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Lakhimpur Kheri Violence Update: संजय सिंह ने उठाई सीबीआई जांच की मांग, CM अरविंद केजरीवाल ने कहा- दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा दी जाये
लखीमपुर खीरी की घटना की आम आदमी पार्टी ने की सीबीआई जांच की मांग
Lakhimpur Kheri Violence: रविवार को लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत की ख़बर ने भूचाल मचा दिया। इससे राजनीतिक दलों में हलचल बढ़ गई है। सपा, बसपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सहित सभी दल इसे दुःखद बता रहे हैं। साथ ही, आरोप है कि यह हादसा केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र की गाड़ी से हुआ है, जिसके बाद उनकी गाड़ी फूंक दी गई। जानकारी के अनुसार, लखीमपुर खीरी में हालात खराब होना शुरू हो गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हरकत में आ गए और उन्होंने एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को लखीमपुर जाने के निर्देश दे दिए हैं।
वहीं, इस मुद्दे पर अब राजनीति शुरू हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने जहां इसे हिंसक व अन्यायपूर्ण बताया। तो, उन्हीं की आम आदमी पार्टी (AAP) के उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Rajyasabha MP Sanjay Singh) ने लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की मौत की सीबीआई जांच व मृतक किसानों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग उठाई।
लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानो को गाड़ी से कुचलना हिंसक और अन्यायपूर्ण है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 3, 2021
कई किसान भाइयों के मारे जाने खबर मिल रही है। प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। दुःख की इस घड़ी में किसान भाइयों के साथ हूँ।
ऐसा घोर अपराध करने वाले दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा दी जाय
दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा दी जाये
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों के साथ होने की बात कहते हुए ट्वीट कर कहा कि लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी से कुचलना हिंसक और अन्यायपूर्ण है। कई किसान भाइयों के मारे जाने खबर मिल रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा घोर अपराध करने वाले दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा दी जाये।
'खालिस्तानी, पाकिस्तानी, गुंडा और मवाली मानती है'
आप के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि "पिछल्न 10 महीने से देश का अन्नदाता किसान धरने पर बैठा हुआ है। 650 किसानों ने या तो आत्महत्या की है या गोलियों से भून दिया गया है। देश की सरकार से उनकी एक ही मांग है कि इन तीनों काले कानूनों को वापस लिया जाए, जो किसानों की मौत का फरमान हैं। लेकिन मोदी सरकार इन किसानों को खालिस्तानी, पाकिस्तानी, गुंडा और मवाली मानती है, उनके सामने कंटीले तार लगाए जाते हैं।"
मामले की हो सीबीआई जांच
संजय सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले मंत्री अजय मिश्र टेनी का बयान आया था कि किसानों को ठीक कर दूंगा दो मिनट के अंदर और आज सूचना मिल रही है कि लखीमपुर में उनके बेटे ने अपनी गाड़ी से रौंदकर तीन आंदोलनकारी किसानों को मार दिया। यह घटना अंग्रेजी शासन वाले हिंदुस्तान की नहीं है। आजादी के 75 साल बाद नरेन्द्र मोदी वाले हिंदुस्तान की है, योगी वाले हिंदुस्तान की है, जहां पर भारतीय जनता पार्टी का शासन है। तीन किसानों को केंद्रीय मंत्री का बेटा अपनी गाड़ियों से रौंदकर मार देता है। उसकी निगाह में किसान की कीमत जानवर से ज्यादा नहीं है। उसकी निगाह में देश के अन्नदाताओं की कीमत किसी भुनगे से ज्यादा नहीं है। मैं अपील करता हूं मोदी अब तो इन काले कानूनों को वापस ले लीजिए। इन हत्यारों को गिरफ्तार करके सख्त से सख्त सजा दी जाए। मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। जो किसान मारे गए हैं उनके परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए।