TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

ISRO का 'आसमान में भारत की आंख' उपनाम वाला उपग्रह कल होगा लॉन्च, शुरू हुआ काउंटडाउन

देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस(Independence Day) से पहले इसरो नया कीर्तिमान रचने जा रहा है। इसरो के जियो इमेजिंग उपग्रह जीसैट-1 (Gisat-1) को लॉन्च करने के लिए प्रक्षेपण का काउंटडाउन भी शुरू हो गया है।

Network
Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 11 Aug 2021 11:05 AM IST (Updated on: 11 Aug 2021 11:06 AM IST)
The countdown for the launch of ISROs Geo Imaging Satellite GSAT-1 has also started.
X

जीसैट-1 उपग्रह (फोटो- ट्विटर)

नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) कल यानी बृहस्पतिवार को एक अहम उपग्रह लॉन्च करने जा रहा है। देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस(Independence Day) से पहले इसरो नया कीर्तिमान रचने जा रहा है। इसरो के जियो इमेजिंग उपग्रह जीसैट-1 (Gisat-1) को लॉन्च करने के लिए प्रक्षेपण का काउंटडाउन भी शुरू हो गया है। इस उपग्रह को 'आसमान में भारत की आंख' के नाम से जाना जाएगा।

इसरो द्वारा लॉन्च किए गए इस उपग्रह से अब अंतरिक्ष से भी देश पर नजर रखी जा सकेगी। इस उपग्रह के सफल होने से भारत की ताकत में पहले से काफी ज्यादा बढ़ोतरी होगी। यह उपग्रह भारत में आने वाली बाढ़ और चक्रवात जैसी आपदाओं की निगरानी रखने में सक्षम होगा। जिससे देश में बड़ी हानि के होने से बचा जा सकता है।

पांच बजकर 43 मिनट पर होगा लॉन्च

बृहस्पतिवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए इस उपग्रह को लॉन्‍च किया जाएगा। लॉन्च होने वाले इस उपग्रह का कोडनेम ईओएस-03 (EOS-3) रखा गया है। इस बारे में इसरो ने जानकारी देते हुए बताया कि इस उपग्रह का प्रक्षेपण 12 अगस्त को सुबह पांच बजकर 43 मिनट पर किया जाएगा।

इस बारे में इसरो ने बुधवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर जानकारी दी। साथ ही इसरो द्वारा जीएसएलवी एफ10 मिशन की एक फोटो भी शेयर की गई है। कोडनेम वाले इस उपग्रह ईओएस-03 अति उन्नत उपग्रह है, जिसे जीएसएलवी एफ 10 यान की मदद धरती की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। बता दें, अभी तक इस उपग्रह का प्रक्षेपण महामारी की वजह से टला हुआ था।

कोडनेम वाले एक उपग्रह ईओएस-03 बहुत ही उन्नतशील उपग्रह है। ऐसे में अगर इस उपग्रह का परीक्षण सफल होता है तो इससे भारत की ताकत में और बढ़ोत्तरी होने के साथ मौसम संबंधी गतिविधियों को समझने में आसानी हो जाएगी। ये ईओएस-03 उपग्रह भारतीय उपमहाद्वीप में बाढ़ और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं की निगरानी करने में सक्षम होगा।



\
Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story