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Corona Virus Second Wave: अल्फा स्ट्रेन बेहद खतरनाक, यूके के स्ट्रेन से अधिक संक्रामक

भारत में कोरोना की दूसरी लहर के पीछे कोरोनावायरस (Coronavirus) का डेल्टा स्ट्रेन (Delta Strain) है। जिससे चारों तरफ तबाही का मंजर बना हुआ है।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 4 Jun 2021 8:32 PM IST
There has been a ruckus in the whole of India due to the havoc of Corona virus.
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वैज्ञानिकों का अध्ययन (फोटो-सोशल मीडिया)

Corona Virus In India: कोरोना वायरस के कहर से पूरे भारत में त्राही-त्राही मची हुई है। ऐसे में एक सरकारी अध्ययन में पाया गया है कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर के पीछे कोरोनावायरस (Coronavirus) का डेल्टा स्ट्रेन (Delta Strain) है। जिससे चारों तरफ तबाही का मंजर बना हुआ है। कोरोना वायरस(Corona Virus) का ये स्ट्रेन भारत में ही सबसे पहले सामने आया था, जो दूसरे वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक और तेजी से फैलने वाला है।

ऐसे में कोरोना वायरस के इस स्ट्रेन को लेकर भारतीय SARS COV2 जीनोमिक कंसोर्टिया और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन में कहा गया है कि डेल्टा वेरिएंट या B.1.617.2 स्ट्रेन, केंट, UK में पाए गए अल्फा वेरिएंट की तुलना में "ज्यादा संक्रामक" है। साथ ही ये संक्रमण की दूसरी लहर के कारण की जांच के लिए ये अध्ययन शुरू किया गया था।

अध्ययन में दूसरी लहर बेहद खतरनाक

इस अध्ययन में कहा गया है कि डेल्टा वेरिएंट वास्तव में अल्फा स्ट्रेन की तुलना में 50 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक है, पर कई वैज्ञानिकों का कहना है कि अधिक मौतों या मामलों की ज्यादा गंभीरता में डेल्टा वेरिएंट की भूमिका का अभी तक कोई सबूत नहीं है।

इसी सिलसिले में UK में कोविड (Covid) वेरिएंट की निगरानी करने वाले पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) का कहना है कि शुरुआती सबूत बताते हैं कि "अल्फा की तुलना में डेल्टा वेरिएंट के कारण अस्पताल में भर्ती होने का खतरा बढ़ सकता है, लेकिन इसकी पुष्टि के लिए ज्यादा डेटा की जरूरत है।"

वहीं यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी के मुख्य कार्यकारी जेनी हैरिस ने कहा, "इस वेरिएंट के अब पूरे यूके में प्रभावी होने के साथ, ये महत्वपूर्ण है कि हम जितना ज्यादा हो सके उतनी सावधानी बरतें।"

डेल्टा वेरिएंट की तुलना में बहुत कम

साथ ही भारत में किए गए अध्ययन में कहा गया कि देश में 12,200 से ज्यादा "वेरिएंट ऑफ कंसर्न" हैं। यदि उनकी उपस्थिति डेल्टा वेरिएंट की तुलना में बहुत कम है, जिसने दूसरी लहर में दूसरे सभी वेरिएंट को पछाड़ दिया।

इस बारे में हुए अध्ययन में कहा गया है कि डेल्टा वेरिएंट सभी राज्यों में मौजूद है, लेकिन दिल्ली, आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा और तेलंगाना में सबसे ज्यादा संक्रमित है। ये वो राज्य हैं, जो दूसरी लहर में सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे।

ऐसे में अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 29,000 कोविड मामले के सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई है। वहीं इसमें से 8,900 सैंपल में B.1.617 पाया गया है। इनमें से 1,000 से ज्यादा सैंपल्स में डेल्टा वेरिएंट पाया गया है।



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Vidushi Mishra

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