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पुलवामा जेल में भड़का दंगा, कैदियों ने किया पथराव, फरार होने की कोशिश
कैदियों ने ईंट-पत्थर फेंके और कुछ भवनों में तोड़फोड़ की, लाइट, सीसीटीवी कैमरे को क्षतिग्रस्त कर दिया।
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की पुलवामा जिला जेल में कैदियों के हिंसा करने का मामला सामने आया है। जहां पुलवामा जेल में कुछ संदिग्ध गतिविधि के बाद अधिकारी औचक जांच करने लगे तो कैदी भड़क गए और हिंसा पर उतर आए। उन्होंने वहां पर काफी तोड़-फोड़ की। साथ ही कई कैदियों ने जेल से भागने की भी कोशिश की लेकिन वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें इसमें कामयाब नहीं होने दिया। फिलहाल घटना के पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
कैदियों ने जेल में काफी तोड़-फोड़ की और ईंट-पत्थर भी फेंके साथ ही लाइट, सीसीटीवी कैमरे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। डीजी ने घटना के कारणों और जेल हुए नुकसान का पता लगाने का आदेश दिया है।
डीजी ने की समीक्षा
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जेल के कर्मचारियों द्वारा एक बैरक की अचानक जांच किये जाने के दौरान यह दंगा भड़का। पुलवामा जेल में कुछ संदिग्ध गतिविधि के बाद अधिकारियों के औचक जांच करने पर कैदी हिंसा पर उतारू हो गए।
उन्होंने बताया, कि'कैदियों ने ईंट-पत्थर फेंके और कुछ भवनों में तोड़फोड़ की, लाइट, सीसीटीवी कैमरे को क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं कुछ कैदियों ने फरार होने की भी कोशिश की लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उनके प्रयास को नाकाम कर दिया।'
डीजीपी वीके सिंह ने जेल परिसर का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की। जिसके बाद डीजी ने घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने समेत विभिन्न पहलुओं की जांच करने और कैदियों द्वारा किए गए नुकसान का पता लगाने की बात कही है।
जेल में कैदी कोरोना पॉजिटिव
बता दें कि कोरोना वायरस का खतरा जेलों में भी देखने को मिल रहा है। जहां जम्मू-कश्मीर के 14 जेलों में 539 कैदी कोरोना वायरस की चपेट में आए और जिनमें सबसे अधिक मामले अम्फाल्ला जेल में आए। वहीं जम्मू कश्मीर प्रशासन ने इस साल की शुरूआत में कोरोना की वजह से जेल में कैदियों से परिजनों की मुलाकात को दस महीने तक बंद किया। जिसके बाद कैदियों को परिजनों से वीडियो कांफ्रेंस और फोन पर बात करने की सुविधा दी गई।