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बढ़ते मामलों से तबाही: राज्यों में टीके पर मचा घमासान, कहीं 1 तो कहीं 2 दिन की बची खुराक
पूरे देश में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच वैक्सीन को लेकर भी हंगामा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में महाराष्ट्र के अलावा
नई दिल्ली: पूरे देश में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच वैक्सीन को लेकर भी हंगामा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में महाराष्ट्र के अलावा दिल्ली समेत तमाम दूसरे राज्यों ने भी टीके की खुराक न मिलने पर टीकाकरण रोकने की चेतावनी दी है। इन राज्यों में तेलंगाना, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और दिल्ली हैं। जहां पर्याप्त मात्रा में टीका नहीं मिलने का आरोप केंद्र सरकार पर लगाया है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में भी टीके को लेकर मुख्यमंत्रियों ने सवाल खड़े किए हैं। लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देश में टीके का कोई संकट नहीं है। पर्याप्त मात्रा में राज्यों को टीके दिए जा रहे हैं।
अब तक 1.06 करोड़ खुराक
ऐसे में टीके को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का यहां तक कहना है कि कुछ राज्य टीके की आड़ लेकर जनता में खौफ पैदा कर रहे हैं, जबकि राजनीति करने वाली यह सरकारें कोरोना को रोक पाने में विफल साबित हुई हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने सोशल मीडिया पर पूरा हिसाब भी दिया।
इस बारे में उन्होंने लिखा है कि महाराष्ट्र को अब तक 1.06 करोड़ खुराक दी हैं, जिनमें 90 लाख का इस्तेमाल हो चुका है। 7.43 लाख खुराक एक-दो दिन में पहुंचा दी जाएगी। केंद्र के हिसाब से महाराष्ट्र के पास इस वक्त 23 लाख खुराक उपलब्ध हैं।
राजधानी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि दिल्ली में टीकाकरण उचित दिशा में आगे बढ़ रहा है लेकिन उनके पास अभी सिर्फ चार से पांच दिन का स्टॉक ही बचा है। पर्याप्त टीके के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को भी दो बार पत्र लिखा जा चुका है।
तीन दिन के लिए ही खुराक बची
इसी सिलसिले में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का कहना है कि बुधवार तक उनके यहां टीके की केवल तीन लाख खुराक मौजूद थीं। इतना टीका केवल दो दिन तक चल पाएगा।
ओडिशा स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव पी के महापात्रा ने स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखा है। इसमें कोविशील्ड की 15-20 लाख खुराक देने का अनुरोध किया है। उन्होंने यहां तक कहा है कि ओडिशा में फिलहाल तीन दिन के लिए ही खुराक बची हुई हैं।
आगे केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मैं यह साफ करना चाहता हूं कि महाराष्ट्र सरकार के पास टीके की 23 लाख खुराक है, जो पांच से छह दिन के लिए है। अब गांवों और जिलों में इसे बांटने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। योजना नहीं बनाने के चलते राज्य सरकार ने पांच लाख खुराक बेकार कर दी। बाकी राज्यों के मुकाबले महाराष्ट्र को ज्यादा टीके दिए गए।