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माइक्रोसॉफ्ट ने पार की 2 ट्रिलियन डॉलर की बाजार वैल्यू
माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन अब अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी मार्केट वैल्यू वाली कम्पनी बन गई है।
नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन अब अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी मार्केट वैल्यू वाली कम्पनी बन गई है। 2 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट वैल्यू को पार करने के साथ अब माइक्रोसॉफ्ट के आगे सिर्फ एप्पल कम्पनी है।
न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों ने 22 जून को 2 ट्रिलियन डॉलर का मुकाम पार किया। इस दिन एप्पल का बाजार वैल्यूएशन 2.24 ट्रिलियन डॉलर का रहा। अमेजन की मार्केट वैल्यू 1.77 ट्रिलियन डॉलर और गूगल के पेरेंट कम्पनी अल्फाबेट की वैल्यू 1.67 ट्रिलियन डालर थी।
तुलनात्मक रूप से बता दें कि 2019 में भारत की जीडीपी 2.87 ट्रिलियन डॉलर की थी।
2019 में आईपीओ का रिकार्ड बनाने वाली सऊदी तेल कंपनी अरामको भी 2 ट्रिलियन डॉलर का लेवल पार कर चुकी है। सऊदी अरब के तदावुल एक्सचेंज में 22 जून को अरामको का मार्केट कैप 1.88 ट्रिलियन डॉलर का था।
माइक्रोसॉफ्ट के शेयर इस साल 19 फीसदी बढ़े हैं। अमेज़न व एप्पल के शेयरों में इससे काफी कम बढ़ोतरी हुई है।
माइक्रोसॉफ्ट का पारंपरिक बिजनेस सॉफ्टवेयर और विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का है लेकिन इसके शेयर बढ़ने की वजह माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति है। निवेशक मां रहे हैं कि क्लाउड कंप्यूटिंग में माइक्रोसॉफ्ट ग्लोबल लीडर बन जायेगा।
कोरोना महामारी के चलते टेक्नोलॉजी का प्रयोग बहुत तेजी से बढ़ा है। लोग ज्यादा से ज्यादा समय इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर बिता रहे हैं। ईसे टेक कंपनियों की आमदनी बढ़ी है और यूजर्स की संख्या में काफी इजाफा हुआ है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब ज्यादा से ज्यादा काम घर से ही होगा जिसके कारण अब टेक्नोलॉजी की दुनिया में क्लाउड कंप्यूटिंग ही ग्लोबल ग्रोथ का अगला केंद्र होगा।
इस बदलाव से अमेज़न वेब सर्विसेज, गूगल और आईबीएम को भी फायदा पहुंचेगा क्योंकि क्लाउड पर एंटरप्राइज वर्कलोड 40 फीसदी से बढ़कर 2022 में 55 फीसदी तक पहुंच जाएगा।
एप्पल का मार्केट पूंजीकरण पिछले साल अगस्त में 2 ट्रिलियन डॉलर हो गया था। इस लेवल पर पहुंचने वाली वह पहली अमेरिकी कम्पनी थी।