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Lt Gen Manoj Pande: नए सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे, जाने इनके बारे में सब कुछ
Lt Gen Manoj Pande Ke Bare Jankari: देश के नए सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे महाराष्ट्र के नागपुर से ताल्लूक रखते हैं। स्कूल शिक्षा प्राप्त करने के बाद पांडे एनडीए में शामिल हुए।
IT Gen Manoj Pande Biography: भारत सरकार ने देश के नए सेना प्रमुख के नाम पर मुहर लगा दी है। मौजूदा उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे (Kaun hain Lt Gen Manoj Pande) को देश का नया सेना प्रमुख नामित कर दिया गया है। वो इसी माह रिटायर हो रहे सेना प्रमुख जनरल मुकुंद माधव नरवणे की जगह लेंगे। रक्षा मंत्रालय ने सोमवार शाम इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है।
बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को 1 फरवरी 2022 को देश के उप सेना प्रमुख बनाया गया था। इस स्थान पर पहले लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती काबिज थे। जो इसी साल 31 जनवरी को सेवा से रिटायर हुए थे। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को 30 अप्रैल को भारतीय सेना के प्रमुख की कमान सौंपी जाएगी। लेफ्टिनेंट पांडे के नाम एक बड़ी उपलब्धि भी जुड़ रही है, वे देश के पहले इंजीनियर होंगे, जिन्हें सेना प्रमुख की कमान मिलेगी।
कैसे सेना प्रमुख बनने का रास्ता हुआ साफ
दरअसल, बीते तीन माह के दौरान कुछ सैन्य अधिकारियों के रिटायर होने के कारण लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे सेना प्रमुख एम. एम नरवणे के बाद सबसे सीनियर अधिकारी बने गए। आर्मी ट्रेनिंग कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला बीते माह 31 मार्च को ही रिटायर हुए हैं।
इसके अलावा कुछ वरिष्ठ अधिकारी जनवरी माह में ही रिटायर हो गए थे। इनमें सेना के पूर्व उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती और लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी शामिल हैं। ये दोनों अधिकारी 31 जनवरी को रिटायर हुए थे।
कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे (Who is Lt Gen Manoj Pande)
देश के नए सेना प्रमुख बनने जा रहे लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे महाराष्ट्र के नागपुर से ताल्लूक रखते हैं। स्कूल शिक्षा प्राप्त करने के बाद पांडे एनडीए में शामिल हुए। उन्होंने स्टाफ कॉलेज, केम्बरली (यूनाइटेड किंगडम) से स्नातक किया।
इसके अलावा उन्होंने आर्मी वार कॉलेज, महू और नेशनल डिफेंस कॉलेज दिल्ली में हायर कमांड कोर्स में भाग लिया था। लेफ्टिनेंट पांडे को 1982 में सेना के कोर ऑफ इंजीनियरर्स में कमीशन दिया गया था। सेना में कमीशन होने के बाद 1983 में उन्होंने अर्चना सालपेकर से शादी की। अर्चना नागपुर के गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से गोल्ड मेडलिस्ट थीं।
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे का सेना में सफर
सन् 1982 में भारतीय सेना से जुड़े लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने अपने 39 साल के सैन्य करियर में कई अहम जिम्मेदारियां संभाली और कई प्रमुख सैन्य ऑपरेशन में शामिल भी हुए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 'ऑपरेशन पराक्रम' के दौरान एलओसी के साथ एक इंजीनियर रेजिमेंट की कमान संभाली। वह ऑपरेशन विजय में भी शामिल हुए थे।
इसके अलावा मनोज पांडे ने पश्चिमी थिएटर में इंजीनियर ब्रिगेड, जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर इन्फेंट्री ब्रिगेड, पश्चिमी लद्दाख में माउंटेन डिविजन, अंडमान निकोबार कमांड के कमांडर इन चीफ होने के साथ – साथ पूर्वी कमान का नेतृत्व भी संभाला था। इसके अतिरिक्त वो संय़ुक्त राष्ट्र के मिशन पर भी जा चुके हैं। इस मिशन के तहत उन्होंने इथियोपिया और इरिट्रिया जैसे अफ्रीकी देशों में जनरल इंजीनियर के तौर पर काम किया है।
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को मिल चुके हैं कई पुरस्कार
आगामी 30 अप्रैल को देश के नए सेना प्रमुख बनने जा रहे लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने देश के लगभग सभी इलाकों में काम कर चुके हैं। वो पाकिस्तान और चीन जैसे दो परंपरागत दुश्मन देशों की सीमा के अलावा आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में भी काम किया है। उनके इन्हीं योगदान के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक, थल सेनाध्यक्ष प्रशस्ति, और दो बार जीओसी- -इन-सी प्रशस्ति से सम्मानित किया जा चुका है।