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JNU Violence: जेएनयू हिंसा पर बोलीं VC, यूनिवर्सिटी की छवि खराब करने के लिए एक गिरोह सक्रिय

JNU Violence: जेएनयू वीसी ने अपने बयान में कहा कि मैं मानती हूं कि जेएनयू की छवि खराब करने के लिए एक गिरोह सक्रिय है। उन्होंने आगे कहा कि कुछ महीनों की शांति का माहौल कुछ लोगों को पसंद नहीं आया, इसलिए ये पूरा मामला शुरू हुआ।

Krishna Chaudhary
Report Krishna ChaudharyPublished By Praveen Singh
Published on: 13 April 2022 6:35 PM IST
Violence in JNU
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JNU : फोटो- सोशल मीडिया

JNU Violence Update: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रामनवमी के दौरान दो छात्र संगठनों के बीच हुई हिंसक झड़प पर वाइस चांसलर शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित का बयान आया है। जेएनयू वीसी ने अपने बयान में कहा कि मैं मानती हूं कि जेएनयू की छवि खराब करने के लिए एक गिरोह सक्रिय है। उन्होंने आगे कहा कि कुछ महीनों की शांति का माहौल कुछ लोगों को पसंद नहीं आया, इसलिए ये पूरा मामला शुरू हुआ।

वीसी शांतिश्री पंडित ने छात्रों के एक तबके द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर कहा कि जेएनयू में संवाद पर कोई रोक नहीं है। मैं संवाद का समर्थन करती हूं। छात्र इस मामले में आधा सच बता रहे हैं, घटना वाले दिन मैं भी कावेरी छात्रावास, गई थी। बता दें कि कावेरी छात्रावास में ही छात्रों के दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी।

जेएनयू हिंसा की निष्पक्ष जांच होगी

जेएनयू की वीसी शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित ने कहा कि रावनवमी हवन किया जाए या नहीं और खाने के मेन्यू को लेकर दो गुटों के बीच विवाद खड़ा हो गया। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी के 16 छात्रावासों में रामनवमी की पूजा थी और मांसाहार भोजन भी परोसा गया था। यह अजीब बात है कि विवाद केवल एक हास्टल में ही क्यों हुआ। जेएनयू वीसी ने कहा कि हिंसा के प्रॉक्टोरियल जांच के आदेश दिए जा चुके हैं, रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद इसे सार्वजनिक किया जाएगा। साथ ही उन्होंने छात्रों को निष्पक्ष जांच का भरोसा भी दिया।

जेएनयू में मन पसंद खान – पान का अधिकार

वीसी शांतिश्री ने कहा कि नॉन वेज एक गैर मुद्दा है। जेएनयू में हर किसी को उसके पसंद के खान – पान का अधिकार है। यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि जेएनयू एक आजाद विश्वविद्यालय है, जहां हम युवा लोगों की राय, विविधता और असहमित की सराहना करते हैं। हम लोगों की पसंद का भी सम्मान करते हैं। इसे हिंसा के जरिए समाप्त नहीं होने दिया जाएगा।

लोगों की सोच ठीक करना लक्ष्य

9 फरवरी 2016 की घटना के बाद से लगातार एक तबके के निशाने पर रहा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) तब से लगातार विवादों में आ रहा है। इन विवादों के बीच जेएनयू की वीसी बनीं शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित ने कहा कि मैं जनता की इस धारणा को ठीक करना चाहती हूं कि हम टुकड़े – टुकड़े..हैं। पदभार ग्रहण करने के बाद से मैंने किसी को भी इस तरह की बातें करते हुए नहीं देखा।

बता दें कि रामनवमी के दिन जेएनयू के कावेरी छात्रावास में एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार भिडंत हो गई है। विवाद रामनवमी की पूजा और मांसाहार भोजन परोसने को लेकर हुआ। इस घटना में दोनों गुटों के छात्रों को चोटें आईं हैं। फिलहाल मामले की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है।



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