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पाकिस्तान का खात्मा तय: भारत को मिली New BrahMos Missile, आइए जाने इसकी रेंज
बढ़ती रक्षा चुनौतियों को देखते हुए भारत लगातार टैक्टिकल मिसाइलों की रेंज को बढ़ा रहा है।
New BrahMos Missile: भारत सरकार टू फ्रंट वॉर के संभावित परिस्थिति को देखते हुए भारतीय सेना को तकनीकी रूस से सुसज्जित करने में जुट गई है। मॉर्डन वारफेयर में तकनीक बढ़ती अहमियत को देखते हुए सरकार लगातार भारतीय सेना के तीनों विंगों को भी तकनीकी रूप से अधिक सक्षम बनाने में जुटी हुई है। इसी कवायद के रूप में भारतीय वायुसेना की ताकत को गुना बढ़ाने के लिए उसे दुनिया की सबसे ताकतवर मिसाइल ब्रह्मोस का नया वेरिएंट मिलने जा रहा है।
भारतीय फाइटर जेट में ये मिसाइल तैनात करने के बाद उनकी मारक क्षमता में 800 किलोमीटर की जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। यह ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का उन्नत एयर लांच वर्जन होगा। इससे हमारे फाइटर जेट हवा में रहते हुए 800 किलोमीटर दूर से ही दुश्मन के ठिकानों को तबाह कर सकते हैं।
मिसाइलों की रेंज बढ़ाने पर फोकस
बढ़ती रक्षा चुनौतियों को देखते हुए भारत लगातार टैक्टिकल मिसाइलों की रेंज को बढ़ा रहा है। केवल एक साफ्टेवयर को अपग्रेड करने से ही मिसाइल की रेंज में पांच सौ किलोमीटर की बढ़ोतरी होती है। इंडियन एयरफोर्स ने 40 सुखोई - 30 एमकेआई लड़ाकू विमानों पर ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल तैनात की है। ये मिसाइलें बेहद सटीक और ताकतवर है। ये दुश्मन के अडड् को पूरी तरह से ध्वस्त कर सकता है।
अन्य लड़ाकू विमानों पर भी लगेंगी ये मिसाइलें
भारत भविष्य में सुखोई - 30 एमकेआई लड़ाकू विमानों की तर्ज पर मिकोयान मिग-29, हल्के लड़ाकू विमान तेजस और राफेल में भी ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल तैनात करने की योजना बनाई है। रक्षा सूत्रों की माने तो अगले साल तक इन फाइटर जेट्स में ब्रह्मोस मिसाइलों को तैनात करने की तैयारी पूरी होने की संभावना है।
इसके अलावा जल के अंदर रहने वाले पनडुब्बियों में लगाने के लिए ब्रह्मोस का अलग वेरिएंट तैयार किया जा रहा है।
ब्रह्मोस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत है कि ये दुश्मनों की नजर में नहीं आता है। यह चलते – फिरते टारगेट को नष्ट कर सकता है। यह दुश्मन के रडार को धोखा देते हुए अपने लक्ष्य को भेद्द सकता है। इसको मार गिराना लगभग असंभव है।