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घाटी में हाईब्रिड आतंकियों ने बढ़ाई मुश्किलें, पाकिस्तान ऐसे बना रहा निहत्थों को निशाना

Jammu Kashmir: घाटी में हाईब्रिड आतंकियों ने सुरक्षाबलों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ये निहत्थे लोगों पर वार करते हैं और इन्हें ट्रैक करना काफी मुश्किल होता है।

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Newstrack NetworkPublished By Shreya
Published on: 5 July 2021 8:27 AM IST
घाटी में हाईब्रिड आतंकियों ने बढ़ाई मुश्किलें, पाकिस्तान ऐसे बना रहा निहत्थों को निशाना
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आतंकियों की प्रतीकात्मक तस्वीर (साभार- सोशल मीडिया) 

Jammu Kashmir: पाकिस्तान भले ही सीमा पर कुछ दिनों से शांत हो, लेकिन पड़ोसी मुल्क किसी न किसी तरह से भारत के सामने नई चुनौतियां खड़ी करने में जुटा हुआ है। आतंकियों का पनाहगार पाकिस्तान अब अलग रणनीति से भारतीय सुरक्षाबलों की मुश्किलें बढ़ाने का काम कर रहा है। खबर है कि पाकिस्तान व उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) ने अपनी रणनीति में बदलाव कर लिया है और वो युवाओं को हाईब्रिड आतंकी (Hybrid Terrorist) बनाने का काम कर रहे हैं।

यही नहीं कश्मीर (Kashmir) में हाईब्रिड आंतिकयों की मौजूदगी की भी खबर मिली है, जिसने सुरक्षा बलों (Indian Security Forces) की चिंता बढ़ा दी है। अब यह सुरक्षाबलों के लिए एक नई चुनौती होने वाली है। मिली जानकारी के मुताबिक, ये पार्टटाइम हाईब्रिड आतंकी स्लीपर सेल (Sleeper Cell) की ही तरह निहत्थों को निशाना बना रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि कश्मीर में हाल ही में नेताओं व पुलिसकर्मियों की हुई हत्याओं (Murder) में हाईब्रिड आतंकियों का हाथ था।

ऐसे आतंकियों को ट्रैक करने में होती है परेशानी

इस बारे में बताते हुए आईजी विजय कुमार ने कहा कि श्रीनगर में स्लीपर सेल और हाईब्रिड आतंकियों की मौजूदगी है। इन आतंकियों को ट्रैक करने में परेशानियां आती हैं क्योंकि ये घटना को अंजाम देने के बाद फिर से अपने सामान्य कामकाज में लग जाते हैं, ऐसे में इन्हें पकड़ना मुश्किल होता है। हालांकि उन्होंने बताया कि ऐसे आतंकियों पर अब पूरी तरह से नजर रखी जा रही है। इन्हें जल्द ढेर कर दिया जाएगा।

आतंकी (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

आपको बता दें कि घाटी में बीते कुछ हफ्तों से सॉफ्ट टारगेट (Soft Targets) को निशाना बनाने की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। पिस्तौल धारी युवक इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये युवक सुरक्षा एजेंसियों की लिस्ट में आतंकियों के तौर पर शामिल नहीं हैं, ऐसे में इन्हें ट्रैक करने में परेशानी होती है। वहीं, सूत्रों के हवाले से पता चला है कि आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए हाईब्रिड आतंकियों को स्टैंडबाय पर रखा जाता है। अपने काम को अंजाम देने के बाद यह आतंकी अपने सामान्य कामकाज में लौट जाते हैं और नए टास्क का इंतजार करते हैं।

पाकिस्तान ने बदली अपनी आतंकवाद की रणनीति

सूत्रों का कहना है कि घाटी में भारतीय सुरक्षाबलों द्वारा आतंकियों पर लगातार शिकंजा कसे जाने से पाकिस्तान बौखला गया है, जिसके बाद पड़ोसी मुल्क आतंकवाद के अपने तरीके बदल रहा है। अब पाकिस्तान और आईएसआई (ISI) हाईब्रिड आतंकियों को तैयार कर रहे हैं, जो लोगों में डर पैदा करने के लिए निहत्थे और प्रतिरोध न करने वाले लोगों को निशाना बनाते हैं। ऐसे लोगों में कारोबारी, राजनीतिक पार्टियों से जुड़े बिना सुरक्षा प्राप्त नेता-कार्यकर्ता, अल्पसंख्यक समुदाय के लोग और ड्यूटी पर तैनात न रहने वाले पुलिसकर्मी शामिल हैं।

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