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Omicron Vaccine Efficacy: ओमिक्रॉन के सामने तमाम वैक्सीन फेल, बस ये दो पास, जानें क्या है इनका नाम

Omicron Vaccine Efficacy: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को रोकने के लिए तमाम फेल हो गई है, लेकिन 2 वैक्सीन है जो इस पर कारगर हैं।

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Newstrack NetworkPublished By Chitra Singh
Published on: 20 Dec 2021 8:55 AM GMT
Omicron Variant Vaccine: ओमिक्रॉन के खिलाफ कारगर है बूस्टर डोज, जानें कौन सी वैक्सीन कम सुरक्षित
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वैक्सीनेशन (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Omicron Vaccine Efficacy: कोरोना वायरस का नया वेरिएंट (Coronavirus New variant) ओमिक्रॉन भारत (omicron india) में तेजी से फैल रहा है। ओमिक्रॉन वेरिएंट (omicron variant) के खिलाफ किए रिसर्च में पता चला है कि इस वेरिएंट पर कोविशील्ड (Covishield) जैसी कई वैक्सीन कारगर नहीं है। ओमिक्रॉन को रोकने के लिए तमाम वैक्सीन्स फेल हो गई है।

एक विदेशी मीडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार, ओमिक्रॉन संक्रमित होने पर वैक्सीन भले ही ज्यादा बीमार नहीं करती लेकिन वह संक्रमण को रोकने में सक्षम नहीं है। हालांकि ऐसी दो वैक्सीन्स है जो संक्रमण को रोकने में सक्षम है। ये दो वैक्सीन्स का नाम है- फाइजर (Pfizer) और मॉडर्न (Moderna)। रिसर्च में दोनों वैक्सीन कारगर साबित हुई है। रिसर्च में पता चला है कि इन दोनों वैक्सीन को यदि बूस्टर शॉट की तरह दिया जाए तो ओमिक्रॉन को शुरुआती तौर पर रोका जा सकता है।

जानकारी के अनुसार, फाइजर और मॉडर्न कोरोना वैक्सीन को बनाते समय mRNA टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया था। ये टेक्नोलॉजी सभी प्रकार के इंफेक्शन और वेरिएंट से सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम है। वहीं बाकी वैक्सीनों को बनाते समय पुराने टेक्नोलॉजी का उपयोग किया, जिसके कारण वे ओमिक्रॉन जैसे वेरिएंट को रोकने में सक्षम नहीं है।

रिसर्च में पता चला है कि एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca), जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) जैसी कई चीनी, रूसी की वैक्सीन ओमिक्रॉन संक्रमण को रोकने में असक्षम है। वहीं कई देशों में अब टीकाकरण की सिलसिला जारी है, ऐसे में यदि ओमिक्रॉन वायरस को तेजी से बढ़ता है तो ये कम इम्युनिटी सिस्टम वाले लोगों के लिए खतरा बन सकता है। इतना ही नहीं वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी ना होने के कारण और नए वेरिएंट पैदा हो सकते हैं।

वहीं अन्य कोविशील्ड की बात करें तो कोविशील्ड 6 महीने से ज्यादा ओमिक्रॉन को रोकने में कामयाब नहीं रही है, चिंता की बात तो यह की भारत में 90 प्रतिशत लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन का खुराक लिया है वहीं दूसरे देशों में ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका ( Oxford-AstraZeneca) कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है।

Chitra Singh

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