ताजपोशी को मेगा शो बनाने में जुटे सिद्धू, आज फिर दिखाएंगे ताकत, प्रियंका के दखल से नरम पड़े कैप्टन

पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर नवजोत सिंह सिद्धू की नियुक्ति की घोषणा के बाद से ही कड़ा तेवर अपनाने वाले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के तेवर अब नरम पड़ गए हैं।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shweta
Published on: 23 July 2021 3:40 AM GMT (Updated on: 23 July 2021 5:55 AM GMT)
नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह
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नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ( फाइल फोटो सोशल मीडिया)

नई दिल्ली: पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर नवजोत सिंह सिद्धू की नियुक्ति की घोषणा के बाद से ही कड़ा तेवर अपनाने वाले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के तेवर अब नरम पड़ गए हैं। सिद्धू को अभी तक अध्यक्ष बनने की बधाई न देने वाले कैप्टन ने उनसे मुलाकात के लिए माफी मांगने की कड़ी शर्त रखी थी मगर अब उनके रुख में नरमी आ गई है। कैप्टन ने आज प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में होने वाले सिद्धू के ताजपोशी कार्यक्रम में हिस्सा लेने की हामी भर दी है।

जानकार सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के दखल के बाद कैप्टन के तेवर में नरमी आई है। दूसरी ओर अध्यक्ष बनने के ऐलान के बाद से ही शक्ति प्रदर्शन करने में जुटे नवजोत सिंह सिद्धू अपनी ताजपोशी के कार्यक्रम को मेगा शो बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

इस कार्यक्रम में कैप्टन के अलावा प्रदेश के सभी विधायकों और वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को आमंत्रित किया गया है। सिद्धू के साथ नवनियुक्त चार कार्यकारी अध्यक्ष भी आज औपचारिक रूप से काम संभालेंगे। जानकारों का कहना है कि इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश भर से सिद्धू के समर्थक भी कांग्रेस कार्यालय पहुंचेंगे। सिद्धू इस कार्यक्रम के जरिए एक बार फिर प्रदेश में शक्ति प्रदर्शन करेंगे।

आमंत्रण देने पहुंचे वरिष्ठ नेता

सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी जाने के बाद कैप्टन और सिद्धू के बीच अभी तक मुलाकात नहीं हो सकी है। हाल के दिनों में दोनों नेताओं के बीच तल्खी की खबरें मीडिया में सुर्खियां बनी हुई हैं। नाराज कैप्टन को मनाने के लिए गुरुवार को पार्टी के नए कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा और संगत सिंह गिलजियां सिसवां स्थित कैप्टन के फार्म हाउस पर पहुंचे। दोनों नेताओं ने कैप्टन को सिद्धू का साइन किया हुआ आमंत्रण पत्र देते हुए उनसे ताजपोशी के कार्यक्रम में हिस्सा लेने का अनुरोध किया। मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने कहा कि कैप्टन ने आज होने वाले ताजपोशी के कार्यक्रम में हिस्सा लेने की बात कही है। कैप्टन के कार्यालय की ओर से भी इस बात की पुष्टि की गई है कि मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस की नई टीम के कार्यभार संभालने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

कैप्टन ने उठाया बड़ा कदम

नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ( फोटो सोशल मीडिया)

कैप्टन ने पार्टी की एकजुटता दिखाने के लिए एक कदम और आगे बढ़ाते हुए चंडीगढ़ के पंजाब भवन में पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों और अन्य वरिष्ठ नेताओं को चाय पर आमंत्रित किया है। कैप्टन के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने कहा कि पंजाब भवन से सभी नेता एक साथ प्रदेश कांग्रेस की नई टीम के पद ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय जाएंगे। पंजाब भवन में होने वाले इस कार्यक्रम में काफी दिनों बाद कैप्टन और सिद्धू आमने-सामने होंगे। कैप्टन की ओर से चाय पार्टी के आयोजन को तनाव कम करने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

कैप्टन के रुख में बदलाव पर हैरानी

कैप्टन के रुख में अचानक आए बदलाव पर पंजाब में हैरानी भी जताई जा रही है। सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कैप्टन ने कड़ी शर्त रखते हुए कहा था कि जब तक वे उनकी सरकार के खिलाफ की गई टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे तब तक वे सिद्धू से मुलाकात नहीं करेंगे। बाद के दिनों में भी कैप्टन अपने इसी रुख पर कायम रहे मगर गुरुवार को उनके रुख में नरमी दिखी। कैप्टन की नाराजगी की खबरों के बीच सिद्धू लगातार शक्ति प्रदर्शन में जुटे हुए थे। बुधवार को स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के दौरान भी उन्होंने शक्ति प्रदर्शन किया था। इस कार्यक्रम के दौरान उनके साथ कांग्रेस के करीब 65 विधायक थे। स्वर्ण मंदिर परिसर के बाहर भी सिद्धू समर्थकों का भारी हुजूम जुटा हुआ था। अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से ही लगातार सक्रिय रहने वाले सिद्धू ने हाल के दिनों में पार्टी के तमाम नेताओं और विधायकों से मुलाकात की है और सबसे एकजुट होकर पार्टी को मजबूत बनाने की अपील की है।

प्रियंका के दखल से रुख में आई नरमी

नवजोत सिंह सिद्धू और प्रियंका गांधी ( फोटो सोशल मीडिया)

कैप्टन के रुख में आई नरमी के पीछे भी एक बड़ा कारण बताया जा रहा है। जानकार सूत्रों के मुताबिक नाराज कैप्टन को मनाने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने खुद पहल की। उन्होंने कैप्टन से फोन पर बातचीत में अनुरोध किया कि उन्हें सिद्धू के ताजपोशी कार्यक्रम में हिस्सा जरूर लेना चाहिए नहीं तो इसका लोगों के बीच बहुत गलत संदेश जाएगा। प्रियंका ने कैप्टन से यह भी कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की भी यही मंशा है कि उन्हें इस कार्यक्रम में हिस्सा लेना चाहिए। सूत्रों के मुताबिक प्रियंका के दखल के बाद ही कैप्टन इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए राजी हुए हैं। हालांकि कैप्टन के करीबी सूत्रों का कहना है कि वे अभी भी पार्टी की ओर से लिए गए फैसले को लेकर खुश नहीं हैं।

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