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सुपर टीचर: मैं हूं मलाला, सुपर 30, ₹1" और खान

पाकिस्तान की स्वात घाटी में तालिबानी आतंकियों की गोली की शिकार हुई मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है।

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Newstrack NetworkPublished By Divyanshu Rao
Published on: 23 Jan 2022 12:54 PM GMT (Updated on: 23 Jan 2022 4:07 PM GMT)
India super teacher
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इंडिया बेस टीचर्स की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

India Best Teachers: मलाला यूसुफजई, आनंद कुमार, आरके श्रीवास्तव और खान सर आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है, यह सभी अपने सामाजिक कार्यों और अनूठे एकेडमिक्स की वजह से चर्चित है, उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों ने ऐसी लकीर खींच दी है कि आज पूरा दुनिया सलाम करता है।

आइए जानते हैं इनके बारे में आखिर यह सभी देश विदेश में क्यों प्रसिद्ध है,

"मैं हूं मलाला यूसुफजई

पाकिस्तान की स्वात घाटी में तालिबानी आतंकियों की गोली की शिकार हुई मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है। पाकिस्तान में लड़कियों की पढ़ाई लिखाई की बेधड़क वकालत करने वाली मलाला यूसुफजई ने सबसे कम उम्र में नोबेल पुरस्कार पाने वाली नागरिक का खिताब अपने नाम किया था।

अब मलाला के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने मलाला यूसुफजई को दुनिया की सबसे प्रसिद्ध व लोकप्रिय टीनेजर (The most famous teenager in the world) घोषित कर चुका है।

2014 में मिला था नोबेल पुरस्कार

साल 2014 में बाल अधिकारों की खातिर लड़ने के लिए मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) नोबेल पुरस्कार पाने वाली सबसे कम उम्र की शख्स बनी।जिस साल मलाला पर तालिबानियों ने हमला किया था उसी साल मानवता अधिकार दिवस के दिन पेरिस स्थित यूनेस्को (UNESCO) हेडक्वार्टर में मलाला को खास ट्रिब्यूट दिया गया था।

मलाला की इस लड़ाई से दुनियाभर में चल रहे बाल शिक्षा अधिकार व महिला शिक्षा अधिकारों की लड़ाई को और बल मिला। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने अपने रिपोर्ट में मलाला का जिक्र करते हुए दुनियाभर में लड़कियों की शिक्षा को आवश्यक बताया।

मैं हूं सुपर 30

पापड़ बेचने वाले से सुपर 30 फैन बनने तक का सफर आनंद कुमार ने तय किया।

आनंद कुमार सुपर 30 के संस्थापक हैं ,आनंद कुमार (Anand Kumar) गरीब छात्रों को IIT की फ्री में कोचिंग क्लास देते हैं, आनंद कुमार एक गणितज्ञ होने के साथ-साथ एक अच्छे शिक्षक भी हैं। आनंद कुमार एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने गरीब छात्रों को मुफ्त में शिक्षा देकर उनकी काबिलियत को समझा है, इनका मुख्य उद्देश्य है कि गरीब छात्रों को IIT JEE में प्रवेश के लिए तैयारी कराना ,खासकर ऐसे गरीब स्टूडेंट्स जो पैसे की कमी के बावजूद IIT में प्रवेश पाने का सपने देखता है , इसी वजह से इनके जीवन पर न सिर्फ एक फिल्म बनी है बल्कि इनको कई सारे राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।

"मैं हूं एक रुपया"

ऑटो रिक्शा के होने वाले इनकम से कभी चलता था परिवार, ऑटो रिक्शा वाला से लेकर मैथमेटिक्स गुरु बनने तक का सफर आरके श्रीवास्तव ने तय किया,

एक रुपया में पढ़ाते हैं आरके श्रीवास्तव, सिर्फ ₹1 में पढ़ाकर 540 गरीब स्टूडेंट्स को बना चुके हैं इंजीनियर, देश के सारे प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं और अखबारों में उनके शैक्षणिक कार्यशैली की खबरें हमेशा छपते रहता है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स एवं इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी आरके श्रीवास्तव का नाम है दर्ज।

बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले आरके श्रीवास्तव देश में मैथेमैटिक्स गुरु के नाम से मशहूर हैं। खेल-खेल में जादुई तरीके से गणित पढ़ाने का उनका तरीका लाजवाब है। कबाड़ की जुगाड़ से प्रैक्टिकल कर गणित सिखाते हैं। सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर स्टूडेंट्स को पढ़ाते हैं। आर्थिक रूप से सैकड़ों गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में पहुँचाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं।

आरके श्रीवास्तव (RK Srivastava) के शैक्षणिक कार्यशैली की प्रशंसा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कर चुके हैं। इनके द्वारा चलाया जा रहा नाइट क्लासेज अभियान अद्भुत, अकल्पनीय है। स्टूडेंट्स को सेल्फ स्टडी के प्रति जागरूक करने लिये 450 क्लास से अधिक बार पूरी रात लगातार 12 घंटे गणित पढ़ा चुके हैं। इनकी शैक्षणिक कार्यशैली की खबरें देश के प्रतिष्ठित अखबारों में छप चुकी हैं, विश्व प्रसिद्ध गूगल ब्वाय कौटिल्य के गुरु के रूप में भी देश इन्हें जानता है।

"मैं हूं खान"

आजकल सोशल मीडिया पर Khan Sir Patna वाले के वीडियोस काफी शेयर हो रहे हैं। ट्रेंडिंग व्यक्तियों में से वे काफी चर्चित व्यक्ति रहे हैं। आखिर कौन हे ये Khan Sir? क्यों हो रहे हैं इनके वीडियोस इतने लोकप्रिय? सोशल मीडिया में इन्होने अपनी जगह कैसे बनायीं? आइए जानें Khan Sir Patna वाले के बारे में और उनकी बढ़ती लोकप्रियता के बारे में,

खान सर, पटना के सबसे बड़े कोचिंग संस्थान "खान GS रिसर्च सेण्टर" के संस्थापक हैं। ये संस्थान गवर्नमेंट जॉब्स के एंट्रेंस परीक्षा की तैयारी कराता है। पटना में ये इंस्टिट्यूट UPSC, UPPCS, BPSC, BSSC, UPSSSC, SSC, Bank, Rly, Airforce कोचिंग के लिए सबसे अच्छा माना जाता हे. खान सर खुद सामान्य ज्ञान (general studies) की तैयारी कराते हैं।खान पूरे बिहार के अलावा अब देश विदेश में काफी प्रसिद्ध है।

Divyanshu Rao

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