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Russia-Ukrain War: भारत ने कीव स्थित दूतावास को नहीं किया बंद, अफवाहों पर बोले MEA के प्रवक्ता अरिंदम बागची
Russia-Ukraine War: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कीव स्थित भारतीय दूतावास के बंद होने की खबरों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से कार्य़ कर रही है।
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine War) के बीच आठवें दिन भी भीषण लड़ाई जारी है। ऐसे में भारत सरकार (Indian Government) के लिए वहां फंसे भारतीयों को निकालना काफी कठिन साबित हो रहा है। यूक्रेन (Ukraine) के दो सबसे बड़े शहर राजधानी कीव औऱ खारकीव में रूसी सेना के विशेष हमले ने स्थिति और चिंताजनकर बना दी है। इस बीच भारी बमबारी को देखते हुए कीव स्थित भारतीय दूतावास को भारत द्वारा बंद किए जाने की खबरें कुछ मीडिया रिपोर्टेस में आने लगी। जिससे वहां फंसे भारतीय औऱ इंडिया में उनके परिजन काफी परेशान हो गए। भारतीय विदेश मंत्रालय (Indian Foreign Ministry) ने आज इन अपुष्ट खबरों को खारिज कर दिया है।
कीव में चालू है भारतीय दूतावास
गुरुवार को मीडिया के सामने उपस्थित हुए विदेश मंत्रालय (Indian Foreign Ministry) के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Spokesperson Arindam Bagchi) ने यूक्रेन की राजधानी कीव (capital Kyiv of Ukraine) स्थित भारतीय दूतावास के बंद होने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से कार्य़ कर रही है। उन्होंने बताया कि सोमवार को कीव में भारतीय दूतावास के महत्वपूर्ण हिस्से को लविव ले जाना पड़ा। इसे बंद नहीं किया गया है, ये पूरी तरह से कार्यात्मक है। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन में मारे गए दो भारतीय छात्रों की मौत पर कहा कि यूक्रेन में दो भारतीयों की मौत पूरी तरह से अलग परिस्थितियों में हुई हैं। हमने यूक्रेन (Ukraine) के दूतावास से संपर्क किया है और नवीन के शव को भारत वापस लाने के प्रयास कर रहे हैं।
यूक्रेन और उनके पड़ोसी देश अभियान में कर रहे मदद
विदेश मंत्रालय (foreign Ministry) के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Spokesperson Arindam Bagchi) ने बताया कि भारत सरकार (Indian Government) द्वारा पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से कुल 18,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत 30 उड़ानें अब तक यूक्रेन से 6,400 भारतीयों को वापस ला चुकी हैं। अगले 24 घंटों में 18 उड़ानें निर्धारित की गई हैं। उड़ानों की यह बढ़ी हुई संख्या उन बड़ी संख्या में भारतीयों को दर्शाती है जो यूक्रेन से पार कर गए हैं और अब पड़ोसी देशों में हैं। हम इन सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द भारत वापस लाने के प्रयासों को और तेज करेंगे
एमईए प्रवक्ता बागची (Spokesperson Arindam Bagchi) ने आगे बताया कि सरकार और उड़ानें शेड्यूल कर रही है और अगले 2-3 दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय स्वदेश लौट आएंगे। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय नागरिकों की मेजबानी करने और उन्हें निकालने में सहायता प्रदान करने के लिए यूक्रेनी सरकार और पड़ोसी देशों की सराहना भी की है।
रूसी और यूक्रेनी सरकार के संपर्क में है भारत सरकार
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंगम बागची (Spokesperson Arindam Bagchi) ने एकबार फिर दोहराते हुए कहा कि भारत सरकार (Indian Government) यूक्रेन (Ukraine) में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए लगातार यूक्रेन औऱ रूस दोनों की सरकारों के साथ संपर्क में है। हम सभी देशों विशेषकर यूक्रेन और रूस के साथ विभिन्न स्तरों पर संपर्क में हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से बात की। हमारा एकमात्र इरादा भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द बाहर निकालना है।
अरिंदम बागची (Spokesperson Arindam Bagchi) ने बताया कि शुरुआत में 20,000 भारतीय नागरिकों का पंजीकरण किया गया था, लेकिन कई ऐसे भी थे जिन्होंने पंजीकरण नहीं कराया था। हमारा अनुमान है कि कुछ सौ नागरिक अभी भी खारकीव में रह रहे हैं। हमारी प्राथमिकता छात्रों को सुरक्षित रूप से परिवहन के किसी भी तरीके से बाहर ले जाना है। हम यूक्रेन के पूर्वी हिस्से से छात्रों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय द्वारा एक एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद बड़ी संख्या में छात्र खार्किव छोड़ चुके हैं। यूक्रेन की पश्चिमी सीमाओं को पार करने की प्रतीक्षा कर रहे भारतीयों की भी संख्या कम हुई है।
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