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तूफान का खतरा: जारी हुई भीषण बारिश की चेतावनी, ओडिशा-यूपी समेत इन राज्यों में अलर्ट

जवाद तूफान के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग ने तीन दिसंबर से ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।

Vidushi Mishra
Written By Vidushi Mishra
Published on: 2 Dec 2021 6:13 AM GMT
jawad cyclone update
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Jawad Tufan : उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा (cyclone in odisha) के तटीय इलाकों में तूफान जवाद (jawad cyclone) के भीषण कहर का खतरा मंडरा रहा है। लगातार अंडमान सागर और उससे लगे हुए बंगाल की खाड़ी में कम दबाब को क्षेत्र बनने की वजह से अगले कुछ घंटों में ताकतवर होकर तनाव बन रहा है। ऐसे में मौसम विभाग के अनुसार, आज से शनिवार सुबह तक आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती इलाकों में चक्रवाती तूफान जवाद(JAWAD) दस्तक दे सकता है।

जवाद तूफान (jawad cyclone live tracking) के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग ने तीन दिसंबर से ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके साथ ही तटीय इलाको से सटे क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

ऐसे में मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण ओडिशा (cyclone in odisha) के जिलों में भी तीन दिसंबर को भयंकर बारिश का अनुमान जाहिर किया जा रहा है। इस तूफान के बढ़ते (jawad cyclone live tracking) खतरे को देखते हुए सड़कों पर जलजमाव के हालात उत्पन्न होने की संभावना है। जिसके चलते लोगों को बिना किसी जरूरी काम से घर से निकलने से मना किया गया है।

क्या है ये 'जवाद' तूफान
Jawad Tufan Kya Hai

आंध्र प्रदेश और ओडिशा (cyclone in odisha) पर मंडरा रहे इस तूफान को जवाद नाम (cyclone jawad named by) सऊदी अरब ने दिया है। दरअसल इस जवाद का अरबी मतलब (jawad cyclone meaning) उदार यानी दयालु होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये तूफान भी अपने नाम के मुताबिक विनाशकारी होने की संभावना कम रखता है।

इससे पहले आए ये तूफान
Jawad Tufan Se Pehle Aaye Tufan

इस तूफान के आने से पहले भी कई तूफान दस्तक दे चुके है। इस बारे में जानकारी देते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा चक्रवात विकास आवृत्ति के दिये गए डाटा के मुताबिक, सन् 1891 और 2021 के बीच आठ अवसरों पर, इस क्षेत्र में अक्टूबर और नवंबर दोनों के दौरान कोई चक्रवात विकसित नहीं हुआ। ये साल 2021, 1990, 1961, 1954, 1953, 1914, 1900 और 1895।


ऐसे में करीब 41 वर्षों से अक्टूबर में कोई चक्रवात तूफान नहीं आया और बीते 132 वर्षों के बीच नवंबर 32 बार बिना चक्रवातों के निकल गया।

इस बारे में स्‍काईमेट के अनुसार, आज शाम से उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पड़ोसी पश्चिम बंगाल के तट पर करीब 6 बजे के बाद से खराब मौसम की स्थिति का खतरा है। इस दौरान मौसम काफी अधिक खराब रहने की संभावना भी जाहिर की जा रही है।

मौसम की जानकारी देते हुए मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जवाद तूफान लैंडफॉल स्टेज पर पहुंचने से पहले एक भीषण चक्रवाती तूफान बन सकता है. इसकी वजह से उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों में तूफान के कहर से तबाही का खतरा मंडरा रहा है।

तूफान से खराब होते मौसम को देखते हुए मौसम पूर्वानुमान विभाग के मुताबिक, तीन दिसंबर को मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के उठने की पूर्ण संभावना है। इस तूफान की वजह से हवा की गति 117 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। वहीं इससे तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भीषण वर्षा की भी संभावना है।

चक्रवाती तूफान से इतना नुकसान
Jawad Tufan Se Nuksan

शक्तिशाली चक्रवाती तूफान जवाद के प्रभावशाली होने की वजह से अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके प्रभाव से झमाझम बारिश तो होगी ही, साथ ही तेज आंधी जैसी तेज हवा चलने की संभावना भी है।

जिसके चलते मौसम में बदलाव केवल उत्तर प्रदेश (cyclone alert in up) में ही नहीं, बल्कि बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उड़ीसा, पश्चिमी बंगाल, गुजरात समेत अन्य कई राज्यों में भी होगा। इस तूफान का असर देश के कई राज्यों में एक साथ देखने को मिल सकता है।




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