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इजराइल-फिलिस्तीन पर अटल के बेबाक विचार अब हो रहे वायरल, जानें क्या कहा था
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है।
नई दिल्ली। इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है, दोनों देश एक दूसरे पर मिसाइल दाग रहे हैं इस बीच भारत में भी लोग इजरायल और फिलिस्तीन के पक्ष में बंट गए हैं। दक्षिणपंथी इजराइल का समर्थन कर रहे हैं और फिलिस्तीन का खुलकर विरोध कर रहे हैं। फिलिस्तीन को मान्यता दिए जाने के लिए कांग्रेस को दोषी बता रहे हैं। ऐसे में पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेई का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कह रहे हैं कि फिलिस्तीन की जमीन से इजरायल को हटना ही होगा। उनके इस वीडियो की बातों को लेकर भी सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है।
बता दें कि इन दिनों भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का वर्ष 1977 में दिए गए भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वह फिलिस्तीन के समर्थन में बोलते हुए सुने जा रहे हैं। वह कह रहे है कि अरबों की जिस जमीन पर चीन कब्जा जमाए बैठा है उसे खाली होना चाहिए। मध्य क्षेत्र के देशों का नजरिया बदल रहा है, सभी ने इजराइल के आस्तित्व का स्वीकारा है और भारत भी स्वीकार कर रहा है। जबकि वर्तमान में अन्य देशों के साथ-साथ भारत का भी नजरिया फिलिस्तीनियों को लेकर बदला है।
गौरतलब है कि इजराइल और फिलिस्तीन के बीच इस समय संघर्ष काफी तेज हो चला है। इजराइल के अनुसार हमास की तरफ से उस पर 3 हजार के करीब रॉकेट बरसाए हैं, जिसमें 10 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। वहीं जवाबी कार्रवाई करते हुए इजराइली सेना हवाई हमले कर हमास की इमारतों को निशाना बना रहा है। दुनिया के देशों के तरफ से दोनों पक्षों से शांति कायम रखने की अपील की जा रही है। बावजूद इसके दोनों लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय के इस अपील को नजरअंदाज कर रहे हैं। दोनों पक्षों की इस हरकत से यह लगने लगा हे कि यह युद्ध कुछ दिनों ही नहीं बल्कि कुछ हफ्तों तक चल सकता है।
वहीं इजराइल और फिलिस्तीन मुद्दे पर दुनिया के देश अलग-अलग खेमों में बंटते नजर आ रहे हैं। दुनिया के 25 देश जहां इजराइल की तरफ से किए गए जवाबी कार्रवाई का समर्थन करते संयम बरतने की अपील की है। वहीं मुस्लिम देश फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं। इसमें सऊदी अरब, पाकिस्तान, तुर्की, कुबैत आदि मुस्लिम देशों ने इजराइल की तरफ से की जा रही कार्रवाई का कड़ा विरोध जताया है। जबकि अमेरिका, अलबेनिया, ऑस्ट्रेलिया, कोलंबिया, साइप्रस, जॉर्जिया, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, कनाडा, हंगरी, इटली, स्लोवेनिया और यूक्रेन सहित कई देश इजरायल के समर्थन में खड़े हैं। जबकि
भारत की तरफ से दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। इसके अलावा भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में इस मुद्दे पर रुख साफ करते हुए अपना पक्ष रखा है। इजराइल—फिलिस्तीन के मुद्दे पर भारत में इस वक्त सोशल मीडिया का बाजार दो धड़ों में बंटा नजर आ रहा है। एक पक्ष इजरायल की कार्रवाई को अपनी सुरक्षा के लिए उठाया गया कदम बता कर समर्थन कर रहा है, तो दूसरा पक्ष फिलिस्तीन के समर्थन में हंगामा काटे पड़े हैं। ऐसे में वर्ष 1977 में पूर्व प्रधानमंत्री का अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण का यह वीडियो एकबार फिर जीवंत हो गया है, जिसमें वह फिलिस्तीनियों का समर्थन करते हुए सुने जा रहे हैं।
अटल का इजरायल-फिलिस्तीन पर बेबाक विचार
गौरतलब है कि वर्ष 1977 में लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी की जीत के बाद अटल बिहारी वाजपेयी दिल्ली के रामलीला मैदान में भाषण दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अरबो की जिस जमीन पर इजराइल कब्जा जमाए बैठा है, वह जमीन उसे खाली करना होगा। आक्रमणकारी आक्रमण के फलों का उपभोग करें, यह हमें स्वीकार नहीं है। ऐसे में जो नियम हम पर लागू है वह औरों पर भी लागू होगा। जो फिलिस्तीनी है उनके उचित अधिकारों का प्रस्थापना होना चाहिए। बता दें कि 1977 के लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी को 270 सीटें मिली थीं, और जनता पार्टी पहली बार अपने दम पर केंद्र में गैर कांग्रेसी सरकार बनाने में सफल हुई थी।