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LAC पर बड़ा खतरा: पेंटागन रिपोर्ट में खुली चीन की पोल, भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती

India-China dispute: पेंटागन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने साल 2020 में भारत के साथ सीमा विवाद के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के दूरदराज के इलाकों में फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क इस्टैब्लिश किया है। LAC पर भारी संख्या में चीनी सैनिकों की तैनाती के परिणामस्वरूप यह नेटवर्क स्थापित हो पाया है।

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Newstrack NetworkPublished By Deepak Kumar
Published on: 4 Nov 2021 12:16 PM IST
India China dispute
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भारत-चीन विवाद। (Social Media) 

India - China dispute: LAC पर चीन भारत के खिलाफ कोई न कोई साजिश करने में लगा रहता है। इसी को लेकर नई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। अमेरिकी रक्षा विभाग (पेंटागन- Pentagon) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन (China) ने साल 2020 में भारत (India) के साथ सीमा विवाद (India China Dispute) के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के दूरदराज के इलाकों में फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क इस्टैब्लिश किया है। रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारी संख्या में चीनी सैनिकों की तैनाती के परिणामस्वरूप यह नेटवर्क स्थापित हो पाया है। रिपोर्ट में कहा गया – 'साल 2020 में चीन और भारत के बीच सीमा पर गतिरोध के बीच पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने पश्चिमी हिमालय के दूरदराज के इलाकों में फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क स्थापित किया है, ताकि कम्यूनिकेशन में तेजी आ सके और विदेशी इंटरसेप्शन को भी रोका जा सके।'

फाइबर तार बिछाने का काम तेजी से शुरू

मिलिट्री एंड सिक्योरीटी डेवलपमेंट्स इनवॉल्विंग द पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना' शीर्षक नाम से जारी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2020 में चीन और भारत के बीच सीमा विवाद के दौरान ही पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए ने पश्चिमी हिमालय के दूरदराज के इलाकों में फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क स्थापित किया है, ताकि कम्युनिकेशन में तेजी आ सके और विदेशी इंटरसेप्शन से सुरक्षा को बढ़ाया जा सके।

चीन भारत के बीच तनाव वाली स्थिति अब भी कायम

पेंटागन की रिपोर्ट में दावा किया गया कि कोरोना महामारी, भारत के साथ सीमा संघर्ष और अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं के बावजूद 2020 में चीनी सेना ने अपनी ट्रेनिंग और हथियारों की तैनाती तेज कर दी है। पेंटागन ने कहा कि सीमा पर तनाव कम करने के लिए चल रहे राजनयिक और सैन्य वार्ता के बावजूद चीन ने एलएसी पर अपने दावों पर जोर देने के लिए सामरिक कार्रवाई करना जारी रखा है। चीन अपने पड़ोसियों विशेष रूप से भारत के साथ आक्रामक और बलपूर्वक व्यवहार कर रहा है। रिपोर्ट में दावा किया गया कि दोनों देशों के बीच अभी तक शांति बहाल नहीं हुई है। आए जिन ,सीमा इलाकों पर ड्रैगन अपना कब्जा स्थापित करने में जुटा है।

चीन तेजी से बढ़ा रहा अपनी परमाणु शक्ति: पेंटागन

इससे पहले अमेरिकी रक्षा विभाग ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि अमेरिका के अधिकारियों ने एक साल पहले जो अनुमान लगाया था। चीन उससे कहीं अधिक तेजी से अपनी परमाणु शक्ति में वृद्धि कर रहा है। इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की योजना शताब्दी के मध्य तक अमेरिकी वैश्विक शक्ति के बराबर पहुंचने या उससे कहीं आगे निकलने में सक्षम होने की है।

रिपोर्ट के अनुसार छह साल के भीतर चीनी परमाणु हथियारों की संख्या बढ़कर 700 तक हो सकती है और 2030 तक यह संख्या 1,000 से ऊपर हो सकती है। हालांकि रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि अभी चीन के पास कितने हथियार हैं, लेकिन एक साल पहले अमेरिकी रक्षा विभाग मुख्यालय पेंटागन ने कहा था कि उसके परमाणु हथियारों की संख्या 200 से कम है और इस दशक के अंत तक इसके दोगुना होने का अनुमान है।



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Deepak Kumar

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