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Vinod Dua Ka Nidhan: वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ ने दुनिया को कहा अलविदा, बेटी मल्लिका ने दी जानकारी
Vinod Dua Ka Nidhan: वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ ने आज लंबी बीमारी से जूझने के बाद दुनिया को अलविदा कह दिया है। इस बात की पुष्टि बेटी मल्लिका दुआ ने की है।
Vinod Dua Ka Nidhan: शनिवार 4 दिसंबर को 67 वर्षीय वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ (Vinod Dua) का निधन हो गया। विनोद दुआ बीते कुछ समय से अस्पताल में बीमारी के चलते जूझ रहे थे तथा हालात और बिगड़ने के चलते उन्हें आईसीयू में भर्ती कर दिया गया था लेकिन 4 दिसंबर को लंबे संघर्ष के बाद विनोद दुआ ज़िंदगी की जंग हार गए। वरिष्ठ पत्रकार की मौत की खबर उनकी बेटी मल्लिका दुआ (Mallika Dua) ने इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए दी।
प्रसिद्ध पत्रकार और कामेडियन मल्लिका दुआ ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि हमारे निर्भीक, निडर और असाधारण पिता विनोद दुआ का निधन (Vinod Dua Died) हो गया है। दिवंगत विनोद दुआ का अंतिम संस्कार (Vinod Dua Ka Antim Sanskar) 5 दिसंबर को दोपहर 12 बजे लोधी श्मशान घाट में किया जाएगा। गौरतलब है कि विनोद दुआ की पत्नी (Vinod Dua Wife) का भी हाल ही में निधन हुआ था।
विनोद दुआ का करियर (Vinod Dua Career)
विनोद दुआ ने दूरदर्शन और एनडीटीवी के लिए काम किया। उन्होंने अपनी शुरुआती पहचान दूरदर्शन के युवा मंच कार्यक्रम से बनाई थी। 1996 में रामनाथ गोयनका उत्कृष्टता पुरस्कार (Ramnath Goenka Excellence in Journalism Award) से सम्मानित होने वाले वह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पहले पत्रकार थे। उन्हें भारत सरकार ने 2008 में पत्रकारिता के लिए पद्मश्री (Padma Shri) से सम्मानित किया था।
2017 में विनोद दुआ को पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए, मुंबई प्रेस क्लब ने उन्हें रेडइंक पुरस्कार से सम्मानित किया था, यह पुरस्कार महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विनोद दुआ को प्रदान किया गया। सन 2000 से 2003 तक विनोद दुआ सहारा टीवी में रहे और प्रतिदिन कार्यक्रम की एंकरिंग की। एनडीटीवी में उन्होंने जाइका इंडिया का प्रोग्राम होस्ट कर एक अलग पहचान बनाई। उन्होंने वायर हिन्दी के लिए जन गण मन की बात कार्यक्रम किया।
विनोद दुआ कंट्रोवर्सी (Vinod Dua Controversy)
पत्रकार विनोद दुआ उस समय विवादों में आ गए थे जब फिल्म निर्देशक निष्ठा जैन, जो गुलाबी गैंग के लिए प्रसिद्ध हैं, ने एक लंबी फेसबुक पोस्ट प्रकाशित करके विनोद दुआ पर उत्पीड़न और उनके साथ 'भद्दा' मजाक करने का आरोप लगाया था हालांकि विनोद दुआ ने आरोप का खंडन करते हुए इसे बेहद बेतुका और निराधार बताया था।
पत्रकार का जन्म (Vinod Dua Janmdin)
विनोद दुआ की शुरुआती परवरिश दिल्ली की रिफ्यूजी कॉलोनियों में हुई थी। उनके अभिभावक 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, डेरा इस्माइल खान, खैबर पख्तूनख्वा से भारत आए थे। अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में, विनोद ने कई गायन और डिबेट्स के कार्यक्रमों में भाग लिया। इसके अलावा उन्होंने 1980 के दशक में थिएटर भी किया। श्रीराम सेंटर फॉर आर्ट एंड कल्चर के सूत्रधार कठपुतली ने बच्चों के लिए विनोद द्वारा लिखे गए दो नाटकों का प्रदर्शन किया। वह एक स्ट्रीट थिएटर ग्रुप, थिएटर यूनियन के सदस्य थे, जो दहेज जैसे सामाजिक मुद्दों के खिलाफ नाटकों का निर्माण और प्रदर्शन करता था। उनकी पत्नी पद्मावती दुआ का निधन (Padmavati Dua Ka Nidhan) 11 जून 2021 में हुआ था।
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