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Hanuman Chalisa Controversy: लाउडस्पीकर के बाद अब हनुमान चालीसा विवाद, जानें कैसे और कहाँ से शुरू हुआ
Hanuman Chalisa Controversy: महाराष्ट्र से शुरू हुआ लाउडस्पीकर पर अज़ान और हनुमान चालीसा पाठ विवाद तेजी से फैलता हुआ देश के कई अन्य राज्यों तक पहुंच गया है।
Hanuman Chalisa Controversy: भारत की राजनीति बीते कुछ समय से एक विशेष धर्म के इर्द-गिर्द घूमती नज़र आती रही हैं। ऐसे में कभी राम तो कभी रहीम और कभी हनुमान तो कभी अज़ान लगातार चर्चा का विषय रहे हैं। वर्तमान में भी महाराष्ट्र से शुरू हुआ लाउडस्पीकर (Loudspeaker controversy)पर अज़ान और हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa Controversy) पाठ विवाद तेजी से फैलता हुआ देश के कई अन्य राज्यों तक पहुंच गया है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश समेत कई जगहों पर लोगों के भीतर आक्रोश के चलते हिंसा की घटनाएं भी देखने को मिली। ऐसे में धर्म की राजनीति के चलते देश में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ने के भी आसार व्यक्त किये जा रहे हैं।
हनुमान चालीसा और अज़ान विवाद मामले की शुरुआत महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे Raj Thakrey)के एक बयान के चलते हुआ, जिसमें मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मुम्बई में नमाज के दौरान मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की बात कही थी और ऐसा ना होने पर राज ठाकरे ने मस्जिदों के सामने ही तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाने की बात कही थी। राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार को चेतवानी दे चुके हैं और कहा है कि यदि सरकार द्वारा ऐसा नहीं किया जाता तो उन्हें अपनी ओर से इसपर कार्यवाही करनी होगी। राज ठाकरे के इस बयान के चलते यह मामला रातों-रात तेजी से फैल गया।
शोभायात्रा के दौरान हमला
रामनवमी और हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर मध्यप्रदेश के खरगोन और दिल्ली स्थित जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसात्मक कार्यवाही साम्प्रदायिक तनाव को चिंगारी दिखाने का काम करती है। ऐसे में खरगोन और जहांगीरपुरी में शोभायात्रा निकाल रहे लोगों पर पथराव हुआ था। ऐसे में दोनों राज्यों में प्रशासन ने बुल्डोजर कार्यवाही करते हुए कथित आरोपियों की संपत्तियों को नष्ट कर दिया है।
यूपी में भी लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा की मांग
उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ सहित कई जगहों पर एबीवीपी समेत अन्य संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा था कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर हो रही अज़ान को बंद किया जाए और यदि ज़ल्द ही ऐसा नहीं होता है तो वह लोग शहर के सभी चौराहों पर लाउडस्पीकर द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा।
हालाँकि प्रशासन ने साम्प्रदायिक तनाव ना बढ़ने को लेकर उचित तैयारी कर ली है, जिसके तहत किसी भी प्रकार की हिंसात्मक कार्यवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नवनीत राणा और रवि राणा गिरफ्तार
अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को बीते शनिवार को शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बंगले मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की मांग को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके तहत आज दोनों दंपति को बांद्रा कोर्ट में पेश किया गया है।
दरअसल, सांसद-विधायक दंपति के खिलाफ धारा 153A सहित कई अन्य धाराओं के तहत अपने बयानों के माध्यम से साम्प्रदायिक तनाव बढ़ाने और धार्मिक अस्थिरता उत्पन्न करने के चलते केस दर्ज कर बीते दिन गिरफ्तार किया गया था।
फिलहाल दिन-ब-दिन अज़ान और हनुमान चालीसा से जुड़ा कोई न कोई विवाद सामने आ रहा है। ऐसे में प्रशासन के सिर पर इस मामलों के मद्देनज़र धार्मिक स्थिरता बनाए रखने और हिंसा जैसे घटनाओं को रोकने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।