पालम एयरपोर्ट पहुंचे। जहां पर उन्होंने सीडीएस जनरल रावत सहित सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पीएम मोदी ने शहीदों के ताबूत को देखते हुए हाथ जोड़े, सिर झुकाया और अपनी आंखें बंद कर लीं। शोक की इस घड़ी में पीएम मोदी ने शहीदों के परिजनों से एक-एक कर मिले और उन्हें ढांढस बांधा।

पीएम मोदी से पहले देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने सभी शहीदों के परिजनों से मिलकर सांत्वना दी। राजनाथ लगातार परिजनों को संभालते हुए ढांढस बांधते रहे।

पालम एयरपोर्ट पर शहीदों के अंतिम दर्शन के लिए तीनों सेनाओं के प्रमुख पहुंचे। जहां पहुंचकर थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

तमिलनाडू में बुधवार को कुन्नूर हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को अच्छी स्वास्थ्य चिकित्सा देने के लिए बेंगलुरु ले जाया गया है। यहां उनकी स्थिति अब भी गंभीर बताई जा रही है लेकिन पहले से कुछ स्थिर बताई जा रही है।

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह गुरुवार को बेटे के पास वेलिंग्टन पहुंचे। इस बारे में कर्नल सिंह ने बताया, मैं वेलिंगटन पहुंच गया हूं, उसे बेंगलुरु ले जाया जा रहा है। उसकी हालत के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। कर्नल सिंह भोपाल में ही सन सिटी में रहते हैं और हेलिकॉप्टर दुर्घटना के समय अपने छोटे बेटे तनुज के पास मुंबई में थे। तनुज नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं।


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