बौखलाए सारे आतंकी: जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी, भारतीय सेना ने नाकाम की घुसपैठ की कोशिश

Jammu & Kashmir News: उधर जम्मू एयरपोर्ट (jammu airport bomb blast) पर जून के अंत में दो ड्रोन्स के जरिए विस्फोटक गिराए गए थे।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Shweta
Published on: 22 Nov 2021 6:17 AM GMT
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सैनिक (फोटो सोशल मीडिया)

Jammu & Kashmir News: जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir) में सुरक्षाबलों ने आतंकी तत्वों के सफाए की मुहिम छेड़ी है जिससे आतंकी (Jammu & Kashmir aatankwadi) गुटों में बौखलाहट है। पठानकोट (Pathankot) में सैन्य अड्डे (sainya adde) के बाहर ग्रेनेड का धमाका भी ऐसी ही घटना हो सकती है। पठानकोट (pathankot blast) में पिछले कुछ महीनों में कई बार संदिग्ध गतिविधियां देखी जा चुकी हैं। 6 अक्टूबर को बामियाल सेक्टर की जैतपुर पोस्ट के पास एक ड्रोन देखा गया था। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने ड्रोन (soldiers drone) को देखते ही इस पर फायरिंग कर दी जिसके बाद ये ड्रोन गायब हो गया।इससे पहले जुलाई में सुरक्षा बलों को पठानकोट में एक संदिग्ध गुब्बारा मिला था।

उधर जम्मू एयरपोर्ट (jammu airport bomb blast) पर जून के अंत में दो ड्रोन्स के जरिए विस्फोटक गिराए गए थे। इस हमले में दो वायुसैनिकों को मामूली चोटें आई थीं। एक धमाके से एक इमारत की छत को नुकसान पहुंचा था, वहीं दूसरा धमाका खाली जगह पर हुआ था। ये हमला लश्कर ने कराया था मीडिया खबरों के अनुसार, कश्मीर (kashmir news) में आतंक के नेटवर्क के संपूर्ण सफाए के लिए सुरक्षा एजेंसियां कमर कस चुकी हैं और कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में मौजूद आतंकियों की गिनती कर उनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। बताया जाता है कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने जम्मू कश्मीर के 9 इलाकों में मौजूद कुल 97 आतंकियों की पहचान की है, जो एक्टिव हैं।

पाकिस्तान की आईएसआई (Pakistan ISI) लगातार कश्मीर में युवाओं को आतंक की राह पर ढकेलने के साथ साथ घाटी में आतंकियों की घुसपैठ की भी कोशिशों में लगी हुई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अब तक 46 बार घुसपैठ की कोशिशें की जा चुकी है जिसमें 17 के करीब आतंकियों के घुसपैठ की जानकारी मिली है। हालांकि अब तक कितने आतंकी घुसपैठ कर चुके हैं, इसकी सही-सही जानकारी नहीं है।

अफगानिस्तान के जरिये भी आतंकी घुसपैठों (Afghanistan terrorism) से इनकार नहीं किया जा सकता। वहां आईएसआईएस (isis) सक्रिय हो गया है और उसकी मौजूदगी अफगानिस्तान के सभी प्रान्तों में मानी जा रही है। इसके अलावा पाकिस्तान का तालिबान को पूरा समर्थन है। पाकिस्तान ने अपने यहां भी तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान से समझौता कर लिया है जबकि ये एक आतंकी गुट है और इसके नेता आतंकी लिस्ट में शुमार थे।

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