Mann Ki Baat: मोदी ने की साल की अंतिम 'मन की बात', जानिए इस मन की बात के 10 अहम बिंदु

Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने साल 2021 का अपनी अंतिम 'मन की बात' कार्यक्रम आयोजित किया।

Rajat Verma
Report Rajat VermaPublished By Vidushi Mishra
Published on: 26 Dec 2021 6:31 AM GMT (Updated on: 26 Dec 2021 6:32 AM GMT)
Mann Ki Baat
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मन की बात (फोटो- सोशल मीडिया)

Mann Ki Baat: रविवार 26 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2021 का अपनी अंतिम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) कार्यक्रम आयोजित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वप्रथम मन की बात (First Mann Ki Baat) कार्यक्रम का आयोजन 3 अक्टूबर 2014 को ऑल इंडिया रेडियो (All India Radio) पर किया था तथा इसके बाद लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) इस कार्यक्रम को करते आ रहे हैं।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information and Broadcasting) द्वारा शुरू किए गए प्रधानमंत्री के इस 'मन की बात' (Mann Ki Baat) कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिन-प्रतिदिन के शासन के मुद्दों पर नागरिकों के साथ एक सीधा संवाद स्थापित करना है।

आइए जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज के 'मन की बात' कार्यक्रम के 10 प्रमुख बिंदु-

1. पीएम मोदी ने हाल में तमिलनाडु में सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के चलते दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत और अन्य लोगों को याद किया।

2. मेरे लिए मन की बात सरकार के काम को उजागर करने के लिए नहीं बल्कि यह जमीनी स्तर के परिवर्तन करने वालों के सामूहिक प्रयासों के बारे में है।

3. इस समय पूरा देश 2021 को विदाई देने और 2022 के स्वागत की तैयारियों में लगा है। नए साल पर हर व्यक्ति, हर संगठन कुछ नया और बेहतर करने का संकल्प लेता है।

4. वर्तमान में भारत आजादी के अमृत महोत्सव को अद्वितीय तरीकों से चिह्नित कर रहा है।

5. रेजीडेंसी (लखनऊ) में आयोजित ड्रोन शो में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न पहलुओं को जीवंत किया गया। स्वतंत्रता संग्राम की विभिन्न घटनाएं हो या नेताजी सुभाष के अदम्य साहस और पराक्रम का किस्सा, इस ड्रोन शो ने जीता सबका दिल जीता है।

6. पढ़ने की आदत को और अधिक लोकप्रिय बनाने को लेकर कही बात।

7. हमारी संस्कृति को संरक्षित और लोकप्रिय बनाना हमारा कर्तव्य है। भारतीय संस्कृति का जश्न मनाने वाले वैश्विक प्रयासों को देखकर भी उतनी ही खुशी होती है।

8. अरुणाचल प्रदेश में पक्षियों की 500 से अधिक प्रजातियां हैं, जिनमें कुछ देशी प्रजातियां भी शामिल हैं जो दुनिया में कहीं और नहीं पाई जाती हैं। लेकिन अब जंगलों में पक्षियों की संख्या कम होने लगी है। इस स्थिति को सुधारने के लिए 'एयरगन सरेंडर कैंपेन' चलाया जा रहा है।

9. तमिलनाडु हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत ग्रुप कैप्टन वरुण के साहस और पराक्रम को सराहा।

10. देश के प्रतिभाशील युवाओं ने 'Safwater' नाम का स्टार्टअप शुरू किया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स की मदद से यह लोगों को अपने क्षेत्र में पानी की शुद्धता और गुणवत्ता से संबंधित जानकारी देगा।

Vidushi Mishra

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