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UP Election 2022: सियासी नजरिए से काफी अहम है हिजाब विवाद की टाइमिंग, पश्चिमी यूपी में मतदान से पहले कहीं ध्रुवीकरण की कोशिश तो नहीं

UP Election 2022: पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 58 सीटों पर कल पहले चरण का मतदान होना है और उससे तुरंत पहले एक मुस्लिम लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Divyanshu Rao
Published on: 9 Feb 2022 6:08 PM IST
UP Election 2022
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हिजाब विवाद की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

UP Election 2022: कर्नाटक की शिक्षा संस्थाओं में हिजाब को लेकर विवाद तो पिछले महीने से ही चल रहा है मगर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मतदान की शुरुआत से पहले जिस तरह यह मामला गरमाया है, उसे देखकर इस विवाद की टाइमिंग सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 58 सीटों पर कल पहले चरण का मतदान होना है और उससे तुरंत पहले एक मुस्लिम लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया है। ट्विटर पर भी यह विवाद टॉप ट्रेंडिंग रहा है। इस विवाद को खूब हवा भी दी जा रही है और इसलिए इसका सियासी कनेक्शन भी काफी अहम हो गया है।

यदि गूगल सर्च को खंगाला जाए तो उत्तर प्रदेश में भी हिजाब विवाद को जमकर सर्च किया जा रहा है। इस विवाद को सर्च करने के मामले में तेलंगाना और तमिलनाडु के बाद उत्तर प्रदेश का ही नंबर है। यह विवाद इतना गरमा चुका है कि अंतरराष्ट्रीय हस्तियां भी इस मामले में कूद पड़ी हैं।

अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने भी जताई प्रतिक्रिया

नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई के साथ ही यूएई की प्रिंसेस ने भी इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। पाकिस्तान सहित कुछ अन्य देशों से भी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह विवाद और गरमाएगा और इसके सियासी असर की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

हिजाब में लड़की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

वीडियो में लड़की को कैद करने की पूरी तैयारी

सबसे पहले बात उस वीडियो की जिसमें एक मुस्लिम लड़की मुस्कान खान लड़कों की ओर से की गई नारेबाजी का अल्लाह हू अकबर बोलकर जवाब देती है। इस वीडियो में एक खास बात यह है कि लड़की की एंट्री से लेकर नारेबाजी तक हर मौके को इस वीडियो में शूट किया गया है।

हिजाब पहनने वाली लड़की को कैमरा लगातार फॉलो करता रहता है और वह जहां-जहां जाती है, वहां-वहां कैमरामैन उसी को कैद करने की कोशिश में जुटा रहता है। इस वीडियो को देखने पर साफ तौर पर लगता है कि खास तौर पर उस लड़की को शूट करने के लिए मानो पहले से ही तैयारी की गई हो। लड़की जहां-जहां जाती है,उसे फ्रंट से शूट करने की पूरी कोशिश की जाती है और बाद में जल्द ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाता है।

पश्चिमी यूपी में यह फैक्टर होगा महत्वपूर्ण

अब सबसे महत्वपूर्ण बात इस वीडियो की टाइमिंग को लेकर है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर गुरुवार को मतदान होना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों का वोट काफी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि 27 फ़ीसदी मुस्लिम मतदाता इस चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएंगे। दूसरी और 25 फीसदी दलित और 17 फ़ीसदी जाट मतदाताओं की भूमिका भी कम महत्वपूर्ण नहीं होगी।

इसके साथ ही 8 फ़ीसदी राजपूत और 7 फ़ीसदी यादव मतदाताओं पर भी सभी दलों की निगाहें लगी हुई हैं। ऐसे में इस विवाद को गरमाने की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। कुछ लोग इसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ध्रुवीकरण से जोड़ने की कोशिश के रूप में भी देख रहे हैं।

विवाद में ओवैसी और मदनी भी कूदे

सोशल मीडिया पर यह विवाद खासी चर्चा का विषय बना हुआ है। ट्विटर पर भी इस विवाद की खासी चर्चा हो रही है और लोग खुलकर इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। हिजाब विवाद में अब सियासी नेताओं की भी एंट्री हो चुकी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई मुस्लिम बहुल सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने वाले एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि लोगों को खाने और पहनावे के बारे में कोई निर्देश नहीं जारी किया जा सकता।

उन्होंने कहा कि यदि देश में किसी भी समाज को दबाने की कोशिश की जाती है तो उसे आगे बढ़कर अपनी लड़ाई लड़नी होगी। ओवैसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हिजाब वाली घटना का बार-बार जिक्र करके वोट मांगने की कोशिश में जुटे हुए हैं। जमीयत उलेमा ए हिंद के मुखिया मौलाना मोहम्मद असद मदनी ने तो हिजाब पहनकर लड़कों की नारेबाजी का अल्लाह हू अकबर कहकर जवाब देने वाली लड़की मुस्कान खान को पांच लाख रुपए देने की घोषणा तक कर डाली है।

प्रियंका भी मुस्लिम छात्राओं के पक्ष में

कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश के चुनाव में पार्टी की अगुवाई करने वाली प्रियंका गांधी भी हिजाब विवाद में कूद पड़ी हैं। उनका कहना है कि लड़कियों को अपने हिसाब से कपड़े पहने का पूरा हक है। प्रियंका गांधी ने इस बाबत किए गए अपने ट्वीट में कहा है कि चाहे वह घूंघट हो या बिकिनी या फिर जींस या फिर हिजाब, इस बाबत अंतिम फैसला महिला को ही करना है कि उसे क्या पहनना है। देश के संविधान ने महिलाओं को यह हक दिया है और इस बाबत महिलाओं को प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए।

हिजाब विवाद पर भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

दूसरी ओर भाजपा नेता भी इस मुद्दे पर खुलकर सामने आ गए हैं। भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय का कहना है कि धर्म के नाम पर युवा लड़कियों को शिक्षा के बजाय हिजाब को चुनने के लिए कहा जा रहा है। कर्नाटक भाजपा की ओर से किए गए ट्वीट में हिजाब विवाद के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया गया है।

दिल्ली भाजपा के नेता कपिल मिश्रा का कहना है कि देश में कट्टर इस्लामिक जिहादी एजेंडा चलाने की कोशिश की जा रही है। कर्नाटक भाजपा के दिग्गज नेता सी टी रवि का कहना है कि मलाला यूसुफजई भारत के आंतरिक मामलों में बोलने वाली कौन होती है। रवि ने मलाला को मुल्ला बताते हुए उनके ऊपर तंज भी कसा है।

कर्नाटक के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने यह कहकर तूफान खड़ा कर दिया कि जिन्हें शरिया के हिसाब से चलना हो, वे पाकिस्तान चले जाएं। उन्होंने कहा कि हिजाब और बुर्का पहनने वालों को मदरसों में जाना चाहिए।

कुल मिलाकर यह मामला सियासी रूप से अब काफी गरमा चुका है और सोशल मीडिया पर लोग इस मुद्दे पर खुलकर पक्ष-विपक्ष में अपनी बातें रख रहे हैं। ऐसे में सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे पर पैदा हुए विवाद का असर पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।



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Divyanshu Rao

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