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एनसीपी चीफ शरद पवार बोले: भाजपा के खिलाफ विकल्प सबसे बड़ी जरूरत, गठबंधन का नेतृत्व कोई मुद्दा नहीं

एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने भाजपा के खिलाफ गठबंधन के नेतृत्व पर अपना रुख एक बार फिर साफ किया है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी आवश्यकता लोगों को उचित राजनीतिक विकल्प देने की है और विपक्षी दलों को इस दिशा में काम करना चाहिए।

Anshuman Tiwari
Report Anshuman TiwariPublished By Deepak Kumar
Published on: 18 Nov 2021 4:55 AM GMT
एनसीपी चीफ शरद पवार बोले: भाजपा के खिलाफ विकल्प सबसे बड़ी जरूरत, गठबंधन का नेतृत्व कोई मुद्दा नहीं
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New Delhi: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार (Nationalist Congress Party chief Sharad Pawar) ने भाजपा (BJP) के खिलाफ गठबंधन के नेतृत्व पर अपना रुख एक बार फिर साफ किया है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी आवश्यकता लोगों को उचित राजनीतिक विकल्प देने की है और विपक्षी दलों को इस दिशा में काम करना चाहिए। यह कोई मुद्दा नहीं है कि भाजपा (BJP) के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा।

पवार का यह बयान सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि सियासी हलकों में ऐसी चर्चा है कि विपक्षी महागठबंधन में नेतृत्व को लेकर पेंच फंस गया है। वैसे कुछ समय पहले विपक्षी महागठबंधन बनाने के लिए काफी सक्रियता दिख रही थी मगर हाल के दिनों में विपक्षी नेताओं का रुख इस मामले में ठंडा पड़ा हुआ है। विपक्षी महागठबंधन को लेकर सबसे ज्यादा सक्रियता टीएमसी (TMC) की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) और शरद पवार (Nationalist Congress Party chief Sharad Pawar) ने ही दिखाई है।

संसद के अगले सत्र के दौरान होगी चर्चा

नागपुर (Nagpur) में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पवार ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के नेतृत्व को लेकर मामले को उलझाने की जरूरत नहीं है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) के विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने के सवाल पर पवार ने कहा कि नेतृत्व कोई मुद्दा ही नहीं है। भाजपा के खिलाफ लोगों को राजनीतिक विकल्प की आवश्यकता है और विपक्षी नेताओं को इस दिशा में ही प्रयास करना चाहिए। पवार (Nationalist Congress Party chief Sharad Pawar) ने साफ किया कि संसद के आगामी सत्र के दौरान विपक्षी महागठबंधन के मुद्दे पर एक बार फिर चर्चा होगी।

उन्होंने कहा कि हम देश के लोगों को उनकी अपेक्षा के अनुरूप एक विकल्प मुहैया कराना चाहते हैं। यही इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है और इसी मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। नेतृत्व का मुद्दा समय आने पर सुलझा लिया जाएगा। लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए विभिन्न विपक्षी दलों की मदद ली जाएगी।

हिंसा की घटनाओं को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

एनसीपी के मुखिया (Nationalist Congress Party chief Sharad Pawar) ने कहा कि अमरावती (Amravati) और महाराष्ट्र (Maharashtra) के कुछ अन्य स्थानों पर हाल में हुई हिंसा की घटनाएं काफी दुर्भाग्यपूर्ण हैं और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में दुकानदारों और व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है। सरकार को इस बाबत नीति बनानी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं के शिकार लोगों को मुआवजे के रूप में आर्थिक मदद दी जा सके।

पवार ने नागपुर विदर्भ चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों से इस मुद्दे पर चर्चा भी की।

बातचीत के दौरान इन प्रतिनिधियों ने महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हाल में हुई हिंसा की घटनाओं का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि निर्दोष दुकानदार और व्यापारी ऐसी घटनाओं के शिकार होते हैं और उन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। प्रतिनिधियों की शिकायत पर पवार ने सरकार से मांग की कि ऐसी नीति बनाई जाए ताकि ऐसे दुकानदारों और व्यापारियों की मदद की जा सके।

अनिल देशमुख के साथ हुआ अन्याय

पवार (Nationalist Congress Party chief Sharad Pawar) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी के नेता अनिल देशमुख (NCP leader Anil Deshmukh) का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि देशमुख (NCP leader Anil Deshmukh) के खिलाफ ईडी की ओर से धन शोधन के मामले में कार्रवाई की गई है। उन्हें गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया गया है जबकि सच्चाई यह है कि उनके साथ अन्याय किया गया है।

उन्होंने कहा कि देशमुख (NCP leader Anil Deshmukh) की ओर से कोई गलत काम नहीं किया गया है मगर ईडी की ओर से उन्हें नाहक परेशान किया जा रहा है। उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करने की मांग की।

Deepak Kumar

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