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Kharif Fasal ka Record: सरकार से लड़ते-लड़ते किसानों ने खरीफ उत्पादन भी बढ़ा दिया

Kharif Fasal ka Record: केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय ने एलान किया है कि देश में खरीफ फसलों का रिकार्ड उत्पादन होने जा रहा है।

Akhilesh Tiwari
Written By Akhilesh TiwariPublished By Chitra Singh
Published on: 22 Sept 2021 3:48 PM IST (Updated on: 22 Sept 2021 4:07 PM IST)
Kharif Fasal-Kisan Andolan
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खरीफ फसल-किसान आंदोलन (डिजाइन फोटो- न्यूज ट्रैक)

Kharif Fasal ka Record: देश के किसानों का यह अंदाज शायद ही दुनिया में कहीं देखने को मिले। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने अपनी नाराजगी के बावजूद देश में खरीफ फसलों का उत्पादन ​बढ़ा दिया है। केंद्र सरकार का दावा है कि इस बार दस लाख टन से भी ज्यादा खरीफ फसलों का उत्पादन होने जा रहा है। इसकी बड़ी वजह अच्छे मानसून को भी माना जा रहा है।

केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय ने एलान किया है कि देश में खरीफ फसलों का रिकार्ड उत्पादन होने जा रहा है। सरकार का अनुमान है कि इस बार खरीफ फसलों का उत्पादन 15 करोड़ पांच लाख टन से भी ज्यादा होगा। मंत्रालय के अनुसार खरीफ फसलों में चावल, गन्ना और कपास का रिकार्ड तोड़ उत्पादन होने के आसार हैं। मोटा अनाज और तिलहन की फसलों का उत्पादन इस बार कम हो सकता है। लेकिन सभी खरीफ फसलों का उत्पादन पिछले साल के 14 करोड़ 95 लाख टन से दस लाख टन तक ज्यादा हो सकता है।

किसान आंदोलन का नहीं पड़ा खेती पर असर

तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने हालांकि एक बार ऐसा एलान कर दिया था कि किसान खेती नहीं करें। लेकिन भाकियू के नेता रा​केश टिकैत ने इसके बाद कई बार बयान जारी कर अपनी स्थिति साफ की। उन्होंने किसानों से कहा कि फसलों का उत्पादन कम नहीं होने दें। किसान की पहचान उसकी अपनी खेती से ही है।

राकेश टिकैत (फाइल फोटो- न्यूज ट्रैक)

दिल्ली में किसान आंदोलन अब तक जारी है। धरने पर किसानों के बैठने का क्रम भी जारी है । लेकिन किसान संगठनों का दावा है कि अब किसान बारी-बारी आकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं। एक गांव के लोग लौट जाते हैं तो दूसरे ​गांव के लोग आ जाते हैं। इससे गांव में खेती कार्य पर भी विपरीत असर नहीं पड़ा है। भाकियू के मीडिया प्रभारी शमशेर राणा ने कहा कि किसानों ने तय किया है कि लड़ाई और खेती दोनों ही मोर्चे पर डटे रहेंगे। फसलों का उत्पादन बढ़ाकर किसानों ने दिखा दिया है कि वह देश व समाज के प्रति अपने दायित्व निर्वाह में कोताही नहीं कर रहा है।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने क्या कहा

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने खरीफ उत्पादन के आंकड़े आने के बाद कहा कि जिस तरह से इस साल खरीफ फसलों का रिकार्ड उत्पादन होने की संभावना है उसके लिए खेती में वै​ज्ञानिक तरीकों का बढ़ता इस्तेमाल और अच्छा मानसून मददगार है। किसान सहयोगी सरकार की नीतियों का परिणाम है कि सभी खरीफ फसलों का उत्पादन बढ़ रहा है। इस साल दालों का उत्पादन 94.5 लाख टन होने की उम्मीद की जा रही है। पिछले साल देश में दालों का उत्पादन 86.9 लाख टन रहा था।

घट सकता है कि तिलहन उत्पादन?

कृषि मंत्रालय के अनुसार इस साल तिलहन फसलों का उत्पादन कम होगा। पिछले साल दो करोड़ 40 लाख टन तिलहन का उत्पादन (Tilhan Utpadan) हुआ था । लेकिन इस साल यह दो करोड़ 34 लाख टन के आस—पास रहने की उम्मीद की जा रही है। मूंगफली, सोयाबीन का उत्पादन लगभग चार से पांच लाख टन कम होने के आसार हैं।



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