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राहुल —प्रियंका ने सरकार को ललकारा, विदेश क्यों भेज दी वैक्सीन
राहुल और प्रियंका ने अपने टि्वटर पर पोस्टर लगा कर पीएम मोदी को ललकाराते हुए कहा कि उन्हें भी गिरफ्तार किया जाए।
नई दिल्ली। दिल्ली में रविवार की सुबह कई स्थानों पर एक ही तरह के पोस्टर लगे मिले जिनमें कहा गया है कि मोदी जी, हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी। इससे बौखलाई दिल्ली पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज करते हुए लगभग 25 मजदूरों को पकड़ कर थाने में बंद कर दिया जो पोस्टर लगाते हुए मिले थे। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछने के अपराध का परिणाम बताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अपने टि्वटर प्रोफाइल पर यह पोस्टर लगा लिया और मोदी सरकार से सवाल पूछते हुए ललकारा कि उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाए।
राहुल और प्रियंका के इस अभियान में बिहार से तेजस्वी यादव, पश्चिम बंगाल की सांसद महुआ मोइत्रा समेत कई प्रमुख हस्तियां आगे आ गईं। सभी ने सोशल मीडिया पर मोदी सरकार से सवाल पूछना शुरू कर दिया है कि हमारे बच्चों की वैक्सीन को विदेश क्यों भेज दिया।
कांग्रेसियों ने गिरफ्तारी के लिए ललकारा
राहुल व प्रियंका गांधी के खुलकर सामने आने के बाद कांग्रेस ने इसे पूरे देश में अभियान बना दिया है। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर इस पोस्टर को अपनी पहचान बना लिया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी उसी पोस्टर को अपना प्रोफाइल पिक्चर बनाते हुए पोस्टर भी ट्वीट किया और कहा कि— मुझे भी गिरफ्तार करो। पवन खेड़ा, रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत विभिन्न राज्यों के कांग्रेस संगठन सभी इसे टवीट कर रहे हैं। इसका परिणाम भी हुआ कि सोशल मीडिया में अरेस्ट मी टू ट्रेंड करने लगा है।
दिल्ली में कहां लगाए गए थे पोस्टर
दिल्ली पुलिस ने पोस्टर लगाने के मामले में अलग—अलग कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार अब तक 25 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने इस मामले में एक दर्जन एफआईआर भी दर्ज की है। जिन इलाकों में पोस्टर मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है उनमें खजूरी, कल्याणपुरी, दयालपुर, भजनपुरा, मंगोलपुरी, पुरानी दिल्ली, ख्याला, मोती नगर, कीर्ति नगर, मंगोलपुरी, निहाल विहार, रोहिणी, कल्याणपुरी और एमएस पार्क इलाका शामिल है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मोदी सरकार के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने मजदूरों पर कार्रवाई की है जो पैसा लेकर पोस्टर लगा रहे थे। सरकार लोगों को रोजगार नहीं दे रही है और अगर कहीं से उन्हें पैसे मिल रहे हैं तो सरकार उन्हें जेल भेज रही है। अगर दिल्ली पुलिस को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करनी है तो पोस्टर का प्रकाशन करने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए। इससे पहले भी देश में अगर कहीं ऐसा हुआ है तो पोस्टर लगाने वाले मजदूरों के बजाय संबंधित दल के नेता को पकड़ा गया है।