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सावधान! Pakistani हैकर्स की निगाह भारत की तिजोरी पर, जानिए कैसे हो सकता है फ्रॉड

पाकिस्तानी हैकरों (Pakistani Hackers) का एक समूह देश के संवेदनशील और अहम ढांचों को आधुनिक फिशिंग हमलों का निशाना बना रहा है। एक साइबर सुरक्षा कंपनी ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है।

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Newstrack NetworkPublished By Satyabha
Published on: 13 July 2021 1:24 PM GMT (Updated on: 13 July 2021 1:32 PM GMT)
सावधान! Pakistani हैकर्स की निगाह भारत की तिजोरी पर, जानिए कैसे हो सकता है फ्रॉड
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प्रतीकात्मक तस्वीर फोटो- सोशल मीडिया

टेक्नोलॉजी के इस दौरा में देश में लगभग सभी चिजें ऑनलाइन हो चुकी हैं। निजी, सरकारी दफ्तर, बिजली, अस्पताल सिनेमा घर हो या स्कूल कॉलेज सभी जगहों पर सारे काम ऑनलाइन करने पड़ रहे हैं। लोगों की इसी जरूरत का फायदा पड़ोसी देशों में बैठे साइबर हैकर्स (Cyber Hackers) उठा रहे हैं। ये हैकर्स लोगों की जानकारी जुटा लेते हैं और फिर उनकी प्राइवेट जानकारी से लेकर फाइनेंशियल डाटा तक का दुरुपयोग करते हैं। देश में ताजा मामले का तार पाकिस्तान (Pakistan) से जुड़ा है। पाक में बैठे हैकर्स भारतीय गितिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।

क्विक हील टेक्नोलॉजीज (Quick Heal Technologies) की साइबर सुरक्षा सलाहकार और व्यावसायिक शाखा सेक्राइट के मुताबिक, एक संदिग्ध पाकिस्तानी समूह ने भारत के सरकारी एजेंसियों को टारगेट कर साइबर हमले किये हैं। कंपनी ने लोगों से ऐसे ई-मेल से सावधान रहने की चेतावनी दी है।

पाक हैकर्स की नजर भारत पर फोटो- सोशल मीडिया

इस ई-मेल के जरिए की जा रही हैकिंग

कंप्यूटर सुरक्षा सलाहकार के मुताबिक, हैकिंग की शुरूआत एक पीयर फिशिंग (Phishing) ई-मेल से होती है। यह एक प्रकार की ऐसी ईमेल होती है, जिसे यूजर से वायरस, ट्रोजन या अन्य मेलवेयर इंस्टॉल कराने के लिए डिजाइन किया जाता है। आमतौर पर यह ईमेल सरकारी एजेंसियों की तरफ से भेजी गई महसूस होती है। इतना ही नहीं लोगों पर विश्वास जताने के लिए इसमें आईटी रिटर्न या इसी तरह का कोई फर्जी दस्तावेज भी अटैच रहता है। ई-मेल पाने वाले से यह दस्तावेज डाउनलोड करने और उसके खोलकर जांचने का आग्रह किया जाता है।

सावधान रहने की चेतावनी

पेंटापोस्टागमा की रिपोर्ट के मुताबिक, क्विक हील के विशेषज्ञों का दावा है कि जिन सरकारी संस्थानों को निशाना बनाया जाना है, हैकरों ने उनके कर्मचारियों की तरफ से खोली जाने वाली वेबसाइटों जैसे ही दिखने वाले फर्जी संस्करण भी तैयार कर लिए हैं। कंपनी ने ऐसी किसी भी ई-मेल से सावधान रहने की चेतावनी जारी की है।


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